इंदौर। एमपी में आगामी विधानसभा चुनाव के लिहाज से शिवराज सरकार द्वारा गेम चेंजर बताई जाने वाली लाडली बहना योजना का प्रमोशन जिस गंभीरता से हो रहा है, उतनी ही उदासीनता और लापरवाही योजना के प्रमोशनल फोटो को लेकर दिखाई गई है. दरअसल हाल ही में इंदौर में लाडली बहना योजना की दूसरी किस्त जारी करने के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इस योजना का प्रतिनिधित्व करने वाला जो पोस्टर जारी किया गया, उसमें तीखे नैन-नक्श वाली जो महिला दर्शाई गई वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर तैयार किया गया है. फिलहाल लाडली बहना योजना के लिए राज्य सरकार के विज्ञापनों और प्रचार सामग्री में इसी पोस्टर गर्ल के फोटो का उपयोग किया जा रहा है.
दरअसल यह पोस्टर गर्ल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कमाल है जो लैक्सिका आर्ट द्वारा बनाई गई काल्पनिक तस्वीर को कॉपी करके उपयोग की जा रही है, इतना ही नहीं मूल फोटो में मध्य प्रदेश सरकार ने सिर्फ बिंदिया लगाकर उसे अपने प्रमोशनल अभियान में लाडली बहना दर्शा दिया है. फिलहाल इसी फोटो वाले पोस्टर को योजना के लिहाज से हर जिले और कस्बे में जारी किया गया है, हाल ही में यह मामला उजागर हुआ तो आम आदमी पार्टी ने फोटो की तरह योजना को भी काल्पनिक करार दिया है.
आप ने लगाए आरोप, सरकार ने साधी चुप्पी: आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ पीयूष जोशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि "भाजपा की शिवराज सरकार अपनी योजनाओं के प्रमोशन के लिए हमेशा झूठे हद खंडों का सहारा लेती है, इसलिए जिस तरह योजना के पोस्टर में फोटो काल्पनिक है, ठीक उसी तरह यह योजना भी सरकार की अन्य योजनाओं की तरह ही काल्पनिक है." इधर इस मामले में राज्य सरकार का कोई भी अधिकारी फिलहाल कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
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सोशल मीडिया पर ऐसे मिली फोटो: दरअसल इस पूरे मामले की ईटीवी भारत द्वारा सोशल मीडिया पर पड़ताल के बाद पता चला कि ये फोटो लेक्सीका आर्ट द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए तैयार की गई है. यह फोटो एक 20 वर्षीय मुस्लिम लड़की की है, जिसे लेक्सीका आर्ट पर (portrait of uniquely pretty 20 year old Muslim girl) के नाम से अपलोड किया गया है. फिलहाल इसी पोट्रेट का उपयोग फोटो में महज बिंदी लगाकर लाडली बहना योजना के पोस्टर के लिए कर लिया गया जो अब चर्चा में हैं.
सवा करोड़ बहनों में से कोई भी नहीं: दरअसल राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ फिलहाल 1.25 लाख बहनों को मिलना बताया जा रहा है, इसकी दूसरी किस्त मुख्यमंत्री ने 10 जुलाई को जारी की है. ऐसे में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी सवाल उठाते हुए कहा है कि "शिवराज सरकार को मध्यप्रदेश में कोई भी ऐसी बहना नजर नहीं आती, जो इस योजना का प्रतिनिधित्व कर सके.. इसलिए सरकार द्वारा काल्पनिक फोटो के रूप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा तैयार पोस्टर गर्ल का उपयोग किया जा रहा है. फोटो ने ही इस योजना की और शिवराज सरकार की मंशा को जाहिर कर दिया है."