खंडवा। ओंकारेश्वर क्षेत्र के 26 गांवों के सैकड़ों पक्षकारों को अपने प्रकरणों की सुनवाई के लिए पुनासा न्यायालय जाने में होने वाली परेशानी से छुटकारा मिलने वाला है, क्योंकि अब ओंकारेश्वर में ही सिविल न्यायालय स्थापित होने जा रहा है, जिसके चलते पक्षकारों की स्थानीय स्तर पर ही सुनवाई हो सकेगी. साथ ही उनके आने-आने का खर्च और समय बचेगा. इस न्यायालय के अधीन अभी मांधाता थाना में आने वाली चौकीयों के मामले ही रहेंगे. मांग के अनुसार आगे और थाने भी सम्मिलित किए जा सकते हैं.
![Civil court inaugurated in Omkareshwar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08:01:49:1598365909_mp-kha-02-mandhata-pkg-10014_25082020194848_2508f_1598365128_236.jpg)
अभी करीब 35 गांवाें के सैकड़ों पक्षकारों को अपने प्रकरणों की सुनवाई के लिए खण्डवा - पुनासा जाना पड़ता है. करीब 60 से 70 किमी का सफर तय करने के कारण कई पक्षकार समय पर न्यायालय नहीं पहुंच पाते हैं. ऐसे में उन्हें सुनवाई के लिए अगली तारीख पर आना पड़ता है, उन्हें खर्च भी अधिक करना पड़ता है. इसी परेशानी को देखते हुए ओंकारेश्वर में सिविल न्यायालय स्थापित किया गया है. नगर परिषद ओंकारेश्वर द्वारा न्यायालय के लिए भवन दिया गया है.
मांधाता में सिविल न्यायालय स्थापित होने से करीब 26 गांवों के लोगों की सुनवाई स्थानीय स्तर पर ही हो सकेगी. आने-जाने रुपए खर्च नहीं करने पड़ेंगे. वहीं यदि पेशी आगे के एक-दो दिन की भी लगती है, तो पक्षकार आसानी से न्यायालय में हाजिर हाे सकेंगे.