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निलंबित बीजेपी विधायक टी राजा सिंह को मिली जमानत - निलंबित बीजेपी विधायक टी राजा सिंह मिली जमानत

बीजेपी के निलंबित विधायक टी राजा सिंह को पैगम्बर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में जमानत मिल गई है. कोर्ट ने उनकी रिमांड की अर्जी लौटाते हुए आदेश दिया है कि उन्हें तत्काल रिहा किया जाए.

Suspended BJP MLA Raja Singh gets bail
निलंबित बीजेपी विधायक टी राजा सिंह मिली जमानत
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Published : Aug 23, 2022, 7:33 PM IST

Updated : Aug 23, 2022, 11:04 PM IST

हैदराबाद: तेलंगाना से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विवादास्पद विधायक राजा सिंह को हैदराबाद पुलिस ने कथित तौर पर एक वीडियो में पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध टिप्पणी करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया. हालांकि, बाद में उक्त विवादित वीडियो को सोशल मीडिया मंच से हटा दिया गया. राजा सिंह को गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई. अदालत ने राजा सिंह के वकील के इस तर्क को स्वीकार कर लिया कि पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारी से पहले दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-41 के तहत उनके मुवक्किल को नोटिस जारी नहीं किया था.

राजा के अधिवक्ता ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि पुलिस ने उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का पालन नहीं किया, जिसके तहत सात साल से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी से पहले नोटिस दिया जाना चाहिए. अदालत परिसर में उस हल्के तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब राजा सिंह के समर्थकों और विरोधियों ने नारेबाजी की. पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर जमा लोगों को तितर-बितर किया. राजा सिंह की टिप्पणी को लेकर बढ़े विवाद के बीच भाजपा ने भी उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है. इस प्रकरण के बाद हैदराबाद पुलिस ने संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी है.

भाजपा विधायक ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में वह कुछ टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं, जो प्रतीत होता है कि इस्लाम के विरूद्ध है. फारुकी ने हाल ही में शहर में एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने दावा किया कि सिंह ने पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है.

एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'यह सुनिश्चित करना भाजपा की आधिकारिक नीति है कि मुस्लिम हमेशा भावनात्मक और मानसिक रूप से यातना का सामना करें, इसके लिए वह अपने सदस्यों को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने की अनुमति देती है, जिसे हम पैगबंर मोहम्मद के बारे में सड़क छापा भाषा कहते हैं. यह भाजपा का जानबूझकर प्रयास है और उन्होंने अपने विधायक को इस भाषा में बोलने की अनुमति दी.'

ओवैसी ने पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा द्वारा की गई कथित टिप्पणी के बाद हंगामा और उन्हें पार्टी से निलंबित किए जाने का संदर्भ देते हुए कहा, 'उन्होंने नुपुर शर्मा से सबक नहीं सीखा. यह नुपुर शर्मा ने जो कहा, उसकी अगली कड़ी है.' मोहम्मद वजहीउद्दीन सलमान नामक व्यक्ति द्वारा दबीरपुरा पुलिस थाने में राजा सिंह के विरूद्ध शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें उनपर पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध अश्लील भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है. हैदराबाद पश्चिमी जोन के पुलिस उपायुक्त जोएल डेविस ने बताया कि मंगलहाट पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर राजा सिंह को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया.

भाजपा नेता की गिरफ्तारी की मांग करते हुए समुदाय के कई लोगों ने सोमवार रात हैदराबाद के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया. एआईएमआईएम सूत्रों ने बताया कि पार्टी के कई विधायक और वृहद हैदराबाद नगर निगम के कई पार्षद विभिन्न थानों में पहुंचे और प्रदर्शन कर राजा सिंह के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने बताया कि सिंह के विरूद्ध शहर के दक्षिण, पूर्वी और पश्चिमी जोन के कई पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई गई है. दबीरपुर पुलिस थाने के निरीक्षक जी कोटेश्वर राव ने बताया कि उन्हें सिंह के विरूद्ध एक शिकायत मिली है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि भाजपा विधायक ने एक धर्म विशेष के विरूद्ध अपमानजनक टिप्पणियां की हैं.

राव के मुताबिक, सिंह के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों में शत्रुता को बढ़ावा देने, जानबूझकर और दुर्भावनार्पूण कृत्य करने, धर्म व धार्मिक मान्यताओं का अपमान करके किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की मंशा तथा आपराधिक धमकी के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है. गोशामहल से विधायक सिंह ने गिरफ्तारी के दौरान पत्रकारों से कहा कि उन्होंने जिस सोशल मीडिया साइट पर अपना वीडियो साझा किया था, उसने उसे हटा दिया है और वह रिहा होने के बाद इस वीडियो क्लिप का दूसरा हिस्सा अपलोड करेंगे.

सिंह ने कहा, 'उन्होंने यूट्यूब से मेरी वीडियो हटा दी. मुझे नहीं पता कि पुलिस क्या करने जा रही है. जब मैं रिहा हो जाऊंगा तो निश्चित तौर पर वीडियो का दूसरा हिस्सा अपलोड करूंगा. मैं यह धर्म के लिए कर रहा हूं. मैं धर्म के लिए मरने को भी तैयार हूं.' सिंह ने यह जानना चाहा कि उनके विरूद्ध विभिन्न पुलिस थानों में इतनी शिकायतें क्यों दर्ज की गईं. उन्होंने कहा, 'शिकायतें क्यों दर्ज की गईं? हमारे राम, राम नहीं हैं? हमारी सीता, सीता नहीं है? मैंने डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) से हाथ जोड़कर अनुरोध किया था कि वह राम और सीता के विरूद्ध अभद्र भाषा में कॉमेडी करने वाले व्यक्ति (मुनव्वर फारुकी) को कार्यक्रम की अनुमति न दें.'

इस बीच, कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध विवादित टिप्पणी के बाद भाजपा ने सिंह को निलंबित कर 10 दिनों में उन्हें यह बताने को कहा है कि क्यों न उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए. भाजपा की केंद्रीय अनुशासनात्मक समिति के सचिव ओम पाठक की ओर से जारी एक बयान में सिंह को पार्टी से निलंबित किए जाने की जानकारी दी गई. इस संबंध में पाठक की ओर से सिंह को भेजे गए एक नोटिस में कहा गया, 'आपने विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की राय से अलग विचार व्यक्त किए हैं, जो कि भाजपा के संविधान के नियम XXV 10 (ए) का उल्लंघन है. मुझे आपको बताने का निर्देश दिया गया है कि आगे की जांच तक आपको पार्टी से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है और सभी दायित्वों से मुक्त किया जाता है.'

पाठक ने सिंह से 10 दिनों के भीतर यह जवाब देने को भी कहा कि क्यों ना उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए. उन्होंने कहा, 'आपका हस्ताक्षरित विस्तृत जवाब दो सितंबर 2022 तक मिल जाना चाहिए.' गौरतलब है कि सिंह को विवादित टिप्पणियों के लिए जाना जाता है. इस साल की शुरुआत में राजा सिंह ने कहा था कि जो उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का (चुनाव में) समर्थन नहीं करेंगे वे देशद्रोही हैं और उन्हें विधानसभा चुनाव के बाद इसके नतीजे भुगतने होंगे.

यह भी पढ़ें-बीजेपी ने विधायक टी राजा को किया सस्पेंड, पैगम्बर मोहम्मद पर की थी टिप्पणी

हैदराबाद: तेलंगाना से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विवादास्पद विधायक राजा सिंह को हैदराबाद पुलिस ने कथित तौर पर एक वीडियो में पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध टिप्पणी करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया. हालांकि, बाद में उक्त विवादित वीडियो को सोशल मीडिया मंच से हटा दिया गया. राजा सिंह को गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई. अदालत ने राजा सिंह के वकील के इस तर्क को स्वीकार कर लिया कि पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारी से पहले दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-41 के तहत उनके मुवक्किल को नोटिस जारी नहीं किया था.

राजा के अधिवक्ता ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि पुलिस ने उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का पालन नहीं किया, जिसके तहत सात साल से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी से पहले नोटिस दिया जाना चाहिए. अदालत परिसर में उस हल्के तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब राजा सिंह के समर्थकों और विरोधियों ने नारेबाजी की. पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर जमा लोगों को तितर-बितर किया. राजा सिंह की टिप्पणी को लेकर बढ़े विवाद के बीच भाजपा ने भी उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है. इस प्रकरण के बाद हैदराबाद पुलिस ने संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी है.

भाजपा विधायक ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में वह कुछ टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं, जो प्रतीत होता है कि इस्लाम के विरूद्ध है. फारुकी ने हाल ही में शहर में एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने दावा किया कि सिंह ने पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है.

एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'यह सुनिश्चित करना भाजपा की आधिकारिक नीति है कि मुस्लिम हमेशा भावनात्मक और मानसिक रूप से यातना का सामना करें, इसके लिए वह अपने सदस्यों को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने की अनुमति देती है, जिसे हम पैगबंर मोहम्मद के बारे में सड़क छापा भाषा कहते हैं. यह भाजपा का जानबूझकर प्रयास है और उन्होंने अपने विधायक को इस भाषा में बोलने की अनुमति दी.'

ओवैसी ने पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा द्वारा की गई कथित टिप्पणी के बाद हंगामा और उन्हें पार्टी से निलंबित किए जाने का संदर्भ देते हुए कहा, 'उन्होंने नुपुर शर्मा से सबक नहीं सीखा. यह नुपुर शर्मा ने जो कहा, उसकी अगली कड़ी है.' मोहम्मद वजहीउद्दीन सलमान नामक व्यक्ति द्वारा दबीरपुरा पुलिस थाने में राजा सिंह के विरूद्ध शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें उनपर पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध अश्लील भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है. हैदराबाद पश्चिमी जोन के पुलिस उपायुक्त जोएल डेविस ने बताया कि मंगलहाट पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर राजा सिंह को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया.

भाजपा नेता की गिरफ्तारी की मांग करते हुए समुदाय के कई लोगों ने सोमवार रात हैदराबाद के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया. एआईएमआईएम सूत्रों ने बताया कि पार्टी के कई विधायक और वृहद हैदराबाद नगर निगम के कई पार्षद विभिन्न थानों में पहुंचे और प्रदर्शन कर राजा सिंह के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने बताया कि सिंह के विरूद्ध शहर के दक्षिण, पूर्वी और पश्चिमी जोन के कई पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई गई है. दबीरपुर पुलिस थाने के निरीक्षक जी कोटेश्वर राव ने बताया कि उन्हें सिंह के विरूद्ध एक शिकायत मिली है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि भाजपा विधायक ने एक धर्म विशेष के विरूद्ध अपमानजनक टिप्पणियां की हैं.

राव के मुताबिक, सिंह के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों में शत्रुता को बढ़ावा देने, जानबूझकर और दुर्भावनार्पूण कृत्य करने, धर्म व धार्मिक मान्यताओं का अपमान करके किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की मंशा तथा आपराधिक धमकी के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है. गोशामहल से विधायक सिंह ने गिरफ्तारी के दौरान पत्रकारों से कहा कि उन्होंने जिस सोशल मीडिया साइट पर अपना वीडियो साझा किया था, उसने उसे हटा दिया है और वह रिहा होने के बाद इस वीडियो क्लिप का दूसरा हिस्सा अपलोड करेंगे.

सिंह ने कहा, 'उन्होंने यूट्यूब से मेरी वीडियो हटा दी. मुझे नहीं पता कि पुलिस क्या करने जा रही है. जब मैं रिहा हो जाऊंगा तो निश्चित तौर पर वीडियो का दूसरा हिस्सा अपलोड करूंगा. मैं यह धर्म के लिए कर रहा हूं. मैं धर्म के लिए मरने को भी तैयार हूं.' सिंह ने यह जानना चाहा कि उनके विरूद्ध विभिन्न पुलिस थानों में इतनी शिकायतें क्यों दर्ज की गईं. उन्होंने कहा, 'शिकायतें क्यों दर्ज की गईं? हमारे राम, राम नहीं हैं? हमारी सीता, सीता नहीं है? मैंने डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) से हाथ जोड़कर अनुरोध किया था कि वह राम और सीता के विरूद्ध अभद्र भाषा में कॉमेडी करने वाले व्यक्ति (मुनव्वर फारुकी) को कार्यक्रम की अनुमति न दें.'

इस बीच, कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध विवादित टिप्पणी के बाद भाजपा ने सिंह को निलंबित कर 10 दिनों में उन्हें यह बताने को कहा है कि क्यों न उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए. भाजपा की केंद्रीय अनुशासनात्मक समिति के सचिव ओम पाठक की ओर से जारी एक बयान में सिंह को पार्टी से निलंबित किए जाने की जानकारी दी गई. इस संबंध में पाठक की ओर से सिंह को भेजे गए एक नोटिस में कहा गया, 'आपने विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की राय से अलग विचार व्यक्त किए हैं, जो कि भाजपा के संविधान के नियम XXV 10 (ए) का उल्लंघन है. मुझे आपको बताने का निर्देश दिया गया है कि आगे की जांच तक आपको पार्टी से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है और सभी दायित्वों से मुक्त किया जाता है.'

पाठक ने सिंह से 10 दिनों के भीतर यह जवाब देने को भी कहा कि क्यों ना उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए. उन्होंने कहा, 'आपका हस्ताक्षरित विस्तृत जवाब दो सितंबर 2022 तक मिल जाना चाहिए.' गौरतलब है कि सिंह को विवादित टिप्पणियों के लिए जाना जाता है. इस साल की शुरुआत में राजा सिंह ने कहा था कि जो उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का (चुनाव में) समर्थन नहीं करेंगे वे देशद्रोही हैं और उन्हें विधानसभा चुनाव के बाद इसके नतीजे भुगतने होंगे.

यह भी पढ़ें-बीजेपी ने विधायक टी राजा को किया सस्पेंड, पैगम्बर मोहम्मद पर की थी टिप्पणी

Last Updated : Aug 23, 2022, 11:04 PM IST
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