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President Election : विपक्षी पार्टियों की अहम बैठक, टीएमसी-कांग्रेस होंगी शामिल

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Published : Jun 14, 2022, 5:35 PM IST

Updated : Jun 15, 2022, 6:48 AM IST

विपक्षी पार्टियों की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए कौन उम्मीदवार होगा, इसके लिए आज बैठक बुलाई गई है. इसमें 22 विपक्षी दलों के शामिल होने की संभावना है. बैठक में कांग्रेस और टीएमसी भी हिस्सा लेंगी. हालांकि, पिछले सप्ताह दोनों पार्टियों के बीच बैठक बुलाने को लेकर मतभेद हो गए थे. सूत्रों ने कहा कि अब उन मतभेदों को सुलझा लिया गया है. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार बनने से इनकार किया है. ईटीवी भारत संवाददाता अभिजीत ठाकुर की रिपोर्ट.

sharad pawar, mamata banerjee
शरद पवार, ममता बनर्जी

नई दिल्ली/कोलकाता : राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बुधवार को विपक्षी पार्टियों ने अहम बैठक बुलाई है. उम्मीद की जा रही है कि इसमें अधिक से अधिक विपक्षी दल शामिल होंगे. तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी के बीच कुछ मतभेद की खबरें आईं थीं, लेकिन ऐसा लगता है कि फिलहाल उसे सुलझा लिया गया है. ममता बनर्जी भी दिल्ली पहुंच चुकी हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैठक आज दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में होगी. बैठक में शामिल होने के लिए एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार भी दिल्ली पहुंच चुके हैं. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी भी इसमें शिरकत करेंगे. बैठक का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाना है.

आपको बता दें कि प.बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी पार्टियों को एक चिट्ठी लिखी थी. इसमें उन्होंने सभी पार्टियों को 15 जून को दिल्ली में आमंत्रित किया था. जिन दलों को लेटर भेजा गया था, उनमें सीपीएम और कांग्रेस दोनों शामिल है. कुल 22 पार्टियों को यह चिट्ठी भेजी गई थी. हालांकि, तब कांग्रेस के कुछ नेताओं ने ममता की चिट्ठी पर आपत्ति जताई थी. उनके अनुसार जब सोनिया गांधी ने ऐसी ही बैठक पहले ही बुला रखी है, तो फिर ममता को उसी दिन इस बैठक को बुलाने की क्या आवश्यकता थी. हालांकि, अब कहा जा रहा है कि इन मतभेदों को दरकिनार कर दिया गया है.

कांग्रेस की ओर से इस बैठक में जयराम रमेश, रणदीप सिंह सुरजेवाला और मलिल्कार्जुन खड़गे शामिल होंगे. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि यह बैठक सफल रहेगी. एक वरिष्ठ तृणमूल कांग्रेस नेता ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि सभी 22 नेता बैठक में मौजूद रहेंगे. उनके अनुसार ममता विपक्षी दलों के कुछ नेताओं से मुलाकात कर सकती हैं, लेकिन अभी कुछ तय नहीं है.

पवार ने उम्मीदवार बनने से किया इनकार : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं हैं. हालांकि कुछ विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति भवन की दौड़ में उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है. यह कहना है पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का. सोमवार को महाराष्ट्र सरकार में राकांपा के मंत्रियों के साथ मुलाकात के बाद यह मुद्दे चर्चा के लिए आया. बैठक में शामिल राकांपा के मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने रविवार को पवार से मुलाकात की और भारत के अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए राकांपा प्रमुख को अपनी पार्टी के समर्थन की पुष्टि की. यह चुनाव 18 जुलाई को होना है.

पिछले हफ्ते, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा चुनाव के सिलसिले में मुंबई में थे, तो उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पवार के नाम की वकालत की. खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने पवार की उम्मीदवारी को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से भी सलाह-मशविरा किया था.

राकांपा के मंत्री ने कहा, 'लेकिन, मुझे नहीं लगता कि वह इसके (चुनाव लड़ने) लिए इच्छुक हैं. साहेब (पवार) जन नेता हैं और वह लोगों से मिलना पसंद करते हैं. वह खुद को राष्ट्रपति भवन तक सीमित नहीं रखेंगे.” उन्होंने कहा कि इससे भी ज्यादा अहम यह है कि पवार वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को एक-साथ लाने की कोशिश में व्यस्त हैं. कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव के वास्ते एक साझा उम्मीदवार के लिए अन्य विपक्षी दलों से संपर्क कर रही है. भाजपा नीत राजग राष्ट्रपति चुनाव में अपने उम्मीदवार को आसानी से जीता सकता है, क्योंकि उसके पास करीब 50 फीसदी वोट हैं.

आम आदमी पार्टी बैठक में शामिल होगी या नहीं, अभी तक उसने अपनी स्थिति साफ नहीं की है. क्या केजरीवाल जाएंगे या फिर उनके प्रतिनिधि संजय सिंह या मनीष सिसोदिया. सूत्रों का कहना है कि पार्टी बैठक में जाएगी, लेकिन इसका खुलासा बुधवार को करेगी.

वाम पार्टियां बैठक में शामिल होंगी. सीपीएम और सीपीआई, दोनों ने बैठक लेकर हामी भर दी है. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, आरएलडी नेता जयंता चौधरी, आरजेडी ने ममता का निमंत्रण स्वीकार किया है. वे सभी बैठक में शामिल होंगे. शिवसेना, जेडीएस, टीआरएस, एआईएडीएमके के प्रतिनिधि भी बैठक में उपस्थित रहेंगे. हालांकि, बीजेडी और वाईएसआरसीपी को लेकर स्थिति साफ नहीं हो सकी है. दोनों ही पार्टियां भाजपा के प्रति सहानुभूति रखने के लिए जानी जाती हैं.

ममता ने आठ गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री की जगह पर उनके प्रतिनिधि बैठक में शामिल होंगे. आपको बता दें कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति का चुनाव होना है. इस चुनाव में 4809 सदस्य (निर्वाचक मंडल) हिस्सा लेंगे. इनमें सिर्फ सांसद और विधायक ही शामिल होते हैं.

ये भी पढ़ें : Presidential Poll: उम्मीदवार बनने की क्या हैं योग्यताएं, कितने प्रस्तावकों की जरूरत, जानें सबकुछ

नई दिल्ली/कोलकाता : राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बुधवार को विपक्षी पार्टियों ने अहम बैठक बुलाई है. उम्मीद की जा रही है कि इसमें अधिक से अधिक विपक्षी दल शामिल होंगे. तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी के बीच कुछ मतभेद की खबरें आईं थीं, लेकिन ऐसा लगता है कि फिलहाल उसे सुलझा लिया गया है. ममता बनर्जी भी दिल्ली पहुंच चुकी हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैठक आज दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में होगी. बैठक में शामिल होने के लिए एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार भी दिल्ली पहुंच चुके हैं. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी भी इसमें शिरकत करेंगे. बैठक का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम पर सहमति बनाना है.

आपको बता दें कि प.बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी पार्टियों को एक चिट्ठी लिखी थी. इसमें उन्होंने सभी पार्टियों को 15 जून को दिल्ली में आमंत्रित किया था. जिन दलों को लेटर भेजा गया था, उनमें सीपीएम और कांग्रेस दोनों शामिल है. कुल 22 पार्टियों को यह चिट्ठी भेजी गई थी. हालांकि, तब कांग्रेस के कुछ नेताओं ने ममता की चिट्ठी पर आपत्ति जताई थी. उनके अनुसार जब सोनिया गांधी ने ऐसी ही बैठक पहले ही बुला रखी है, तो फिर ममता को उसी दिन इस बैठक को बुलाने की क्या आवश्यकता थी. हालांकि, अब कहा जा रहा है कि इन मतभेदों को दरकिनार कर दिया गया है.

कांग्रेस की ओर से इस बैठक में जयराम रमेश, रणदीप सिंह सुरजेवाला और मलिल्कार्जुन खड़गे शामिल होंगे. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि यह बैठक सफल रहेगी. एक वरिष्ठ तृणमूल कांग्रेस नेता ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि सभी 22 नेता बैठक में मौजूद रहेंगे. उनके अनुसार ममता विपक्षी दलों के कुछ नेताओं से मुलाकात कर सकती हैं, लेकिन अभी कुछ तय नहीं है.

पवार ने उम्मीदवार बनने से किया इनकार : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं हैं. हालांकि कुछ विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति भवन की दौड़ में उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है. यह कहना है पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का. सोमवार को महाराष्ट्र सरकार में राकांपा के मंत्रियों के साथ मुलाकात के बाद यह मुद्दे चर्चा के लिए आया. बैठक में शामिल राकांपा के मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने रविवार को पवार से मुलाकात की और भारत के अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए राकांपा प्रमुख को अपनी पार्टी के समर्थन की पुष्टि की. यह चुनाव 18 जुलाई को होना है.

पिछले हफ्ते, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा चुनाव के सिलसिले में मुंबई में थे, तो उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पवार के नाम की वकालत की. खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने पवार की उम्मीदवारी को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से भी सलाह-मशविरा किया था.

राकांपा के मंत्री ने कहा, 'लेकिन, मुझे नहीं लगता कि वह इसके (चुनाव लड़ने) लिए इच्छुक हैं. साहेब (पवार) जन नेता हैं और वह लोगों से मिलना पसंद करते हैं. वह खुद को राष्ट्रपति भवन तक सीमित नहीं रखेंगे.” उन्होंने कहा कि इससे भी ज्यादा अहम यह है कि पवार वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को एक-साथ लाने की कोशिश में व्यस्त हैं. कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव के वास्ते एक साझा उम्मीदवार के लिए अन्य विपक्षी दलों से संपर्क कर रही है. भाजपा नीत राजग राष्ट्रपति चुनाव में अपने उम्मीदवार को आसानी से जीता सकता है, क्योंकि उसके पास करीब 50 फीसदी वोट हैं.

आम आदमी पार्टी बैठक में शामिल होगी या नहीं, अभी तक उसने अपनी स्थिति साफ नहीं की है. क्या केजरीवाल जाएंगे या फिर उनके प्रतिनिधि संजय सिंह या मनीष सिसोदिया. सूत्रों का कहना है कि पार्टी बैठक में जाएगी, लेकिन इसका खुलासा बुधवार को करेगी.

वाम पार्टियां बैठक में शामिल होंगी. सीपीएम और सीपीआई, दोनों ने बैठक लेकर हामी भर दी है. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, आरएलडी नेता जयंता चौधरी, आरजेडी ने ममता का निमंत्रण स्वीकार किया है. वे सभी बैठक में शामिल होंगे. शिवसेना, जेडीएस, टीआरएस, एआईएडीएमके के प्रतिनिधि भी बैठक में उपस्थित रहेंगे. हालांकि, बीजेडी और वाईएसआरसीपी को लेकर स्थिति साफ नहीं हो सकी है. दोनों ही पार्टियां भाजपा के प्रति सहानुभूति रखने के लिए जानी जाती हैं.

ममता ने आठ गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री की जगह पर उनके प्रतिनिधि बैठक में शामिल होंगे. आपको बता दें कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति का चुनाव होना है. इस चुनाव में 4809 सदस्य (निर्वाचक मंडल) हिस्सा लेंगे. इनमें सिर्फ सांसद और विधायक ही शामिल होते हैं.

ये भी पढ़ें : Presidential Poll: उम्मीदवार बनने की क्या हैं योग्यताएं, कितने प्रस्तावकों की जरूरत, जानें सबकुछ

Last Updated : Jun 15, 2022, 6:48 AM IST
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