भोपाल। बिहार के पूर्वी चंपारण जिला में मानव तस्करी का धंधा जोरों पर (human trafficking in bihar) है. नौकरी दिलाने के नाम पर लड़की तस्करी का मामला सामने आया है. देश के अन्य राज्यों से गरीब घर की लड़कियों को मानव तस्कर विभिन्न प्रखंडों में संचालित ऑरकेस्ट्रा संचालक के हाथों बेचकर फरार हो जाते हैं. उसके बाद जिले के ऑरकेस्ट्रा संचालक उन लड़कियों से जबरन गलत काम करवाता है. जिसका खुलासा शिकारगंज थाना क्षेत्र में हुआ है.
मध्यप्रदेश की सात लड़कियों को ले जाया गया मोतिहारी : मध्यप्रदेश के जबलपुर से बहला-फुसलाकर लाई गई सात लड़कियों को एसपी डॉ. कुमार आशीष की पहल पर पुलिस ने मुक्त कराया (7 girls rescued in motihari) है. इसके साथ ही तीन लोगों को मौके से गिरफ्तार भी किया गया है. लड़कियों को मुक्त कराने के बाद एमपी पुलिस को इसकी जानकारी दे दी गई है. एसपी डॉ. कुमार आशीष के अनुसार जबलपुर से लाई गयी सात लड़कियों में से किसी एक ने उन्हें फोन करके सारी बातों की जानकारी दी.
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SP के निर्देश पर इस तरह सात लड़कियों को कराया गया मुक्त : जानकारी मिलने के बाद एसपी ने सिकरहना डीएसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में छतौनी इंस्पेक्टर नित्यानंद चौहान और ढ़ाका थानाध्यक्ष की टीम बनाकर लड़कियों को मुक्त कराने की जिम्मेवारी सौंपी. पुलिस ने एसपी के दिशा निर्देश पर शिकारगंज थाना क्षेत्र में छापेमारी कर सात लड़कियों को मुक्त कराया.
गिरफ्तार 3 लोगों से पुलिस लगातार कर रही पूछताछ : बता दें कि मानव तस्कर लड़कियों को लाकर ऑर्केस्ट्रा और देह व्यापार कराते हैं. गिरफ्तार तीनों व्यक्ति से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. जिनसे पूछताछ के आधार पर मानव तस्करी के तार को खंगालने का प्रयास कर रही है. ये लोग और किन-किन प्रदेशों से लड़कियों को लाकर यहां बेचे हैं. इनके सरगनाओं का कहां-कहां तार जुड़ा हुआ है.