ETV Bharat / bharat

NC नेता त्रिलोचन सिंह हत्याकांड: संदिग्ध आरोपी हरमीत सिंह के फेसबुक पर कबूलनामा और कथित सुसाइड नोट अपलोड - संदिग्ध आरोपी हरमीत सिंह के फेसबुक पर कबूलनामा और कथित सुसाइड नोट अपलोड

जम्मू कश्मीर के पूर्व एमएलसी त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या मामले में एक नया मोड़ सामने आया है, आरोपी हरप्रीत सिंह की फेसबुक आईडी पर एक कंफेशन लेटर पोस्ट किया गया है. जिसमें लिखा गया है कि हरमीत सिंह ने एस हत्याकांड को किस तरह से अंजाम दिया था.

NC नेता त्रिलोचन सिंह हत्याकांड
NC नेता त्रिलोचन सिंह हत्याकांड
author img

By

Published : Sep 12, 2021, 12:02 PM IST

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पूर्व एमएलसी त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या मामले में हरमीत सिंह की फेसबुक आईडी पर कंफेशन लेटर आया है. इस पत्र में बताया गया है कि किस तरीके से हरमीत सिंह ने हत्याकांड को अंजाम दिया. हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि फेसबुक आईडी पर यह पत्र हरमीत ने डाला है या किसी अन्य शख्स ने. इसमें यह भी लिखा है कि वह खुदकुशी करने जा रहा है.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट

हरमीत सिंह की फेसबुक आईडी पर डाले गए पत्र में लिखा गया है कि वह हरप्रीत के घर पर पहले से मौजूद था. कनाडा जाने से एक दिन पहले त्रिलोचन सिंह वजीर हरप्रीत के रमेश नगर स्थित फ्लैट पर गया था. उसके आने पर हरप्रीत ने हरमीत को होटल जाने के लिए कहा. उसका कुछ सामान हरप्रीत के घर पर रह गया था. वह जब इसे लेने गया तो दरवाजा खुला था, जहां पर हरप्रीत से वजीर बात कर रहा था. उसने बताया कि अजीत ने सुदर्शन वज़ीर, हरमीत और उसके बेटे को मारने के लिए 4 करोड़ रुपये में डील करवा दी है. इसके लिए दो करोड़ रुपये उसने एडवांस भी दिया है. वह जब तक कनाडा से लौटेगा ये काम हो चुका होगा.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट

इस पर हरप्रीत ने कहा कि सुदर्शन का तो पता नहीं, लेकिन हरमीत तो आपका दोस्त है. वजीर ने कहा कि हरमीत उसके खिलाफ चलता है. यह सुनते ही हरमीत अंदर घुसा और उनके बीच बहस होने लगी. हरप्रीत ने बीच बचाव करते हुए उन्हें चुप कराया और कुछ सामान लाने बाजार चला गया. उसके जाते ही एक बार फिर उनके बीच बहस शुरू हो गई. वह अपने बचाव के लिए पिस्तौल रखता था. कहासुनी के दौरान पिस्तौल से उसने वजीर के सिर पर गोली मार दी. उसने तय किया कि वह पुलिस के पास जाकर सरेंडर कर देगा, लेकिन इससे पहले वह अपने परिवार से मिलना चाहता था. इसलिए वह जम्मू चला गया. वहां से लौटने के बाद वह हरप्रीत के साथ पंजाब चला गया था.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट

इस पत्र के आखिर पेज में लिखा गया है कि वजीर की हत्या हरमीत ने की है. इस हत्याकांड में हरप्रीत की कोई भूमिका नहीं है. वह खुद आत्महत्या करने जा रहा है. इस पत्र को लेकर पुलिस का मानना है कि यह पत्र फेसबुक पर डालने में कहीं ना कहीं हरप्रीत का भी हाथ हो सकता है. हरमीत के परिजनों का दावा है कि उसे हिंदी लिखनी नहीं आती. इसके अलावा पत्र पर अंगूठा लगा हुआ है जबकि हरमीत पढ़ा-लिखा है. उन्होंने इस पत्र को साजिश के तहत अपलोड करने की आशंका जताई है.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट

यह भी पढ़ें:- इंदिरा गांधी को अयोग्य करार देने का निर्णय बहुत साहस भरा था : रमना

पुलिस को फिलहाल इन दोनों की तलाश है. इसके लिए पुलिस टीम जम्मू गई है. वहां लगातार इनकी तलाश में दबिश दी जा रही है. शनिवार को हरमीत का एक मोबाइल भी कुछ देर के लिए ऑन हुआ था. इसे लेकर भी छानबीन चल रही है. गौरतलब है कि बीते 2 सितंबर को रमेश नगर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उनका शव बीते 9 सितंबर की सुबह बरामद हुआ था.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पूर्व एमएलसी त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या मामले में हरमीत सिंह की फेसबुक आईडी पर कंफेशन लेटर आया है. इस पत्र में बताया गया है कि किस तरीके से हरमीत सिंह ने हत्याकांड को अंजाम दिया. हालांकि अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि फेसबुक आईडी पर यह पत्र हरमीत ने डाला है या किसी अन्य शख्स ने. इसमें यह भी लिखा है कि वह खुदकुशी करने जा रहा है.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट

हरमीत सिंह की फेसबुक आईडी पर डाले गए पत्र में लिखा गया है कि वह हरप्रीत के घर पर पहले से मौजूद था. कनाडा जाने से एक दिन पहले त्रिलोचन सिंह वजीर हरप्रीत के रमेश नगर स्थित फ्लैट पर गया था. उसके आने पर हरप्रीत ने हरमीत को होटल जाने के लिए कहा. उसका कुछ सामान हरप्रीत के घर पर रह गया था. वह जब इसे लेने गया तो दरवाजा खुला था, जहां पर हरप्रीत से वजीर बात कर रहा था. उसने बताया कि अजीत ने सुदर्शन वज़ीर, हरमीत और उसके बेटे को मारने के लिए 4 करोड़ रुपये में डील करवा दी है. इसके लिए दो करोड़ रुपये उसने एडवांस भी दिया है. वह जब तक कनाडा से लौटेगा ये काम हो चुका होगा.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट

इस पर हरप्रीत ने कहा कि सुदर्शन का तो पता नहीं, लेकिन हरमीत तो आपका दोस्त है. वजीर ने कहा कि हरमीत उसके खिलाफ चलता है. यह सुनते ही हरमीत अंदर घुसा और उनके बीच बहस होने लगी. हरप्रीत ने बीच बचाव करते हुए उन्हें चुप कराया और कुछ सामान लाने बाजार चला गया. उसके जाते ही एक बार फिर उनके बीच बहस शुरू हो गई. वह अपने बचाव के लिए पिस्तौल रखता था. कहासुनी के दौरान पिस्तौल से उसने वजीर के सिर पर गोली मार दी. उसने तय किया कि वह पुलिस के पास जाकर सरेंडर कर देगा, लेकिन इससे पहले वह अपने परिवार से मिलना चाहता था. इसलिए वह जम्मू चला गया. वहां से लौटने के बाद वह हरप्रीत के साथ पंजाब चला गया था.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट

इस पत्र के आखिर पेज में लिखा गया है कि वजीर की हत्या हरमीत ने की है. इस हत्याकांड में हरप्रीत की कोई भूमिका नहीं है. वह खुद आत्महत्या करने जा रहा है. इस पत्र को लेकर पुलिस का मानना है कि यह पत्र फेसबुक पर डालने में कहीं ना कहीं हरप्रीत का भी हाथ हो सकता है. हरमीत के परिजनों का दावा है कि उसे हिंदी लिखनी नहीं आती. इसके अलावा पत्र पर अंगूठा लगा हुआ है जबकि हरमीत पढ़ा-लिखा है. उन्होंने इस पत्र को साजिश के तहत अपलोड करने की आशंका जताई है.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट

यह भी पढ़ें:- इंदिरा गांधी को अयोग्य करार देने का निर्णय बहुत साहस भरा था : रमना

पुलिस को फिलहाल इन दोनों की तलाश है. इसके लिए पुलिस टीम जम्मू गई है. वहां लगातार इनकी तलाश में दबिश दी जा रही है. शनिवार को हरमीत का एक मोबाइल भी कुछ देर के लिए ऑन हुआ था. इसे लेकर भी छानबीन चल रही है. गौरतलब है कि बीते 2 सितंबर को रमेश नगर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उनका शव बीते 9 सितंबर की सुबह बरामद हुआ था.

सुसाइड नोट
सुसाइड नोट
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.