नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि देश में कोविड-19 महामारी के कारण अब तक 5.33 लाख लोगों की मौत हो चुकी है.
उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 महामारी से लड़ाई में शामिल 1,616 मृतक स्वास्थ्य कर्मियों के परिवारों को 808 करोड़ रुपये के बीमा दावों का भुगतान किया गया है. केंद्र कोविड से लड़ने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 30 मार्च, 2020 को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज बीमा (पीएमजीकेपी) योजना शुरू की थी.
मांडविया ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में सभी डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को महामारी की पहली, दूसरी और तीसरी लहर के दौरान बेहतरीन काम करने के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि इन स्वास्थ्य कर्मियों के प्रयासों के कारण ही देश इस महामारी का सफलतापूर्वक सामना कर सका.
उन्होंने कहा कि सरकार ने पात्र लाभार्थियों को 50 लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करने के लिए पीएमजीकेपी योजना शुरू की थी और इस योजना को कई बार बढ़ाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि 50 लाख रुपये की इस सीमा के तहत 1,616 स्वास्थ्य कर्मियों के परिवारों को 808 करोड़ रुपये के बीमा दावों का भुगतान किया गया है.
मांडविया ने कहा कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है और संबंधित आंकड़े राज्यों द्वारा एकत्र किए जाते हैं और फिर केंद्र सरकार को भेजे जाते हैं. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड मौतों पर आंकड़े एकत्र करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं.
उन्होंने कहा कि इन दिशानिर्देशों के आधार पर केंद्र ने एक मंच तैयार किया है और राज्यों को इस पर कोविड-19 से होने वाली मौतों के आंकड़े देने को कहा गया है. मंत्री ने कहा कि अब तक सभी राज्य सरकारों ने कोविड के कारण पांच लाख से अधिक मौतों की जानकारी दी है और इसमें केंद्र के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा कि ये आंकड़े सार्वजनिक हैं.
मांडविया ने कहा कि केंद्र ने राज्यों से यह भी कहा है कि यदि वे इसे जमा करने में विफल रहते हैं तो वे इसमें सुधार कर सकते हैं और कई राज्यों ने ऐसा किया है. उन्होंने कहा कि केरल रोजाना आधार पर इसमें सुधार कर रहा है.
ओमीक्रोन फिलहाल देश में प्रमुख कोरोना स्वरूप
मांडविया ने राज्यसभा में कहा कि फिलहाल ओमीक्रोन देश में कोविड बीमारी का प्रमुख स्वरूप है और कोविड के नए मामलों में 21 जनवरी 2022 से लगातार गिरावट देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि इस नए स्वरूप की रिपोर्ट मिलने और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे चिंताजनक स्वरूप बताए जाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अपने दिशानिर्देशों में संशोधन किया.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय कोविड-19 के विभिन्न पहलुओं जैसे कि नियंत्रण और निगरानी, जांच, क्लीनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल, कोविड उपरांत परिणाम आदि के प्रबंधन के लिए तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है. एम्स, दिल्ली और भारतीय चिकित्सा संघ के सहयोग से सभी राज्यों के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की उत्कृष्टता केंद्र पहल के तहत क्लीनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल का प्रचार-प्रसार भी किया गया है.
पढ़ें- तेलंगाना में कोविड-19 की तीसरी लहर खत्म हो चुकी है : स्वास्थ्य अधिकारी
पढ़ें- Corona Update: 24 घंटे में आए 67 हजार नए कोरोना मामले, एक्टिव केस में भी कमी
पढ़ें- स्वाब नमूना जरूरी नहीं, अब कुछ मिनट में पता चलेगा कोराना है या नहीं
(पीटीआई-भाषा)