जबलपुर। तमिलनाडू सीएम के बेटे व मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा बीते दिनों सनातन पर दिए बयान को लेकर राजनीति खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन राजनेता और आम जनता स्टालिन के बयान पर पलटवार कर रहे हैं. वहीं मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में तमिलनाडू सीएम एमके स्टालिन और बेटे उदयनिधि स्टालिन को लेकर अनोख विरोध जताया गया. यह विरोध बीजेपी के नेता और नगर निगम में पार्षद जीतू कटारे ने जताया. जीतू कटारे ने इन दोनों की तस्वीर मंदिरों की सीढ़ियों के पर फर्श पर लगा दिए, ताकि लोग इनके ऊपर पैर रखकर आगे बढ़े.
मंदिरों की सीढ़ियों पर लगाए एमके और उदयनिधि स्टालिन के फोटो: बीते दिनों डीएमके के नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदय निधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर एक टिप्पणी की थी. हालांकि इस टिप्पणी के बाद उन्होंने यह भी कहा था कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है, लेकिन इसके बाद से ही कई हिंदूवादी संगठनों ने उदयनिधि के खिलाफ विरोध दर्ज करवाया था. सोमवार को जबलपुर में उदयनिधि के सनातन के खिलाफ आए बयान के विरोध में बीजेपी के नेता और जबलपुर नगर निगम में पार्षद जीतू कटारे ने उदयनिधि और एमके स्टालिन के पोस्टर मंदिरों की सीढ़ियों पर चिपका दिए हैं.
दिव्यांगों की ट्राई साइकिल में पैर वाली जगह भी लगे फोटो: जीतू कटारे ने जबलपुर के बजरंग मठ सूपाताल, गैबीनाथ मंदिर, गुप्तेश्वर महादेव मंदिर सहित कई मंदिरों में यह तस्वीर चिपकाएं हैं. कुछ जगहों पर भी इन तस्वीरों पर खड़े हुए नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कुछ दिव्यांगों की साइकिल में पैर रखने वाली जगह पर भी एमके स्टालिन और उदय निधि की तस्वीर लगाई हैं. जबलपुर में रविवार को भी एक जुलूस निकाला गया था. जिसमें हिंदूवादी संगठन के लोग शामिल थे. इन लोगों ने सनातन के खिलाफ उदयनिधि के बयान का विरोध किया था.
जीतू कटारे के प्रदर्शन में दूसरा कोई मौजूद नहीं: इन लोगों का कहना है कि "यदि वे सनातन का विरोध करेंगे तो भी तमिलनाडु में जाकर ही प्रदर्शन करेंगे. जीतू कटारे ने जिस तरीके से अपना विरुद्ध दर्ज करवाया है. उसमें जीतू कटारे के साथ कोई दूसरा नजर नहीं आ रहा है. इसलिए इसे भारतीय जनता पार्टी का विरोध प्रदर्शन नहीं कहा जा सकता. भारतीय जनता पार्टी के नेता इस बारे में क्या सोचते हैं और एक चुने हुए जनप्रतिनिधि के खिलाफ इस तरह के विरोध को वह किसी नजर से देखते हैं इस बारे में अभी भारतीय जनता पार्टी की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है.