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MP: पर्ची वाले महाराज के बाद अब बूटी वाले बाबा की एंट्री, मंहत पुरुषोत्तमानंद दास का दावा, मांत्रिक बूटी से करते हैं हर समस्या का हल

इस समय संत, साध्वी और बाबाओं का बोलबाला है. इसी तरह मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बूटी वाले बाबा भी चर्चाओं में आ गए हैं. मंहत पुरुषोत्तमानंद दास का दावा है कि वे मांत्रिक बूटी से हर समस्या का हल करते हैं.

mp booty wale baba
बूटी वाले बाबा की एंट्री
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Published : Feb 8, 2023, 11:06 PM IST

बूटी वाले बाबा की एंट्री

भोपाल। जड़ी बूटी से बीमारियों का इलाज तो आपने सुना होगा, लेकिन मंत्र से सिद्ध की गई जड़ी बूटी से समस्याओं का भी निवारण हो सकता है क्या. भूमिगत समाधि ले चुके मंहत पुरुषोत्तमानंद दास उदासीन महाराज का ये दावा है कि वो जड़ी बूटियों को मांत्रिक करके उनसे लोगों की समस्याएं दूर करते हैं. महाराज का दावा है कि शिवलिंग आकृति की अभिमंत्रित जड़ी से कईयों के घर में संतान उत्तपत्ति हुई है. महाराज मां भद्रकाली विजयासन दरबार के नाम से दरबार लगाते हैं पूर्णिमा और अमावस्या के दिन यहां विशेष दरबार होता है.

बूटी की आकृति में शिवलिंग कभी देखा: महंत पुरुषोत्तमानंद दास महाराज उदासीन महाराज का दावा है कि तीस वर्षों की साधना से उन्होंने जो बूटियों को मांत्रिक किया है. इससे वो आम लोगों की समस्याओं का हल करते हैं. इसमें सबसे चमत्कारिक है शिवलिंग की आकृति में दिखाई देने वाली बूटी. जिसे शिवलिंग ही कहा जाता है. महाराज का दावा है कि इस शिवलिंग बूटी से कई संतान से वंचित दंपत्तियों के घर में संतान उत्पन्न हुई है. पुरुषोत्तमानंद कहते हैं हम अभिमंत्रित करते हैं फिर माता रानी की कृपा से भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है.

व्यापार में उन्नति के लिए गोमची: नौकरी नहीं लग रही व्यापार में बाधा आ रही है मुनाफा नहीं हो रहा है. घर कलेश रहता है हमेशा. ऐसी तमाम परेशानियों का निदान महाराज इन्हीं बूटियों से करने का दावा करते हैं. वे बूटियों को दिखाते हुए कहते हैं रक्त गुंजा, श्वेत गुंजा और श्याम गुंजा ये महालक्षमी, महाकाली महासरस्वती के तीन रुप हैं. इन्हें अभिमंत्रित करते हैं फिर माता रानी की कृपा से जिसकी जो समस्या होती है, उसका निराकरण हो जाता है. महाराज ने सफेद और काले इन्द्रजाल के बारे में भी बताया और कहा कि हमारा प्रयास ये होता है कि जैसी लोगों की समस्या हो वैसा माता रानी की कृपा से इन अभिमंत्रित बूटियों से उन्हें हल मिल जाए.

तीस वर्ष की कड़ी साधना से पाई शक्ति: महंत पुरुषोत्तमानंद दास महाराज उदासीन महाराज ने ये विद्या अपने पिता से सीखी, लेकिन वे कहते हैं कि इसे सिदध् करने उन्होंने तीस साल कड़ा तप किया है. भूमिगत समाधि भी उसी शक्ति की प्राप्ति का एक हिस्सा थी. महाराज कहते हैं मैं खुद जंगलों में जाता हूं जड़ी बूटियां लेने और उन्हें शुभ मूहूर्त में आमंत्रित करके आता हूं. फिर मुहुर्त होने पर ही उन्हें लाकर अभिमंत्रित किया जाता है. मेरे पिता से मुझे ये ज्ञान मिला है. जिससे मैं समाज का कल्याण कर रहा हूं.

अभिमंत्रित बूटी में असर कितना: मुकेश पाठक महाराज के दरबार में आए लोगों में से वो हैं जो ये मानते हैं कि अगर वो कैंसर को हरा पाए तो उसके पीछे महाराज की शक्ति काम कर गई. मुकेश पाठक बताते हैं मुझे डॉक्टर ने कैंसर बताया था कीमो रेडिएशन के लिए कहा था. महाराज ने कहा ऑपरेशन कराओ फिर आगे कीमोथैरेपी रेडिएशन कुछ नहीं होगा. कैंसर जड़ से खत्म हो जाएगा. मुकेश दिखाते हैं ये तावीज दिया था महाराज जी ने. मुझे किसी थैरेपी की जरुरत नहीं पड़ी और एकदम ठीक हो गया. दरबार में आई महिलाएं भी चमत्कार को नमस्कार करती हैं और बताती हैं कि कैसे इस दरबार में आने से उनका जीवन बदला. महिलाओ ने बताया कि किसी के घर का कलेश खत्म हुआ तो किसी परिवार में संतान की प्राप्ति हो गई.

बूटी वाले बाबा की एंट्री

भोपाल। जड़ी बूटी से बीमारियों का इलाज तो आपने सुना होगा, लेकिन मंत्र से सिद्ध की गई जड़ी बूटी से समस्याओं का भी निवारण हो सकता है क्या. भूमिगत समाधि ले चुके मंहत पुरुषोत्तमानंद दास उदासीन महाराज का ये दावा है कि वो जड़ी बूटियों को मांत्रिक करके उनसे लोगों की समस्याएं दूर करते हैं. महाराज का दावा है कि शिवलिंग आकृति की अभिमंत्रित जड़ी से कईयों के घर में संतान उत्तपत्ति हुई है. महाराज मां भद्रकाली विजयासन दरबार के नाम से दरबार लगाते हैं पूर्णिमा और अमावस्या के दिन यहां विशेष दरबार होता है.

बूटी की आकृति में शिवलिंग कभी देखा: महंत पुरुषोत्तमानंद दास महाराज उदासीन महाराज का दावा है कि तीस वर्षों की साधना से उन्होंने जो बूटियों को मांत्रिक किया है. इससे वो आम लोगों की समस्याओं का हल करते हैं. इसमें सबसे चमत्कारिक है शिवलिंग की आकृति में दिखाई देने वाली बूटी. जिसे शिवलिंग ही कहा जाता है. महाराज का दावा है कि इस शिवलिंग बूटी से कई संतान से वंचित दंपत्तियों के घर में संतान उत्पन्न हुई है. पुरुषोत्तमानंद कहते हैं हम अभिमंत्रित करते हैं फिर माता रानी की कृपा से भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है.

व्यापार में उन्नति के लिए गोमची: नौकरी नहीं लग रही व्यापार में बाधा आ रही है मुनाफा नहीं हो रहा है. घर कलेश रहता है हमेशा. ऐसी तमाम परेशानियों का निदान महाराज इन्हीं बूटियों से करने का दावा करते हैं. वे बूटियों को दिखाते हुए कहते हैं रक्त गुंजा, श्वेत गुंजा और श्याम गुंजा ये महालक्षमी, महाकाली महासरस्वती के तीन रुप हैं. इन्हें अभिमंत्रित करते हैं फिर माता रानी की कृपा से जिसकी जो समस्या होती है, उसका निराकरण हो जाता है. महाराज ने सफेद और काले इन्द्रजाल के बारे में भी बताया और कहा कि हमारा प्रयास ये होता है कि जैसी लोगों की समस्या हो वैसा माता रानी की कृपा से इन अभिमंत्रित बूटियों से उन्हें हल मिल जाए.

तीस वर्ष की कड़ी साधना से पाई शक्ति: महंत पुरुषोत्तमानंद दास महाराज उदासीन महाराज ने ये विद्या अपने पिता से सीखी, लेकिन वे कहते हैं कि इसे सिदध् करने उन्होंने तीस साल कड़ा तप किया है. भूमिगत समाधि भी उसी शक्ति की प्राप्ति का एक हिस्सा थी. महाराज कहते हैं मैं खुद जंगलों में जाता हूं जड़ी बूटियां लेने और उन्हें शुभ मूहूर्त में आमंत्रित करके आता हूं. फिर मुहुर्त होने पर ही उन्हें लाकर अभिमंत्रित किया जाता है. मेरे पिता से मुझे ये ज्ञान मिला है. जिससे मैं समाज का कल्याण कर रहा हूं.

अभिमंत्रित बूटी में असर कितना: मुकेश पाठक महाराज के दरबार में आए लोगों में से वो हैं जो ये मानते हैं कि अगर वो कैंसर को हरा पाए तो उसके पीछे महाराज की शक्ति काम कर गई. मुकेश पाठक बताते हैं मुझे डॉक्टर ने कैंसर बताया था कीमो रेडिएशन के लिए कहा था. महाराज ने कहा ऑपरेशन कराओ फिर आगे कीमोथैरेपी रेडिएशन कुछ नहीं होगा. कैंसर जड़ से खत्म हो जाएगा. मुकेश दिखाते हैं ये तावीज दिया था महाराज जी ने. मुझे किसी थैरेपी की जरुरत नहीं पड़ी और एकदम ठीक हो गया. दरबार में आई महिलाएं भी चमत्कार को नमस्कार करती हैं और बताती हैं कि कैसे इस दरबार में आने से उनका जीवन बदला. महिलाओ ने बताया कि किसी के घर का कलेश खत्म हुआ तो किसी परिवार में संतान की प्राप्ति हो गई.

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