भोपाल। कांग्रेस लोकसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा कर रही है, लोकसभा क्षेत्र वार मंत्री और एआईसीसी के पदाधिकारी प्रत्याशी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से हार के पीछे की वजह पूछ रहे हैं, लेकिन समीक्षा के बाद भी हार की ठोस वजह का पता नहीं चल पा रहा. हालांकि, ईवीएम की विश्वसनीयता पर जरूर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
कांग्रेस ने रविवार को इंदौर में झाबुआ, खंडवा और इंदौर में मिली हार की समीक्षा की. जहां संस्कृति मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी संजय कपूर ने लोक सभा वार कार्यकर्ता और पदाधिकारियों से हार के कारणों को जाना, समीक्षा के बाद भी कांग्रेस पदाधिकारी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचे कि आखिर कांग्रेस को इतनी बड़ी हार क्यों मिली.
ईवीएम में गड़बड़ी पर सवाल
कांग्रेस पदाधिकारियों ने एक बार फिर ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है. संस्कृति मंत्री विजय लक्ष्मी साधो का कहना है कि ईवीएम में कुछ तो गड़बड़ी हो सकती है. उन्होंने कहा कि वे चुनाव आयोग पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, लेकिन ये सवाल सभी के मन में जरूर उठता है कि जिस देश ने ईवीएम बनाया, वहां पर भी ईवीएम का उपयोग बंद कर दिया गया, जबकि भारत में अभी भी ईवीएम से चुनाव कराए जा रहे हैं. इसके अलावा नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी विजयालक्ष्मी ने कहा कि पीसीसी का अध्यक्ष ऊर्जावान होना चाहिए.
'लोगों तक नहीं पहुंची योजनाएं'
संजय कपूर ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए, उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जिस तरह का झूठा माहौल बनाया था, उसके आगे कांग्रेस अपनी मार्केटिंग नहीं कर पाई. योजनाएं लोगों तक नहीं पहुंची. झाबुआ से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे कांतिलाल भूरिया ने भी बीजेपी पर गलत प्रचार का आरोप लगाया, लेकिन इतनी बड़ी हार का अंदाजा उन्हें भी नहीं था. हालांकि, उप चुनाव में अपनी दावेदारी के सवाल को लेकर कांतिलाल भूरिया उसे टाल गए.