भोपाल। प्रदेश में बिजली कटौती का मुद्दा गर्माया हुआ है. जहां एक तरफ जनता भीषण गर्मी में बिजली कटौती से परेशान है, वहीं प्रदेश सरकार के अलग-अलग मंत्री बिजली कटौती पर अलग-अलग राग अलाप रहे हैं.
वित्त मंत्री तरुण भनोट
वित्त मंत्री तरुण भानोट कैबिनेट बैठक में बिजली कटौती के पीछे बीजेपी की शरारत बता चुके हैं. उन्होंने अपने क्षेत्र के ऐसे कुछ फोटो भी सोशल मीडिया पर जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि लोगों ने जानबूझकर तार फेंककर फॉल्ट कराया.
स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट
स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट का कहना है कि यह सब बीजेपी योजनाबद्ध तरीके से कर रही है. पहले फॉल्ट कराकर बिजली का मुद्दा बनाती है और फिर सड़क पर उतर रही है.
सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह
सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ट्रिपिंग के लिए बीजेपी शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि शिवराज सरकार के दौरान बिजली की केबल ट्रांसफार्मर और अन्य उपकरण बेहद घटिया स्तर की खरीदे गए.
पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव
पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव इसके लिए बिजली कर्मचारियों की लापरवाही ज्यादा मानते हैं. उनका कहना है कि यदि घटिया सामान खरीदा गया होता तो फिर बिजली आपूर्ति शिवराज सरकार के समय भी बाधित होनी चाहिए थी, हालांकि सरकार बिजली के घटिया सामान की खरीदी से इनकार नहीं कर रही.
ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह
ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह का कहना है कि बिजली के घटिया सामान की खरीदी हुई है, हालांकि इसकी जांच के मामले में उनके स्वर 12 दिन बाद ही बदल गए हैं. अब ऊर्जा मंत्री का कहना है कि बिजली उपकरणों की क्वॉलिटी चेक करने के लिए सभी सर्किल ऑफिस कॉल लॉग बुक मेंटेन करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके बाद पता चल सकेगा कि कौन से उपकरण लगातार खराब हो रहे हैं. इससे घटिया क्वॉलिटी के उपकरण का पता चल सकेगा. इसके बाद ही कार्रवाई की जा सकेगी.