बालाघाट। जिले के वारासिवनी नगरपालिका में तीन कर्मचारियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद नपा सहित पूरे शहर में हड़कंप मच गया है. यही कारण है कि, नगरपालिका के कर्मचारी कोरोना के डर के चलते शुक्रवार की कार्यालय नहीं पहुंचे. जिसके चलते शहर की सफाई व्यवस्था ठप हो गई.
उल्लेखनीय है कि, कोरोना संक्रमण के चलते शासन ने अपने सभी विभागों में कार्यरत कर्मचारियों का कोविड टेस्ट करवाया जाना अनिवार्य कर दिया है. जिसके चलते नपा में कार्यरत करीब 285 कर्मचारियों का चरणबद्ध तरीके से टेस्ट करवाया जा रहा है. जिसके प्रारंभिक चरण में करीब 40 कर्मचारियों का कोविड टेस्ट करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट बीते गुरुवार को देर रात आई. जिसमें नपा की योजना शाखा का एक, सफाई विभाग के दो कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिन्हें उपचार के लिए कोविड सेंटर बालाघाट भेज दिया गया है. इस दौरान इन तीनों के सम्पर्क में आए लोगों की पहचान प्रशासन द्वारा की जा रही है.
पॉजिटिव आए इन कर्मचारियों में से दो शहर के वार्ड नं. 9 एवं 1 नगर सीमा से लगे वारा गांव के निवासी हैं. जिसकी वजह से इन लोगों के घरों के आसपास रहने वाले लोग भयभीत हैं. जिन्हें मौके पर तहसीलदार ने पहुंचकर सभी से ना घबराने और सावधानी बरतने की अपील की है.
बता दें कि, 5 दिन पहले तहसील कार्यालय में एक कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर पूरे तहसील परिसर को एक सप्ताह के लिए सील कर दिया गया था, लेकिन नगर पालिका जैसी संस्था जहां सैकड़ों की संख्या में हर दिन लोगों का आनाजाना लगा रहता है, ऐसे विभाग के एक साथ तीन कर्मचारियों के पॉजिटिव आने के बाद भी नपा को सील नहीं किया गया है. इस मामले में नपा सीएमओ ने बताया कि, नगर पालिका के कार्य पूर्व की तरह ही चलते रहेंगे, नपा को बन्द नहीं किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि, आज डर की वजह से सुबह कर्मचारी नहीं आए, जिस वजह से शहर की सफाई व्यवस्था बाधित हुई है. कल से शहर की व्यवस्था पहले की तरह बहाल हो जाएंगी. उन्होंने बताया कि, आज पूरे नपा परिसर को सेनेटाइज किया गया और शासन के निर्देशानुसार बाकी बचे कर्मचारियों का भी टेस्ट करवाया जा रहा हैं.