उज्जैन : मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (World famous Mahakaleshwar temple in Ujjain) 80 दिन बाद आज (सोमवार) से दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खोल (Mahakaleshwar temple opened for devotees) दिया गया है. प्रबंध समिति ने बताया कि मंदिर को प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण (covid 19 infection) को देखते हुये इस साल नौ अप्रैल से आम जनता का प्रवेश बंद कर दिया गया था. पिछले साल शुरू हुई इस महामारी के चलते मंदिर को दूसरी बार बंद करना पड़ा था.
उज्जैन महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Temple) की प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक आर के तिवारी ने बताया, यह (महाकाल मंदिर) आज (सोमवार) सुबह छह बजे फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. वहीं मंदिर के गर्भगृह एवं नंदी हॉल में प्रवेश की अनुमति नहीं है. उन्होंने बताया, मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी. मंदिर में उन्हीं को प्रवेश दिया जा रहा है, जो कोविड-19 का कम से कम एक टीका लगवा चुके हैं या जिनकी 48 घंटे पहले कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट आई है. प्रवेश करते समय श्रद्धालुओं को सर्टिफिकेट अनिवार्य है.
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- मंदिर के गर्भ गृह और नंदी हॉल में नहीं मिलेगा प्रवेश
उज्जैन महाकाल मंदिर की प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक आरके तिवारी ने बताया कि महाकाल मंदिर आज सुबह छह बजे श्रद्धालुओं के लिए खुल चुका है. हालांकि, भक्तों को मंदिर के गर्भ गृह और नंदी हॉल में प्रवेश की अनुमति नहीं है. मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी.
- एक दिन में 3,500 भक्तों को मंदिर में मिलेगा प्रवेश
मंदिर में प्रवेश करते समय कोविड-19 का के टीके का प्रमाण पत्र या 48 घंटे पहले कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है. तिवारी ने कहा कि हर दिन सुबह सुबह बजे से शाम आठ बजे के तक 3,500 श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा. इसके लिए दो-दो घंटे के सात स्लॉट बनाए गए हैं. एक स्लॉट में केवल 500 लोगों को प्रवेश की अनुमति होगी. तिवारी ने बताया कि मंदिर में कोविड-19 दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है.
- 4 घंटे में बुक हुए थे सारे स्लॉट
महाकाल मंदिर में प्रवेश के लिए मंदिर प्रबंधन ने 24 जून को प्री-बुकिंग शुरू की थी. सिर्फ चार घंटों में ही महाकाल के दर्शन के लिए भक्तों ने सारे स्लॉट बुक कर लिए गए थे. कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रबंधन ने एक दिन में सात स्लॉट के हिसाब से 3,500 भक्तों को मंदिर में एंट्री देने के नियम बनाए हैं.
- मंदिर प्रशासन ने इस तरह बनाए स्लॉट
स्लॉट | समय |
1. | सुबह 6 बजे 8 बजे तक |
2. | सुबह 8 बजे से 10 बजे तक |
3. | सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक |
4. | दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक |
5. | दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक |
6. | शाम 4 बजे से शाम 6 बजे तक |
7. | शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक |
प्रत्येक स्लॉट में 500 के हिसाब से भक्त करेंगे दर्शन |
उन्होंने कहा, श्रद्धालुओं को दो गज की दूरी एवं मास्क पहनने जैसे कोविड-19 के लिए बनाये गये सभी दिशा-निर्देशों को पालन करना अनिवार्य है. कोविड-19 महामारी के शुरू होने से पहले प्रतिदिन करीब 20,000 लोग इस मंदिर के दर्शन करने आया करते थे. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 175 किलोमीटर की दूरी पर धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर, भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है.
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स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, उज्जैन जिले में शनिवार को कोरोना वायरस का एक भी नया संक्रमित व्यक्ति नहीं पाया गया और न ही किसी की मौत हुई.
- इस वेबसाइट के माध्यम से श्रद्धालु घर बैठे कर सकते हैं बुकिंग
http://dic.mp.nic.in/ujjain/mahakal/GD/GD/time_slot.aspx
- नियम तोड़ने वाले श्रद्धालुओं के खिलाफ होगी FIR
महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को अब कई तरह के नियमों का पालन करना होगा. तभी मंदिर में प्रवेश मिल सकेगा. अगर कोई नियमों की अनदेखी कर मंदिर में जबरन प्रवेश करता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.
(एक्सट्रा इनपुट-भाषा)