हैदराबाद : हैदराबाद में आयोजित कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा कि "खुद की पार्टी के भीतर संघर्ष से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि मीडिया के सामने कोई भी विवादास्पद बयान ना दिया जाए. इसके साथ ही सोनिया गांधी ने भी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को कहा है कि जो बयान कांग्रेस के हितों को नुकसान पहुचाए वो बयान मीडिया के सामने आना ही नहीं चाहिए.
लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होगी कांग्रेस: हैदराबाद में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के दूसरे दिन कांग्रेस राष्ट्रीय प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी स्तरों पर सभी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से नियमित रूप से लोगों से मिलने और उनकी समस्याओं को सुनने के लिए कहा, क्योंकि कांग्रेस अब राष्ट्रीय लड़ाई के लिए जमीन तैयार कर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन का कहना है कि "लोग विकल्प की तलाश कर रहे हैं और सबूत के तौर पर हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक चुनाव में मिली जीत का हवाला देते हैं. इसलिए हम मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकते, हमें अपने लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होना होगा और इस तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकना होगा."
एकजुट होकर भाजपा को हराएगी कांग्रेस: मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा है कि "अब हमारे लिए आराम करने का समय नहीं है, भाजपा के शासन के चलते पिछले 10 सालों में आम लोगों के सामने चुनौतियां कई गुना बढ़ गई हैं. अब समय है हमें हमारे व्यक्तिगत हितों को किनारे रखकर अथक परिश्रम करने का, जिससे हम अपने व्यक्तिगत मतभेदों को किनारे रखकर पार्टी की सफलता को प्राथमिकता दे पाएं. केवल एकता और अनुशासन के माध्यम से ही हम अपने विरोधियों को हरा सकते हैं. यह कर्नाटक में स्पष्ट था, जहां हम एकजुट रहे और सफलता हासिल करने के लिए अनुशासन के साथ संघर्ष किया.''
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कांग्रेस ने की पत्रकारों और मीडिया संगठनों की सूची जारी: सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं से आत्मसंयम बनाए रखने और ऐसी टिप्पणियों के साथ मीडिया में जाने से बचने को कहा जो कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकती हैं. पार्टी ने पहले ही उन पत्रकारों और मीडिया संगठनों की सूची जारी कर दी है, जिनके साथ कांग्रेस अब कोई बातचीत नहीं करेगी.
महिलाओं के हित सोचते है तो राज्यसभा से पास महिला आरक्षण बिल को लागू करें पीएम : कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में महिलाओं को लेकर स्थानीय निकाय चुनाव में 50 फ़ीसदी आरक्षण देने के बिल को पास करने के लिए भी चर्चा हुई. इस बारे में सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इसे लागू करने का निवेदन किया है क्योंकि यह बिल राज्यसभा से पास होकर आज भी लटका हुआ है , साथ ही कहा गया कि अगर महिलाओं के लिए सरकार सोच रही है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे पास करें. वहीं बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का यह सोचना है कि जनता यह समझे की कांग्रेस हमारे लिए राजनीति करती है हमारे हितों के लिए लड़ती है हमारे मुद्दों पर खड़ी होती है हमारे दुख दर्द में हमारे साथ है और इसी को लेकर सभी कांग्रेस नेताओं को कम भी करना है. इस बारे में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में बताया कि राहुल गांधी के पूछने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कहा कि उन्होंने 1969 में कांग्रेस पार्टी इसलिए ज्वाइन की थी क्योंकि वह गरीबों दलितों शोषितों पीड़ितों के लिए काम करती है. उन्होंने बताया कि वन नेशन वन इलेक्शन पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी में बहुत साफ तौर पर निर्णय ले लिया गया है कि कांग्रेस वन नेशन वन इलेक्शन के पेपर में नहीं है.