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मध्य प्रदेश के मंत्री का महात्मा गांधी पर विवादित पोस्ट, कांग्रेस ने बोला हमला - Mohan Yadav post on Mahatma Gandhi

मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने गणतंत्र दिवस पर सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट किया है. उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और नेहरू-गांधी परिवार के प्रधानमंत्रियों को फर्जी बताया है और कहा है कि देश अंग्रेजी गुलामों के जबड़ों से बाहर निकल रहा है.

दिया विवादित बयान
मोहन यादव ने
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Published : Jan 28, 2022, 2:17 PM IST

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने गणतंत्र दिवस के दिन सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट किया है. एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा- 'परेड में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और सरदार वल्लभभाई पटेल थे और सनातन संस्कृति की झलक थी, परेड में ना तो देश के फर्जी पिताजी थे, ना फर्जी चाचा थे, ना लोहे की महिला थी और ना ही कंप्यूटर के आविष्कारक थे. परेड में काशी विश्वनाथ और वैष्णो देवी की झांकी थी और सनातन संस्कृति का नजारा था. देश सही में बदल रहा है और अंग्रेजी गुलामों के जबड़ों से बाहर निकल रहा है'. इस पोस्ट के बाद मोहन यादव को लगातार घेरा जा रहा है.

Mohan Yadav controversial statement
मोहन यादव का विवादित बयान

कांग्रेस ने मंत्री को बताया गोडसे की मानसिकता वाला

इस पोस्ट के बाद कांग्रेस ने मोहन यादव पर हमला करते हुए कहा कि वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों की शहादत को भूल गए हैं. जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय ने उनपर पलटवार करते हुए कहा कि, 'नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, सरदार पटेल व सनातन धर्म की बात तो स्वागत योग्य है, लेकिन मंत्री जी की गोडसे विचारधारा ने बता दिया कि वो महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पंडित नेहरू के बारे में क्या राय रखते हैं. जिन लोगों ने देश के लिए बलिदान दिया उनके बारे में विवादित बातें करके मंत्री मोहन यादव समाज को क्या शिक्षा और संदेश दे रहे हैं.

मोहन यादव का विवादित बयान

यह भी पढ़ें-चुनाव शांतिपूर्ण कराने के लिए यूपी पुलिस को पूरी तरह से किया जाएगा सहयोग: मध्य प्रदेश पुलिस

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने गणतंत्र दिवस के दिन सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट किया है. एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा- 'परेड में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और सरदार वल्लभभाई पटेल थे और सनातन संस्कृति की झलक थी, परेड में ना तो देश के फर्जी पिताजी थे, ना फर्जी चाचा थे, ना लोहे की महिला थी और ना ही कंप्यूटर के आविष्कारक थे. परेड में काशी विश्वनाथ और वैष्णो देवी की झांकी थी और सनातन संस्कृति का नजारा था. देश सही में बदल रहा है और अंग्रेजी गुलामों के जबड़ों से बाहर निकल रहा है'. इस पोस्ट के बाद मोहन यादव को लगातार घेरा जा रहा है.

Mohan Yadav controversial statement
मोहन यादव का विवादित बयान

कांग्रेस ने मंत्री को बताया गोडसे की मानसिकता वाला

इस पोस्ट के बाद कांग्रेस ने मोहन यादव पर हमला करते हुए कहा कि वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों की शहादत को भूल गए हैं. जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय ने उनपर पलटवार करते हुए कहा कि, 'नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, सरदार पटेल व सनातन धर्म की बात तो स्वागत योग्य है, लेकिन मंत्री जी की गोडसे विचारधारा ने बता दिया कि वो महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पंडित नेहरू के बारे में क्या राय रखते हैं. जिन लोगों ने देश के लिए बलिदान दिया उनके बारे में विवादित बातें करके मंत्री मोहन यादव समाज को क्या शिक्षा और संदेश दे रहे हैं.

मोहन यादव का विवादित बयान

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