उज्जैन। रविवार को उज्जैन में 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चली. इस दौरान महाकाल लोक में 6 सप्त ऋर्षियों की मूर्तियां गिर गईं. महाकाल मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने तत्काल मूर्तियों को वहां से हटवाया.इसके बाद महाकाल लोक को आम श्रद्धालुओं के लिए रात को ही खोल दिया गया. जिस कंपनी ने मूर्तियां बनाई थीं,उन्हें नई मूर्तियां लगाने का आदेश दिया गया है. जल्द ही नए सिरे से मूर्तियां लगाई जाएंगी.
पिछले साल अक्टूबर में हुआ लोकार्पण : बता दें कि उज्जैन में 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था. तभी से महाकाल लोक में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी थी. महाकाल लोक 430 करोड़ की लागत से तैयार कराया गया था. यहां लगी सभी मूर्तियों की लागत ₹45 करोड़ रुपए थी. आंधी के कारण सप्त ऋषियों की मूर्तियां गिरने से प्रशासन में हड़कंप है. बताया जा रहा है कि कंपनी से कहा जा रहा है कि इस बार मूर्तियां ऐसी बनाएं,जो आंधी के दौरान क्षतिग्रस्त न हों.
कांग्रेस ने 7 सदस्यीय टीम बनाई : इधर, विपक्षी दल कांग्रेस ने महाकाल लोक गलियारे में तेज हवा के कारण मूर्तियां गिरने की जांच के लिए एक समिति गठित की है. कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए हमला बोला. कांग्रेस ने निर्माण की गुणवत्ता की जांच की मांग की. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने बताया कि महाकाल लोक कॉरिडोर में मूर्तियों के गिरने की जांच के लिए पार्टी के पांच विधायकों सहित सात सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. जांच के बाद समिति एमपी कांग्रेस कमेटी को एक रिपोर्ट सौंपेगी. वहीं, कमलनाथ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि नई मूर्तियां तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच के बाद दंडित किया जाए.
Also Read: ये खबरें भी पढ़ें... |
बीजेपी ने किया कांग्रेस पर पलटवार : वहीं, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले सिंहस्थ में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. इसकी जांच के लिए एक समिति का गठन किया. लेकिन इस समिति को कोई अनियमितता नहीं मिली. उन्होंने कहा कि तेज हवाओं ने 160 मूर्तियों में से छह को क्षतिग्रस्त किया है. वहीं, उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जानकारी दी कि महाकाल लोक कॉरिडोर में कुल 160 मूर्तियां स्थापित हैं और उनमें से लगभग 10 फीट ऊंची सप्तऋषियों की 6 मूर्तियां तेज हवाओं के कारण शाम करीब 4 बजे नीचे गिर गईं.