शिवपुरी: जिले की करैरा तहसील में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. सिरसोना गांव की रहने वाली एक महिला के जनधन खाते में अचानक तीन लाख रुपए आ गए. महिला को लगा कि पीएम मोदी ने उसके खाते में पैसे डलवाए हैं. लिहाजा उसने पैसे अपने अकाउंट से निकाल लिए.
महिला ने अपने अकाउंट में आए पैसों से अपना पूरा कर्ज चुका दिया और बची हुई रकम से अपने पति सुरेंद्र कोहली के लिए बाइक, खुद के लिए गहने भी खरीद लिए लेकिन मामला उल्टा उस समय पड़ गया जब महिला के घर पुलिस पहुंच गई. महिला के पास से पुलिस ने 85 हजार रुपये कैश लेकर बैंक को दे दिए हैं. बाकी पैसा लौटाने के लिए महिला को वक्त दिया गया है. महिला का कहना है कि बैंक प्रबंधन पैसे वापस नहीं करने पर बैंक प्रबंधन द्वारा पुलिस कार्रवाई करवाने की धमकी दी गई है.
जब इस पूरे मामले की जानकारी के लिए ईटीवी भारत की टीम व्यापारी अनिल नागर के परिवारजनों से बात की तो उनका कहना है की उनकी बच्ची की शादी है और यह पैसा ट्रैक्टर बेंचकर अकाउंट में डाला गया था लेकिन जब पैसे निकालने के लिए बैंक में पहुंचे तो पैसा नहीं मिला.
महिला ने जिस खाताधारक के पैसे निकाले हैं उसका कहना है कि गलती के लिए बैंक मैनेजर जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि हमने ट्रैक्टर बेंचकर बैंक में पैसे जमा किए हैं. लेकिन जब पैसे निकालने के लिए बैंक में पहुंचे तो पैसा नहीं मिला. फरियादी ने शाखा प्रबंधक से मामले में बात की तो उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद आपको आपका पैसा मिल जाएगा.
ईटीवी भारत की टीम ने सिरसोद स्थित मध्यांचल ग्रामीण बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक से बात करनी चाही तो उसने कैमरे के सामने आने से साफ-साफ इंकार कर दिया. इस पूरे मामले में ना तो गलती पैसे निकालने वाली महिला की है और ना ही व्यापारी अनिल नागर की. पूरी गलती बैंक प्रबंधक की है जो कि आधार कार्ड लिंक सही रूप से करने में असमर्थ रहा