छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र) : जिंशी पुलिस ने बुधवार रात के दंगों के सिलसिले में 400 से 500 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को दो समूहों में झड़प के बाद हिंसा भड़क गई गई. दंगाइयों ने हिंसा के दौरान पुलिसकर्मियों पर पथराव किया. इसके साथ ही उन लोगों ने पुलिस और निजी वाहनों को भी जला दिया था. पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आठ टीमें गठित की हैं. इस बीच पुलिस ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है. किराडपुरा के संकटग्रस्त इलाके में गुरुवार रात से ही भारी सुरक्षा बल तैनात है.
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शहर के किराडपुरा इलाके में बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को दंगे जैसे हालात हो गए. पुलिस के मुताबिक, राम मंदिर क्षेत्र में रामनवमी की तैयारियों की पृष्ठभूमि में अज्ञात युवकों के एक समूह ने अचानक त्योहार मनाने आए समूह पर पथराव शुरू कर दिया. धीरे-धीरे घटना ने गंभीर रूप ले लिया, पुलिस और निजी वाहनों सहित 13 कारों को जला दिया गया. राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्थिति का जायजा लिया है और लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है.
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इस बीच, सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं. सांसद इम्तियाज जलील ने पुलिस पर देर से पहुंचने का आरोप लगाया. जिसपर पुलिस आयुक्त डॉ. निखिल गुप्ता ने दी सफाई कि पुलिस ने पूरी क्षमता के साथ दंगा पीड़ितों का मुकाबला किया. उन्होंने कहा कि पुलिस अपनी कार्रवाई में किसी तरह की जल्दबाजी करती और ज्यादा नुकसान हो सकता था.
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