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अपनी मांगों को लेकर किसानों का हल्लाबोल, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

अशोकनगर जिले में भारतीय किसान संघ ने अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया. इस दौरान कलेक्टर ज्ञापन लेने नहीं आए जिसके चलते किसानों ने हंगामा कर मामला बढ़ता देख कलेक्टर को आना पड़ा और किसानों ने अपना ज्ञापन सौंपा

Farmers' protest over their demands
अपनी मांगों को लेकर किसानों का हल्लाबोल
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Published : Sep 10, 2020, 10:19 PM IST

अशोकनगर। भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया है. जिले भर से आये सैकड़ों किसानों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए आठ सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर अभय वर्मा को ज्ञापन सौंपा.

कलेक्टर के न आने पर भड़के किसान
किसान अपनी नष्ट हुई फसल को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए लगभग 2 घंटे तक जमकर जिला प्रशासन का विरोध करते हुए नारेबाजी करते रहे. लेकिन जब किसानों को ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट की गेट पर तहसीलदार रोहित रघुवंशी पहुंचे तो, किसान आक्रोशित हो गए. उन्होंने अपना ज्ञापन केवल कलेक्टर अभय वर्मा को ही देने की मांग की. लेकिन कलेक्टर जब काफी देर तक नहीं पहुंचे, तो किसानों वे जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. मामला बढ़ता देख कलेक्टर अभय वर्मा, एसपी रघुवंश भदौरिया, एडीएम, डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य अधिकारी ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे. जहां किसानों के 5 पदाधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन पढ़कर सुनाते हुए उन्हें सौंप दिया.

किसानों की मांगें
किसानों ने मांग की है कि जिले के सभी गांवों में अतिवृष्टि से सोयाबीन और उड़द की फसलें बर्बाद हो रही हैं. वहीं कुछ फसलें बांझ रह गई हैं. उन्होंने मांग की है कि फसलों का सर्वे कराकर सर्वे की छाया प्रति पंचायत में चस्पा की जाए. साथ ही सोयाबीन, उड़द, मूंग, धान, मक्का आदि खरीफ की फसलों के पंजीयन किए जाएं. जिससे किसानों को समर्थन मूल्य पर फसल बेचने का लाभ मिल सके. इसके अलावा ही खरीफ की फसल कटने के लिए तैयार है, बीमा कंपनियों को समय पर क्रॉप कटिंग करने के लिए निर्देशित किया जाएं. किसान संघ ने अपनी मांग में कृषि उपज मंडी को बीते दिन से अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर दिया था, उसे फिर से चालू करवाने की मांग भी की गई है.

आंदोलन की चेतावनी
किसान संघ के प्रदेश मंत्री जगराम सिंह ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 7 दिन के अंदर उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो वे प्रशासन की ईट से ईट बजा देंगे. उन्होंने कहा कि अशोकनगर के इतिहास में ऐसा प्रदर्शन होगा कि अशोकनगर किसान विश्वभर में प्रसिद्ध हो जाएगा.

अशोकनगर। भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया है. जिले भर से आये सैकड़ों किसानों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए आठ सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर अभय वर्मा को ज्ञापन सौंपा.

कलेक्टर के न आने पर भड़के किसान
किसान अपनी नष्ट हुई फसल को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए लगभग 2 घंटे तक जमकर जिला प्रशासन का विरोध करते हुए नारेबाजी करते रहे. लेकिन जब किसानों को ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट की गेट पर तहसीलदार रोहित रघुवंशी पहुंचे तो, किसान आक्रोशित हो गए. उन्होंने अपना ज्ञापन केवल कलेक्टर अभय वर्मा को ही देने की मांग की. लेकिन कलेक्टर जब काफी देर तक नहीं पहुंचे, तो किसानों वे जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. मामला बढ़ता देख कलेक्टर अभय वर्मा, एसपी रघुवंश भदौरिया, एडीएम, डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य अधिकारी ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे. जहां किसानों के 5 पदाधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन पढ़कर सुनाते हुए उन्हें सौंप दिया.

किसानों की मांगें
किसानों ने मांग की है कि जिले के सभी गांवों में अतिवृष्टि से सोयाबीन और उड़द की फसलें बर्बाद हो रही हैं. वहीं कुछ फसलें बांझ रह गई हैं. उन्होंने मांग की है कि फसलों का सर्वे कराकर सर्वे की छाया प्रति पंचायत में चस्पा की जाए. साथ ही सोयाबीन, उड़द, मूंग, धान, मक्का आदि खरीफ की फसलों के पंजीयन किए जाएं. जिससे किसानों को समर्थन मूल्य पर फसल बेचने का लाभ मिल सके. इसके अलावा ही खरीफ की फसल कटने के लिए तैयार है, बीमा कंपनियों को समय पर क्रॉप कटिंग करने के लिए निर्देशित किया जाएं. किसान संघ ने अपनी मांग में कृषि उपज मंडी को बीते दिन से अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर दिया था, उसे फिर से चालू करवाने की मांग भी की गई है.

आंदोलन की चेतावनी
किसान संघ के प्रदेश मंत्री जगराम सिंह ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 7 दिन के अंदर उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो वे प्रशासन की ईट से ईट बजा देंगे. उन्होंने कहा कि अशोकनगर के इतिहास में ऐसा प्रदर्शन होगा कि अशोकनगर किसान विश्वभर में प्रसिद्ध हो जाएगा.

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