नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद हर्षवर्धन ने कहा कि मीडिया में गलत रिपोर्टिंग की जा रही है कि मनपसंद सीट नहीं मिलने के कारण उपराज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह से चला गया. एक अधिकारी ने मुझे जहां बैठाया वहां बैठ गया. दूसरे अधिकारी ने सीट रिजर्व बता कर उठा दिया तो उठ गया. 15 मिनट इंतजार किया कि कहीं सीट दी जाएगी. नहीं दी, तो लौट आया. बहुत अफसोस है कि मैं जिस दिल्ली का सांसद हूं और जहां सार्वजनिक जीवन में हमेशा सक्रिय रहा, वहां के नए उपराज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो सका. नए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और दिल्ली की जनता को बहुत बधाई. निश्चय ही आपके कार्यकाल में दिल्ली सर्वोतम शहर बनकर उभरेगी.
दिल्ली के नए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ले ली. शपथ ग्रहण समारोह में अजीबोगरीब किस्सा देखने को मिला. पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद डॉ. हर्षवर्धन दिल्ली के नए उपराज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आए, लेकिन वह समारोह की व्यवस्था से नाराज होकर चले गए.
बताया जा रहा है कि उन्हें जिस जगह बिठाया जा रहा था वह संतुष्ट नहीं थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को अधिकारी मनाते हुए भी दिखे. लेकिन वह यह कहकर निकल गए कि शपथ ग्रहण समारोह में सांसद तक के लिए सीट नहीं रखी गई. सांसद को मनाने के लिए अधिकारी गेट तक गए, लेकिन वह माने नहीं और समारोह से बाहर निकल गए.
ये भी पढ़ें : उपराज्यपाल शपथ ग्रहण समारोह में नहीं मिली कुर्सी, नाराज होकर चले गए पूर्व मंत्री हर्षवर्धन
इस घटना को लेकर बीजेपी सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि बदइंतजामी की शिकायत उपराज्यपाल से करेंगे. उन्होंने कहा कि इस संबंध में विनय कुमार सक्सेना को लिखूंगा. पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के शपथ ग्रहण समारोह से बाहर निकलने के बाद समारोह स्थल पर कई सोफे लाए गए.