हरदा। जिले में हुई लगातार बारिश के बाद खरीफ की मुख्य फसल सोयाबीन खराब हो गई है. इसको लेकर अब जिले में राजनीति गरमाने लगी है. कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले में भाजपा के द्वारा प्रशासन से खेतों का सर्वे कराकर किसानों को राहत राशि और मुआवजा दिए जाने की मांग की गई, इसके बाद आज कांग्रेस भी मैदान मेंं आ गई. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर 1 सप्ताह के भीतर किसानों को राहत राशि दिलाने की मांग की है. साथ ही 1 सप्ताह के अंदर राहत राशि न मिलने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
जिले के कांग्रेसी नेताओं ने अपने-अपने क्षेत्र में खराब हुई सोयाबीन की फसल को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उन्होंने किसानों को जल्द से जल्द खराब फसल का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की. इस दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.गौरतलब है कि भाजपा जिला अध्यक्ष अमर सिंह मीणा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी सोमवार को इसी मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर किसानों को राहत दी जाने की पहल की थी.
टिमरनी में कांग्रेस ने अर्धनग्न होकर किया प्रदर्शन
टिमरनी में ब्लाक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अर्धनग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही बस स्टैंड चौराहे से लेकर तहसील कार्यालय तक रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. जिसमें कांग्रेस ने बीमारी और अतिवृष्टि के कारण नष्ट हुई सोयाबीन की फसल का जल्द सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की है. युवा नेता अभिजीत शाह ने कहा कि किसानों का पिछले साल का भी 75% मुआवजा स्वीकृत होने के बाद बाकी है, उसे भी शीघ्र किसानों को भुगतान किया जाए.