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जिलाधिकारियों को फोन कर मतगणना में धांधली करने का दबाव बना रहे प्रमुख सचिव : अखिलेश

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Published : Mar 8, 2022, 8:16 PM IST

Updated : Mar 8, 2022, 11:03 PM IST

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया है कि भाजपा यूपी विधानसभा चुनाव हार रही है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कई जिलों में ईवीएम ले जाते हुए पकड़ी गई हैं. उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से अंतिम वोट की गिनती तक चौकन्ने रहने की अपील की और कहा कि यह लोकतंत्र के लिए खतरे का समय है. वहीं, वाराणसी के जिलाधिकारी ने कहा है कि काउंटिंग कर्मचारियों की ट्रेनिंग के लिए ये ईवीएम ले जाई जा रही थीं.

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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मतगणना से पहले सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अखिलेश ने कहा कि वाराणसी में ईवीएम लदी ट्रक मिली है. भाजपा हार के डर से खेल कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सभी डीएम को फोन कर रहे हैं और मतगणना धीरे करने का दबाव बना रहे हैं. चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि निष्पक्ष पारदर्शिता से चुनाव कराएं.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव

बता दें कि एक वायरल वीडियो में ईवीएम एक गाड़ी पर देखी गईं. इसको लेकर सपा अध्यक्ष ने कहा कि वाराणसी में ईवीएम की गाड़ी पकड़ी गई और दो गाड़ी क्यों भागीं, चुनाव आयोग को इसका जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि बिना सिक्योरिटी और बिना प्रत्याशी की जानकारी के कैसे ईवीएम को ले जाया जा रहा था. पूर्व सीएम ने कहा कि मतगणना के दौरान अगर कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है तो चुनाव आयोग की जिम्मेदारी होगी. अखिलेश ने कहा कि पिछले चुनाव में 47 सीट भाजपा कम अंतर से जीती थी, सब खेल हो रहा है.

देखें वायरल वीडियो

उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल से ऐसी धारणा बनाई जा रही है कि अगर चोरी करें तो न पकड़ी जाए. अगर वोट नहीं गिना जाएगा तो लोकतंत्र कैसे बचेगा? उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है. सभी को आगे आकर इस लड़ाई को ईमानदारी से लड़ना चाहिए और पूरी निगरानी करनी चाहिए. यह लोकतंत्र के लिए खतरे का समय है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रमुख सचिव के द्वारा डीएम को फोन करके कहा जा रहा है कि जहां भाजपा हार रही हो वहां गिनती स्लो रखी जाए. मेरी नौजवानों से अपील है कि तीन दिन लोकतंत्र के अखंड प्रहरी बनकर लोकतंत्र को बचाने का काम करें.

अखिलेश ने कहा, 'डीएम की क्या हैसियत है, जब प्रमुख सचिव फोन कर रहे हैं. मैं भी उस डीएम को जान रहा हूं, मैंने भी उसे मुजफ्फरनगर में पोस्टिंग दी थी.' सपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग ने अधिकारियों को नहीं हटाया है. मुझे चुनाव आयोग पर भरोसा बिल्कुल नहीं है. अधिकारी वही भाषा बोल रहे हैं जो सरकार कह रही है. अखिलेश यादव ने कहा कि निष्पक्ष मतगणना होती है तो सपा गठबंधन 300 सीट से ज्यादा जीतेगा.

यह भी पढ़ें- वाड्रा ने दिए राजनीति में आने के संकेत, मुरादाबाद होगी कर्मस्थली

वहीं, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि सपा गठबंधन से भाजपा हार गई है. पीएम मोदी जिले-जिले और वाराणसी में गली-गली घूमे हैं. ये मैं पहली बार देख रहा हूं. उन्होंने कहा कि मेरे नामांकन के समय गुंडे कैसे पहुंच गए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वाराणसी में जो ईवीएम लेकर गाड़ी गई तो सूचना क्यों नहीं दी गई. डीएम और वाराणसी कमिश्नर के रहते हुए निष्पक्ष मतगणना नहीं हो सकती है.

वाराणसी के जिलाधिकारी ने आरोपों का किया खंडन
वहीं, अखिलेश यादव के आरोपों का खंडन करते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि बुधवार को वाराणसी के काउंटिंग कर्मचारियों की एक कॉलेज में ट्रेनिंग है. उसके लिए 20 EVM मशीनें ले जाई जा रही थीं. उसे एक छोटी गाड़ी में सवार कुछ लोगों द्वारा रोका गया. उन लोगों में यह भ्रम हुआ कि कहीं ये चुनाव में इस्तेमाल हुईं EVM मशीनें तो नहीं हैं. बाद में यहां भीड़ हो गई थी. सभी अधिकारियों ने उन्हें समाझाया. अब सभी पार्टियों के प्रत्याशियों और अध्यक्षों को बुलाया गया है कि आप सभी स्पष्ट कर लीजिए कि जो EVM ले जाई जा रही थी वह सभी ट्रेनिंग के लिए थी.

उन्होंने कहा कि ये EVM और वो EVM आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए नहीं है. सभी चीज़ें स्पष्ट कराई जा रही है. हमने अब निर्णय लिया है कि कल (बुधवार को) जो कर्मचारियों की काउंटिंग ट्रेनिंग है, उसे बिना EVM के ही करवा दी जाएगी.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मतगणना से पहले सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अखिलेश ने कहा कि वाराणसी में ईवीएम लदी ट्रक मिली है. भाजपा हार के डर से खेल कर रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सभी डीएम को फोन कर रहे हैं और मतगणना धीरे करने का दबाव बना रहे हैं. चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि निष्पक्ष पारदर्शिता से चुनाव कराएं.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव

बता दें कि एक वायरल वीडियो में ईवीएम एक गाड़ी पर देखी गईं. इसको लेकर सपा अध्यक्ष ने कहा कि वाराणसी में ईवीएम की गाड़ी पकड़ी गई और दो गाड़ी क्यों भागीं, चुनाव आयोग को इसका जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि बिना सिक्योरिटी और बिना प्रत्याशी की जानकारी के कैसे ईवीएम को ले जाया जा रहा था. पूर्व सीएम ने कहा कि मतगणना के दौरान अगर कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है तो चुनाव आयोग की जिम्मेदारी होगी. अखिलेश ने कहा कि पिछले चुनाव में 47 सीट भाजपा कम अंतर से जीती थी, सब खेल हो रहा है.

देखें वायरल वीडियो

उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल से ऐसी धारणा बनाई जा रही है कि अगर चोरी करें तो न पकड़ी जाए. अगर वोट नहीं गिना जाएगा तो लोकतंत्र कैसे बचेगा? उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है. सभी को आगे आकर इस लड़ाई को ईमानदारी से लड़ना चाहिए और पूरी निगरानी करनी चाहिए. यह लोकतंत्र के लिए खतरे का समय है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रमुख सचिव के द्वारा डीएम को फोन करके कहा जा रहा है कि जहां भाजपा हार रही हो वहां गिनती स्लो रखी जाए. मेरी नौजवानों से अपील है कि तीन दिन लोकतंत्र के अखंड प्रहरी बनकर लोकतंत्र को बचाने का काम करें.

अखिलेश ने कहा, 'डीएम की क्या हैसियत है, जब प्रमुख सचिव फोन कर रहे हैं. मैं भी उस डीएम को जान रहा हूं, मैंने भी उसे मुजफ्फरनगर में पोस्टिंग दी थी.' सपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग ने अधिकारियों को नहीं हटाया है. मुझे चुनाव आयोग पर भरोसा बिल्कुल नहीं है. अधिकारी वही भाषा बोल रहे हैं जो सरकार कह रही है. अखिलेश यादव ने कहा कि निष्पक्ष मतगणना होती है तो सपा गठबंधन 300 सीट से ज्यादा जीतेगा.

यह भी पढ़ें- वाड्रा ने दिए राजनीति में आने के संकेत, मुरादाबाद होगी कर्मस्थली

वहीं, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि सपा गठबंधन से भाजपा हार गई है. पीएम मोदी जिले-जिले और वाराणसी में गली-गली घूमे हैं. ये मैं पहली बार देख रहा हूं. उन्होंने कहा कि मेरे नामांकन के समय गुंडे कैसे पहुंच गए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वाराणसी में जो ईवीएम लेकर गाड़ी गई तो सूचना क्यों नहीं दी गई. डीएम और वाराणसी कमिश्नर के रहते हुए निष्पक्ष मतगणना नहीं हो सकती है.

वाराणसी के जिलाधिकारी ने आरोपों का किया खंडन
वहीं, अखिलेश यादव के आरोपों का खंडन करते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि बुधवार को वाराणसी के काउंटिंग कर्मचारियों की एक कॉलेज में ट्रेनिंग है. उसके लिए 20 EVM मशीनें ले जाई जा रही थीं. उसे एक छोटी गाड़ी में सवार कुछ लोगों द्वारा रोका गया. उन लोगों में यह भ्रम हुआ कि कहीं ये चुनाव में इस्तेमाल हुईं EVM मशीनें तो नहीं हैं. बाद में यहां भीड़ हो गई थी. सभी अधिकारियों ने उन्हें समाझाया. अब सभी पार्टियों के प्रत्याशियों और अध्यक्षों को बुलाया गया है कि आप सभी स्पष्ट कर लीजिए कि जो EVM ले जाई जा रही थी वह सभी ट्रेनिंग के लिए थी.

उन्होंने कहा कि ये EVM और वो EVM आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए नहीं है. सभी चीज़ें स्पष्ट कराई जा रही है. हमने अब निर्णय लिया है कि कल (बुधवार को) जो कर्मचारियों की काउंटिंग ट्रेनिंग है, उसे बिना EVM के ही करवा दी जाएगी.

Last Updated : Mar 8, 2022, 11:03 PM IST
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