भुवनेश्वर : भीषण चक्रवाती तूफान 'असानी' के चलते सोमवार को ओडिशा के खुर्दा, गंजम, पुरी, कटक और भद्रक जैसे जिलों में भारी बारिश हुई. ओडिशा सरकार ने सोमवार को चार तटीय जिलों में रहने वाले लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की योजना बनाई है. चक्रवात को देखते हुए ओडिशा के सभी बंदरगाहों पर दूरस्थ चेतावनी संकेत 2 (जहाजों को तट के पास नहीं आने के लिए कहना) प्रदर्शित किया गया है.
वहीं, चक्रवात 'असानी' के कारण खराब समुद्री परिस्थितियों के बीच ओडिशा के तट के पास बंगाल की खाड़ी में फंसे कम से कम 11 मछुआरों को तटरक्षक बल ने एयरलिफ्ट किया है. गंजम में विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गंजम जिले के चिकिटी इलाके के कुछ मछुआरे नाव पर सवार होकर विशाखापत्तनम से गंजम लौट रहे थे. लेकिन चक्रवाती तूफान के असर के कारण ऊंची लहरें उठने से मछुआरे समुद्र में फंस गए थे. गंजम जिला कलेक्टर से सूचना मिलने के बाद, तट रक्षक को इस बारे में सूचित किया गया और वे हरकत में आ गए. सभी मछुआरों को बचा लिया गया है.
मौसम विभाग ने सोमवार को बताया कि चक्रवात 'असानी' के तटों के करीब पहुंचने पर दोबारा उत्तर-उत्तरपूर्वी दिशा में मुड़ने और कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने के आसार हैं. पूर्वी तट की तरफ बढ़ रहे 'असानी' के चलते प्रभावित इलाकों में 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के साथ ही भारी बारिश भी हो रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, मंगलवार रात को उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर पहुंचने पर 'असानी' के चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय मोहापात्र ने रविवार को भुवनेश्वर में कहा था कि चक्रवात न तो ओडिशा, न ही आंध्र प्रदेश में दस्तक देगा, अलबत्ता यह पूर्वी तट के समानांतर चलेगा और बारिश का कारण बनेगा. मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे चक्रवाती तूफान विशाखापत्तनम से करीब 550 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और पुरी से 680 किलोमीटर दक्षिण में था तथा यह उत्तर-पश्चिम दिशा में 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बहने वाली हवाओं के साथ आगे बढ़ रहा है.
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