नई दिल्ली: आगामी 1 सितंबर से दिल्ली में कक्षा नौवीं से 12वीं के सभी बच्चों के लिए स्कूल, कॉलेज, और कोचिंग सेंटर खोले जाने की इजाज़त मिल गई है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ये ऐलान किया है. बताया गया है कि इसके लिए SOP जारी की जाएंगी, जिसका पालन करना ज़रूरी होगा.
शैक्षणिक संस्थान फिर से खोलने पर उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि हालांकि किसी भी छात्र को स्कूल या कॉलेज आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा. इसके लिए अभिभावकों की सहमति जरूरी है.
शुक्रवार को मनीष सिसोदिया ने एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में अब कोरोना के मामले कम हैं. दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की बैठक में इस बात पर चर्चा हुई है कि अब जबकि, सभी गतिविधियां खोल दी गई हैं, शिक्षा का बहुत नुकसान हो रहा है.
ऑनलाइन एजुकेशन कभी भी ऑफलाइन एजुकेशन का विकल्प नहीं हो सकती. इस बात को सभी टीचर्स, एक्सपर्ट्स और बच्चे मानते हैं.
उन्होंने कहा कि राजधानी में स्कूल, कोचिंग सेंटर और कॉलेज की गतिविधियां शुरू की जाएं. ये गतिविधियां धीरे-धीरे शुरू की जाएंगी. पहले बड़े बच्चों के लिए ये इज़ाज़त दी जा रही है. सिसोदिया ने कहा कि जो भी स्कूल, कॉलेज खोला जाएगा, वहां नियमों का पालन किया जाएगा. साथ ही किसी बच्चे को आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा. क्लास ऑनलाइन भी होगी और ऑफलाइन भी होगी.
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इस दौरान बच्चों की एब्सेंट नहीं लगेगी. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों ने भी स्कूल-कॉलेज खोल दिए गए हैं. दिल्ली भी इस दिशा में बढ़ रही है.