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दो अधिकारी रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार, लोकायुक्त की टीम ने की कार्रवाई

प्रदेश में रिश्वत खोरी के खिलाफ लगातार कार्रवाई के बाद भी ऐसे मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. लोकायुक्त की टीम ने दो अधिकारियों को रंगेहाथों गिरफ्तार किया है.पहला मामला मुरैना का है तो दूसरा बालाघाट का है.

कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त टीम
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Published : Jun 3, 2019, 11:55 PM IST


मुरैना/ बालाघाट। प्रदेश में रिश्वत खोरी के खिलाफ लगातार कार्रवाई के बाद भी ऐसे मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. मुरैना में दो हजार और बालाघाट में 30 हजार की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है.


पहला मामला मुरैना का है, जहां ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने सोमवार की देर शाम नगर निगम के मदाखलत प्रभारी को 2 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. जो कि बैरियर चौराहे स्थित कंट्रोल रूम के पास गन्ने का रस निकालने की मशीन रखने के एवज में रिश्वत की मांग की थी. पीड़ित आरोपी को 5 सौ रुपये पहले ही दे चुका था.

कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त टीम


दरअसल जौरी गांव निवासी मुनेश पचौरी नामक युवक बैरियर चौराहे पर कंट्रोल रूम के पास सरकारी जमीन पर गन्ने का रस बेंच रहा था. जहां नगर निगम के मदाखलत प्रभारी राकेश पाठक ने हटवा दिया था. उसके बाद उसने राकेश पाठक से मिलकर दोबारा मशीन रखने की बात कही, तो उन्होंने दो हजार की रिश्वत मांगी. मुनेश ने पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त से की. प्लानिंग के मुताबिक लोकायुक्त की टीम सोमवार की देर शाम नगर निगम कार्यालय में राकेश पाठक को डेढ़ हजार रुपये बतौर रिश्वत दिए. मौके पर मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया.

बालाघाट में 30 हजार रूपये की रिश्वत लेते उपयंत्री गिरफ्तार
वहीं दूसरा मामला बालाघाट जिले का है, जहां जबलपुर लोकायुक्त टीम ने कटंगी में निवासरत राजीव सागर परियोजना कुड़वा के उपयंत्री आनंद कुमार शिवा को 30 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार किया है. लोकायुक्त टीम ने उपयंत्री के निवास पर दबिश देकर यह कार्रवाई की.


जानकारी के मुताबिक राजीव सागर परियोजना में नहर का कार्य करने वाले ठेकेदार का साढ़े 9 लाख रूपये का भुगतान होना शेष रह गया था, जो कि उपयंत्री से भुगतान हेतु कई बार आग्रह कर चुका था. लेकिन उपयंत्री उसकी राशि निकालने के एवज में 50 हजार रूपये की रिश्वत की मांग कर रहा था. फिर 30 हजार की रिश्वत लेने तैयार हो गया.


उपयंत्री से परेशान होकर ठेकेदार मुरलीधर बारेकर ने लोकायुक्त पुलिस जबलपुर से शिकायत की. जिसके बाद जबलपुर पुलिस की टीम आज बालाघाट पहुंची, जहां योजनाबध्द तरीके से ठेकेदार द्वारा उपयंत्री के घर रिश्वत की राशि देने के लिये पहुंचा. ठेकेदार द्वारा राशि देते ही उपयंत्री आनंद शिवा के यहां दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया.


मुरैना/ बालाघाट। प्रदेश में रिश्वत खोरी के खिलाफ लगातार कार्रवाई के बाद भी ऐसे मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. मुरैना में दो हजार और बालाघाट में 30 हजार की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है.


पहला मामला मुरैना का है, जहां ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने सोमवार की देर शाम नगर निगम के मदाखलत प्रभारी को 2 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. जो कि बैरियर चौराहे स्थित कंट्रोल रूम के पास गन्ने का रस निकालने की मशीन रखने के एवज में रिश्वत की मांग की थी. पीड़ित आरोपी को 5 सौ रुपये पहले ही दे चुका था.

कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त टीम


दरअसल जौरी गांव निवासी मुनेश पचौरी नामक युवक बैरियर चौराहे पर कंट्रोल रूम के पास सरकारी जमीन पर गन्ने का रस बेंच रहा था. जहां नगर निगम के मदाखलत प्रभारी राकेश पाठक ने हटवा दिया था. उसके बाद उसने राकेश पाठक से मिलकर दोबारा मशीन रखने की बात कही, तो उन्होंने दो हजार की रिश्वत मांगी. मुनेश ने पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त से की. प्लानिंग के मुताबिक लोकायुक्त की टीम सोमवार की देर शाम नगर निगम कार्यालय में राकेश पाठक को डेढ़ हजार रुपये बतौर रिश्वत दिए. मौके पर मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया.

बालाघाट में 30 हजार रूपये की रिश्वत लेते उपयंत्री गिरफ्तार
वहीं दूसरा मामला बालाघाट जिले का है, जहां जबलपुर लोकायुक्त टीम ने कटंगी में निवासरत राजीव सागर परियोजना कुड़वा के उपयंत्री आनंद कुमार शिवा को 30 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार किया है. लोकायुक्त टीम ने उपयंत्री के निवास पर दबिश देकर यह कार्रवाई की.


जानकारी के मुताबिक राजीव सागर परियोजना में नहर का कार्य करने वाले ठेकेदार का साढ़े 9 लाख रूपये का भुगतान होना शेष रह गया था, जो कि उपयंत्री से भुगतान हेतु कई बार आग्रह कर चुका था. लेकिन उपयंत्री उसकी राशि निकालने के एवज में 50 हजार रूपये की रिश्वत की मांग कर रहा था. फिर 30 हजार की रिश्वत लेने तैयार हो गया.


उपयंत्री से परेशान होकर ठेकेदार मुरलीधर बारेकर ने लोकायुक्त पुलिस जबलपुर से शिकायत की. जिसके बाद जबलपुर पुलिस की टीम आज बालाघाट पहुंची, जहां योजनाबध्द तरीके से ठेकेदार द्वारा उपयंत्री के घर रिश्वत की राशि देने के लिये पहुंचा. ठेकेदार द्वारा राशि देते ही उपयंत्री आनंद शिवा के यहां दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया.

Intro:एंकर - लोकायुक्त ग्वालियर की टीम ने सोमवार की देर शाम को नगर निगम के मदाखलत प्रभारी को 2 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।मदाखलत प्रभारी जौरी गाँव के एक युवक से बैरियर चौराहे स्थित कंट्रोल रूम के पास गन्ने की चरखी रखने के एवज में 2 हजार रुपए मांग रहा था।फरियादी 500 रुपए पहले ही दे चुका था इसके बाद उसने लोकायुक्त से शिकायत की और लोकायुक्त टीम ने सोमवार को नगर निगम के मेला मैदान स्थित मंगल भवन कार्यालय में डेढ हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।


Body:वीओ - जानकारी के अनुसार जौरी गांव निवासी मुनेश पचौरी बैरियर चौराहे पर कंट्रोल रूम के पास सरकारी जगह पर गन्ने का रस निकालने की चरखी करीब 15 दिन पहले रखी थी। नगर निगम के मदाखलत प्रभारी राकेश पाठक 8 दिन पहले चरखी पर पहुंचे। पाठक ने चरखी हटाने के लिए कहा जब मोनू ने चरखी नहीं हटाई तो उन्होंने टीम से चरखी फिंकवा दिया और गाली गलौज की। इसके बाद मुनेश राकेश पाठक से मिला और चरखी रखने की बात कही। इस पर मदाखलत प्रभारी ने चरखी रखने के एवज में 2 हजार रुपए की डिमांड की। मुनेश ने बताया कि उसने 31 मई को बतौर पेश 500 रुपए दिए।इसके बाद मुनेश ने लोकायुक्त ग्वालियर में शिकायत की। प्लानिंग के मुताबिक लोकायुक्त की टीम सोमवार की देर शाम नगर निगम के कार्यालय के बाहर तैनात हो गई। मुनेश कार्यालय के अंदर पहुंचा और राकेश पाठक को बाहर बुलाया इसके बाद उसने अपनी जेब से डेढ़ हजार रुपए निकाले और राकेश पाठक को दे दिए।जैसे ही राकेश पाठक ने रुपए लेकर अपने पेंट की जेब में रखें। वैसे ही टीम ने उसे पकड़ लिया रंग लगे बरामद कर लिया। उसकी जेब से रंग लगे रुपए बरामद कर लिए और इसके हाथ धुलवाए। जिसमें उसके हाथ लाल हो गए।


Conclusion:बाईट1 - मुनेश पचौरी - फरियादी।
बाईट2 - प्रधुम्न पराशर - डीएसपी लोकायुक्त ग्वालियर।
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