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ट्रैफिक पुलिस की मनमानी का शिकार आम आदमी!, झूठा केस बनाकर कार्रवाई करने का आरोप

देवास की ट्रैफिक पुलिस पर झूठी चालानी कार्रवाई करने का आरोप लगा है. यहां पीड़ित ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस ने उस पर वाइन ड्रंक का केस बनाकर उसकी गाड़ी जब्त कर ली, जबकि उसने बिल्कुल शराब नहीं पी थी.

ट्रैफिक पुलिस की मनमानी
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Published : Apr 19, 2019, 3:16 PM IST

देवास। आचार संहिता की आड़ में आम आदमी ट्रैफिक पुलिस की चालानी कार्रवाई का शिकार बन रहे हैं, ये आरोप लगाया है यहां के लोगों ने. लोगों का कहना है कि वे आचार संहिता में दिए गए टार्गेट की भेंट चढ़ रहे हैं. एक युवक ने आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रैफिक पुलिस ने जबरदस्ती शराब ड्रंक का केस बनवाकर उसकी गाड़ी जब्त कर ली, जबकि उसने बिल्कुल भी शराब नहीं पी रखी थी.

ट्रैफिक पुलिस की मनमानी


युवक जावेद ने बताया कि जिले के लालगेट पर रोजाना की तरह वाहन चेकिंग के दौरान उसे ट्रैफिक पुलिस ने रोका और उस पर शराब पीकर गाड़ी चलाने का आरोप लगाया. फिर उसे मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले गए. ड्यूटी डॉक्टर की मिलीभगत से पीड़ित युवक जावेद के मेडिकल फॉर्म पर वाइन ड्रंक लिखवा दिया. उसके बाद उसकी मोटरसाइकिल ट्रैफिक थाने में जब्त कर ली.


पीड़ित ने उसी समय मीडिया से सम्पर्क किया और अपने साथ हुई घटना पूरे विस्तार से बताई. इसके बाद तत्काल जावेद का दोबारा जिला अस्पताल में मेडिकल करवाया गया, तो इसमें दूसरे ड्यूटी डॉक्टर ने शराब नहीं पाने की रिपोर्ट दी. वहीं इस मामले में वरिष्ठ अधिकारी ने पीड़ित जावेद को उसकी बाइक बिना चालान भरे देने की बात कही है.

देवास। आचार संहिता की आड़ में आम आदमी ट्रैफिक पुलिस की चालानी कार्रवाई का शिकार बन रहे हैं, ये आरोप लगाया है यहां के लोगों ने. लोगों का कहना है कि वे आचार संहिता में दिए गए टार्गेट की भेंट चढ़ रहे हैं. एक युवक ने आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रैफिक पुलिस ने जबरदस्ती शराब ड्रंक का केस बनवाकर उसकी गाड़ी जब्त कर ली, जबकि उसने बिल्कुल भी शराब नहीं पी रखी थी.

ट्रैफिक पुलिस की मनमानी


युवक जावेद ने बताया कि जिले के लालगेट पर रोजाना की तरह वाहन चेकिंग के दौरान उसे ट्रैफिक पुलिस ने रोका और उस पर शराब पीकर गाड़ी चलाने का आरोप लगाया. फिर उसे मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ले गए. ड्यूटी डॉक्टर की मिलीभगत से पीड़ित युवक जावेद के मेडिकल फॉर्म पर वाइन ड्रंक लिखवा दिया. उसके बाद उसकी मोटरसाइकिल ट्रैफिक थाने में जब्त कर ली.


पीड़ित ने उसी समय मीडिया से सम्पर्क किया और अपने साथ हुई घटना पूरे विस्तार से बताई. इसके बाद तत्काल जावेद का दोबारा जिला अस्पताल में मेडिकल करवाया गया, तो इसमें दूसरे ड्यूटी डॉक्टर ने शराब नहीं पाने की रिपोर्ट दी. वहीं इस मामले में वरिष्ठ अधिकारी ने पीड़ित जावेद को उसकी बाइक बिना चालान भरे देने की बात कही है.

Intro:आचार सहिता की आड़ में ट्राफिक पुलिस का चलानी टारगेट की भेंट चढ़ते निर्दोष वाहन चालक.....

अपनी मनमानी पर उतारू देवास ट्रैफिक विभाग......

शराब नही पीकर भी वाहन चलाने वालो का जिला अस्पताल में मेडिकल करवाकर शराब ड्रंक मेडिकल में लिखवा रही है ट्रैफिक पुलिस....

पर बना रहे चालान और जब्त कर रहे है वाहन.....





Body:देवास- आचार सहिता की आड़ में अपनी मनमानी पर उतारू देवास ट्राफिक पुलिस का चलानी टारगेट की भेंट निर्दोष वाहन चालक चढ़ रहे है।वाहन चलाने के विभिन्न नियमो मे शराब नही पीकर भी वाहन चलाने वालो का जिला अस्पताल में जबरन मेडिकल करवाकर वाइन ड्रंक मेडिकल में लिखवा कर ट्रैफिक पुलिस निर्दोष वाहन चालको के चालान बनाकर वाहन जब्त कर रही है।दरअसल ट्रैफिक पुलिस की मनमानी का ताजा उदाहरण देर रात शहर के लालगेट पर देखने को मिला जब रोजना की तरह वाहन चेकिंग के दौरान एक निर्दोष दो पहिया वाहन चालक जावेद को ट्रेफिक पुलिस ने रोका और कहा कि तुमने शराब पी रखी है तुम्हारा मेडिकल होगा,यह कहते हुए ट्रेफिक पुलिस जवान जिला अस्पताल मेडिकल करवाने ले गए और ड्यूटी डॉक्टर की मिली भगत से उक्त वाहन चालक जावेद के मेडिकल फार्म पर वाइन ड्रंक लिखा दिया।उसके बाद वाहन चालक की मोटरसाइकिल ट्रैफिक थाने में जब्त कर बोले कि मोटरसाइकिल कोर्ट में चालान जमा कर छुड़वा लेना कल।वही अपने साथ हुई घटना को लेकर निर्दोष वाहन चालक ने उसी समय मीडिया से सम्पर्क किया और अपने साथ हुई घटना पुरे विस्तार से मीडिया को बताई। तो तत्काल वापस उक्त निर्दोष वाहन चालक जावेद का मेडिकल जिला अस्पताल में करवाया गया तो मेडिकल में दूसरे ड्यूटी डॉक्टर ने जावेद का मेडिकल कर कहा कि उसने शराब नही पी है ना ही अभी और ना ही पहले पी थी और मेडिकल रिपोर्ट में साफ लिख दिया कि not drunk wine और मेडिकल रिपोर्ट मीडिया को दे दी।यह not drunk wine की दूसरी मेडिकल रिपोर्ट लेकर मीडिया ट्रैफिक थाने पोहोंचे और पुलिस से बोला कि यह गलत है ,तो ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी अपने वरिष्ठ अधिकारी को यह मामला बताया तो वरिष्ठ अधिकारी ने उक्त निर्दोश वाहन चालक जावेद को उसके मोटरसाइकिल वापस बिना चालान भरे देने को कही इस पर निर्दोष जावेद ने अपनी मोटरसाइकिल वापस ना लेते हुए कहा कि अब कोर्ट में मेरा not drunk wine वाला मेडिकल रिपोर्ट पेश कर के ही मोटरसाइकिल लेने की बात कही और मीडिया का धन्यवाद करता ट्रैफिक थाने से चला गया।इस पूरे मामले पर जब मीडिया द्वारा ट्रैफिक व पुलिस के जिम्मेदार अधिकारियों से बात करनी चाही तो फोन पर ही वे पल्ला झाड़ने लगे और मीडिया से बचते नजर आए।

बाईट 01 जावेद (निर्दोषों वाहन चालक)

बाईट 02 डॉ श्रीवास्तव (जिला अस्पताल देवास)





Conclusion:आचार सहिता की आड़ में ट्राफिक पुलिस का चलानी टारगेट की भेंट चढ़ते निर्दोष वाहन चालक.....

अपनी मनमानी पर उतारू देवास ट्रैफिक विभाग......

शराब नही पीकर भी वाहन चलाने वालो का जिला अस्पताल में मेडिकल करवाकर शराब ड्रंक मेडिकल में लिखवा रही है ट्रैफिक पुलिस....

पर बना रहे चालान और जब्त कर रहे है वाहन.....


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