ETV Bharat / bharat

टीएमसी सासंद बोले- अगर हमारे साथी नहीं आते, तो मुझे बुरी तरह पीट दिया जाता - tmc suspension of Shantanu Sen

तृणमूल सांसद शांतनु सेन को संसद सत्र से निलंबित किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यसभा में पार्टी के चीफ व्हिप सुखेंदु शेखर राय ने निलंबन को वापस लेने की मांग की. खुद शांतनु सेन ने कहा कि उन्हें बचाने के लिए उनके साथी सांसद नहीं आते, तो उन्हें बुरी तरह पीट दिया जाता.

tmc
tmc
author img

By

Published : Jul 23, 2021, 8:59 PM IST

नई दिल्ली : राज्यसभा में गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से पेगासस पर उनके व्यक्तव्य को छीनकर फाड़ने और उसे सभापति की तरफ उछालने के प्रकरण में तृणमूल सांसद पर कार्रवाई करते हुए राज्यसभा के अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने शांतनु सेन को पूरे सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया है. इस निर्णय पर तृणमूल कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है.

सांसद और राज्यसभा में पार्टी के चीफ व्हिप सुखेंदु शेखर राय ने इसे मनमाना और अवैध बताया है. एक सवाल के जबाब में सुखेंदु ने कहा कि सदन नियमों के अनुसार चलता है और यह किसी के घर का ड्रॉइंग रूम नहीं है. सदन के सदस्य यदि कोई विषय रखना चाहते हैं तो उन्हें सभापति के अनुमति से ऐसा करने का अधिकार है.

सुखेंदु शेखर राय का बयान

उन्होंने कहा, तृणमूल पिछले चार दिन से पेगासस जासूसी प्रकरण पर चर्चा करना चाहती है जो नहीं होने दिया जा रहा है. उन्हें चर्चा की अनुमति नहीं दी जा रही है. यदि अध्यक्ष अनुमति नहीं देते हैं तो उन्हें बताना पड़ता है कि उन्होंने अनुमति क्यों नहीं दी है.

पढ़ें :- टीएमसी सांसद शांतनु सेन मानसून सत्र से निलंबित, राज्य सभा कल तक स्थगित

शुक्रवार को सदन की कार्रवाई की सूची में यह विषय नहीं था लेकिन उसके बाद भी राज्यसभा अध्यक्ष ने डॉ शांतनु सेन के निलंबन की कार्रवाई की. इस तरह से यह अवैध है. सुखेंदु शेखर राय ने कहा है कि वह इस निर्णय के विरोध में भी प्रदर्शन करते रहेंगे और उनकी मांग है कि शांतनु सेन के निलंबन को वापस लिया जाए और उन्हें सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने की अनुमति दी जाए.

पढ़ें :- Pegasus पर संसद में हंगामा, टीएमसी का अमर्यादित आचरण, राज्य सभा में उछाले कागज

वहीं, सांसद शांतनु सेन ने अपने निलंबन पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. हलांकि उन्होंने कहा कि वे अन्य नेताओं का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन लोगों ने उन्हें रेस्क्यू किया, अगर वे ऐसा नहीं करते तो मंत्री (केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी) उनके साथ मारपीट कर देते.

शांतनु सेन का बयान

उन्होंने कहा मंत्री उन्हें धमकी दे रहे थे और अभद्र भाषा में बात कर रहे थे. वे उन पर हमला करने वाले थे. इसी बीच अन्य नेताओं ने मुझे बचा लिया.

नई दिल्ली : राज्यसभा में गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से पेगासस पर उनके व्यक्तव्य को छीनकर फाड़ने और उसे सभापति की तरफ उछालने के प्रकरण में तृणमूल सांसद पर कार्रवाई करते हुए राज्यसभा के अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने शांतनु सेन को पूरे सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया है. इस निर्णय पर तृणमूल कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है.

सांसद और राज्यसभा में पार्टी के चीफ व्हिप सुखेंदु शेखर राय ने इसे मनमाना और अवैध बताया है. एक सवाल के जबाब में सुखेंदु ने कहा कि सदन नियमों के अनुसार चलता है और यह किसी के घर का ड्रॉइंग रूम नहीं है. सदन के सदस्य यदि कोई विषय रखना चाहते हैं तो उन्हें सभापति के अनुमति से ऐसा करने का अधिकार है.

सुखेंदु शेखर राय का बयान

उन्होंने कहा, तृणमूल पिछले चार दिन से पेगासस जासूसी प्रकरण पर चर्चा करना चाहती है जो नहीं होने दिया जा रहा है. उन्हें चर्चा की अनुमति नहीं दी जा रही है. यदि अध्यक्ष अनुमति नहीं देते हैं तो उन्हें बताना पड़ता है कि उन्होंने अनुमति क्यों नहीं दी है.

पढ़ें :- टीएमसी सांसद शांतनु सेन मानसून सत्र से निलंबित, राज्य सभा कल तक स्थगित

शुक्रवार को सदन की कार्रवाई की सूची में यह विषय नहीं था लेकिन उसके बाद भी राज्यसभा अध्यक्ष ने डॉ शांतनु सेन के निलंबन की कार्रवाई की. इस तरह से यह अवैध है. सुखेंदु शेखर राय ने कहा है कि वह इस निर्णय के विरोध में भी प्रदर्शन करते रहेंगे और उनकी मांग है कि शांतनु सेन के निलंबन को वापस लिया जाए और उन्हें सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने की अनुमति दी जाए.

पढ़ें :- Pegasus पर संसद में हंगामा, टीएमसी का अमर्यादित आचरण, राज्य सभा में उछाले कागज

वहीं, सांसद शांतनु सेन ने अपने निलंबन पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. हलांकि उन्होंने कहा कि वे अन्य नेताओं का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन लोगों ने उन्हें रेस्क्यू किया, अगर वे ऐसा नहीं करते तो मंत्री (केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी) उनके साथ मारपीट कर देते.

शांतनु सेन का बयान

उन्होंने कहा मंत्री उन्हें धमकी दे रहे थे और अभद्र भाषा में बात कर रहे थे. वे उन पर हमला करने वाले थे. इसी बीच अन्य नेताओं ने मुझे बचा लिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.