जबलपुर। दूध के बढ़ते दामों पर शहर की सामाजिक संस्था ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. याचिकाकर्ता का कहना है कि जब मालवा में दूध 44 रुपए प्रति लीटर बेचा जा रहा है, तो जबलपुर में 50 रुपए में क्यों बेचा जा रहा है.
अब मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 4 हफ्तों में जवाब पेश करने को कहा है. बता दें कि जबलपुर का नागरिक उपभोक्ता मंच कई सालों से दूध के बढ़ते दामों का विरोध कर रहा है, लेकिन आवश्यक वस्तु अधिनियम में होने के बाद भी प्रशासन दूध के दाम तय नहीं कर पा रहा है. हाल ही में जबलपुर में दूध के दामों में और बढ़ोतरी होने की संभावना है. यहां तक कि दूध का दाम बढ़कर 55 रुपया प्रति लीटर होने की संभावना है. नागरिक उपभोक्ता मंच ने इसके पहले भी हाईकोर्ट में इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन कोर्ट दूध के दाम तय नहीं कर पाया था. लिहाजा एक बार फिर नागरिक उपभोक्ता मंच ने इसी मुद्दे को लेकर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में पिटीशन लगाई है.
याचिकाकर्ता का कहना है कि रोजमर्रा के सामान में बढ़ती महंगाई आम आदमी का बजट बिगाड़ रही है. सामान्य घरों में दूध के लिए एक बजट रखा जाता है, लेकिन गर्मियों के आते ही जबलपुर में दूध के दाम बढ़ जाते हैं और आम आदमी के घर का बजट गड़बड़ा जाता है. जबलपुर में इन दिनों दूध के दाम ₹50 लीटर चल रहे हैं, लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी, दूध उत्पादक किसान इसके दामों में इजाफा कर देते हैं और एक बार दाम बढ़ गए, तो फिर यह वापस नहीं होते हैं.