हैदराबाद: नए साल का नई उम्मीदों के साथ स्वागत करें. इस साल अपनी मेहनत की कमाई को समझदारी से निवेश करने की योजना बनाएं. पिछले साल की गलतियां ना दोहराते हुए नए सिरे से तैयारी करें, क्योंकि एक बार गुजरने वाला वक्त वापस नहीं आता. तनाव मुक्त जीवन के लिए पैसा बहुत जरूरी है, इसलिये अपने वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त करने के लिए अच्छी योजना के साथ बेहतर विकल्पों में निवेश करें.
पैसा कमाना और उसे उचित योजनाओं में निवेश करना हमें भरपूर लाभांश (dividends on investment) देता है. इसलिए हर रुपये का हिसाब होना चाहिए. ये आर्थिक रूप से सफल होने का पहला सिद्धांत है जिसका पालन किया जाना चाहिए. इसके अलावा, यह जानना महत्वपूर्ण है कि अर्जित धन को कैसे बचाया जाए और इसे बढ़ने में कितना समय लगेगा. इस संदर्भ में आइए वित्तीय नियोजन के कुछ सबसे महत्वपूर्ण सुझावों (investment tips for 2022) पर एक नजर डालते हैं.
सर्वश्रेष्ठ वित्तीय योजनाएं (Best financial plans): हम जो भी पैसा कमाते हैं उसे ना तो पूरी तरह से खर्च कर सकते हैं और ना पूरी तरह से बचत कर सकते हैं. लेकिन, हम अपनी आय का 50% अपनी जरूरतों पर खर्च कर सकते हैं जबकि शेष राशि का 20% अल्पकालिक जरूरतों, आपातकालीन निधि और अन्य आवश्यकताओं के लिए अलग रख सकते हैं. बाकी 30% को लॉन्ग टर्म प्लान के साथ निवेश करना चाहिए. इसमें रिटायरमेंट योजना, बच्चों की उच्च शिक्षा और कोई भी बड़ी खरीदारी शामिल होनी चाहिए. अपनी आय के लिए 50-20-30 फॉर्मूले का पालन करना चाहिए.
15-15-15 नियम (15-15-15 rule): अगर आप करोड़पति बनना चाहते हैं .. तो बस इस टिप का पालन करें. मान लीजिए कि कोई व्यक्ति 15 साल के लिए उन योजनाओं पर 15,000 रुपये का निवेश करता है, जिससे 15 फीसदी आय होती है, तो अंत में एक करोड़ रुपये मिलेंगे. यह 15-15-15 सिद्धांत दो तरह से काम करता है. यह लंबी अवधि के निवेश के लिए उपयोगी है और अच्छा रिटर्न अर्जित करने के लिए अनुकूल है. शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद अगर हम इसमें लंबे समय तक निवेश करते रहें तो हमें मुनाफा होता है.
इक्विटी निवेश: जब आप इक्विटी में निवेश (Equity investment) करना चाहते हैं, तो आपको अपनी आयु को 100 से घटाना होगा. प्राप्त आंकड़ों के आधार पर आपको अपनी निवेश राशि में इक्विटी का प्रतिशत निर्धारित करना होगा. उदाहरण के लिए, अगर आपकी उम्र 30 साल है तो आपको इक्विटी में 70% तक निवेश करना चाहिए और शेष 30 फीसदी को Debt में बदलना चाहिए. यह अनुपात उम्र के साथ बदलते रहना चाहिए. यदि आपने अभी तक योजना नहीं बनाई है, तो अभी योजना बनाएं और भरपूर लाभांश प्राप्त करने के लिए बुद्धिमानी से निवेश करें.