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राहुल के 'गठबंधन ऑफर' वाले बयान पर भड़कीं मायावती, कहा- कोई सच्चाई नहीं

राहुल गांधी ने एक दिन पहले यह दावा किया था कि यूपी चुनाव से पहले उन्होंने मायावती को कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाने का ऑफर दिया था. इस पर आज मायावती ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ झूठ का सहारा लेकर एजेंडा चलाती है. मायावती ने कहा कि कभी राजीव गांधी भी इसी तरह से बसपा को बदनाम कर रहे थे, वही काम आज राहुल कर रहे हैं.

mayawati, bsp supremo
मायावती , बसपा सुप्रीमो
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Published : Apr 10, 2022, 1:58 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन के ऑफर पर मायावती ने पलटवार किया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि राहुल गांधी से पहले राजीव गांधी ने भी बसपा को बदनाम करने की साजिश की थी. उन्होंने कहा कि तब राजीव गांधी ने कांशीराम को सीआईए का एजेंट बता दिया था, आज राहुल उसी राह पर चल पड़े हैं. आपको बता दें कि राहुल ने एक दिन पहले यह खुलासा किया था कि यूपी चुनाव में कांग्रेस बसपा के साथ गठबंधन बनाना चाहती थी.

मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही अलग-अलग हथकंडे अपनाती रही है. उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया कि यूपी चुनाव से पहले राहुल ने गठबंधन का ऑफर दिया था और उस पर मैंने कोई जवाब नहीं दिया. मायावती ने कहा कि इस बयान में कोई सच्चाई नहीं है.

मायावती ने कहा है कि कांग्रेस की जातिवादी भावना साफ दिखती है. राहुल के बयान में जातिवादी मानसिकता है. कांग्रेस अपने बिखरे घर को संभाल नहीं पा रही है, बसपा पर आरोप लगा रहे हैं. मायावती का कहना है कि कांग्रेस का हाल खिसियानी बिल्ली जैसा है. उसके नेता लगातार पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. उन्हें राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस रोक नहीं पा रही है और बसपा पर अनर्गल आरोप लगाने में जुटे हुए हैं. बसपा के प्रति इनकी नफरत साफ नजर आ रही है. कांग्रेस बसपा पर गलत आरोप लगा रही है. मैं राहुल की बातों का खंडन करती हूं. किसी भी टिप्पणी से पहले उन्हें सोचना चाहिए. मुझ पर भाजपा से मिलने का आरोप गलत है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बसपा की कार्यशैली पर जबरन उंगली उठा रहे हैं.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा था कि उनकी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती को उत्तर प्रदेश में गठबंधन करने और मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने बात तक नहीं की. राहुल ने यह दावा भी किया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और पेगासस के जरिये बनाये जा रहे दबाव के चलते मायावती दलितों की आवाज के लिए नहीं लड़ रहीं और भाजपा को खुला रास्ता दे दिया.

राहुल गांधी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी और कांग्रेस नेता के. राजू की पुस्तक 'द दलित ट्रूथ: द बैटल्स फॉर रियलाइजिंग आंबेडकर्स विजन' के विमोचन के मौके पर यह टिप्पणी की. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. कांग्रेस सिर्फ दो और बसपा एक सीट ही हासिल कर सकी.

राहुल ने दावा किया कि आज सीबीआई, ईडी, और पेगासस के जरिये राजनीतिक व्यवस्था एवं संस्थाओं को नियंत्रित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने (उत्तर प्रदेश चुनाव में) मायावती को संदेश दिया कि गठबंधन करिये, मुख्यमंत्री बनिए, लेकिन (उन्होंने) बात तक नहीं की.

कांग्रेस नेता ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा, 'कांशीराम ने खून-पसीना देकर दलितों की आवाज को जगाया. हमें उससे नुकसान हुआ, वह अलग बात है. आज मायावती कहती हैं, उस आवाज के लिए नहीं लड़ूंगी. खुला रास्ता दे दिया. इसकी वजह सीबीआई, ईडी और पेगासस है.' उन्होंने जोर देकर कहा, 'अगर मैंने एक रुपया भी लिया होता, तो यहां भाषण नहीं दे पाता.'

  • #WATCH Mayawatiji didn't fight elections, we sent her the message to form an alliance but she didn't respond. Kanshi Ram Ji raised voice of Dalits in UP, though it affected Congress. This time she didn't fight for Dalit voices because there are CBI, ED & Pegasus: Rahul Gandhi pic.twitter.com/Jf7nvHAec0

    — ANI (@ANI) April 9, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आपको बता दें कि यूपी चुनाव में बसपा को 12.88 प्रतिशत वोट मिले, जबकि कांग्रेस को मात्र 2.33 प्रतिशत वोट हासिल हुए. कांग्रेस के 97 फीसदी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी.

ये भी पढ़ें : मायावती चुनाव नहीं लड़ीं, क्योंकि सीबीआई, ईडी, पेगासस का डर था : राहुल गांधी

लखनऊ : उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन के ऑफर पर मायावती ने पलटवार किया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि राहुल गांधी से पहले राजीव गांधी ने भी बसपा को बदनाम करने की साजिश की थी. उन्होंने कहा कि तब राजीव गांधी ने कांशीराम को सीआईए का एजेंट बता दिया था, आज राहुल उसी राह पर चल पड़े हैं. आपको बता दें कि राहुल ने एक दिन पहले यह खुलासा किया था कि यूपी चुनाव में कांग्रेस बसपा के साथ गठबंधन बनाना चाहती थी.

मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही अलग-अलग हथकंडे अपनाती रही है. उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया कि यूपी चुनाव से पहले राहुल ने गठबंधन का ऑफर दिया था और उस पर मैंने कोई जवाब नहीं दिया. मायावती ने कहा कि इस बयान में कोई सच्चाई नहीं है.

मायावती ने कहा है कि कांग्रेस की जातिवादी भावना साफ दिखती है. राहुल के बयान में जातिवादी मानसिकता है. कांग्रेस अपने बिखरे घर को संभाल नहीं पा रही है, बसपा पर आरोप लगा रहे हैं. मायावती का कहना है कि कांग्रेस का हाल खिसियानी बिल्ली जैसा है. उसके नेता लगातार पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. उन्हें राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस रोक नहीं पा रही है और बसपा पर अनर्गल आरोप लगाने में जुटे हुए हैं. बसपा के प्रति इनकी नफरत साफ नजर आ रही है. कांग्रेस बसपा पर गलत आरोप लगा रही है. मैं राहुल की बातों का खंडन करती हूं. किसी भी टिप्पणी से पहले उन्हें सोचना चाहिए. मुझ पर भाजपा से मिलने का आरोप गलत है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बसपा की कार्यशैली पर जबरन उंगली उठा रहे हैं.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा था कि उनकी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती को उत्तर प्रदेश में गठबंधन करने और मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने बात तक नहीं की. राहुल ने यह दावा भी किया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और पेगासस के जरिये बनाये जा रहे दबाव के चलते मायावती दलितों की आवाज के लिए नहीं लड़ रहीं और भाजपा को खुला रास्ता दे दिया.

राहुल गांधी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी और कांग्रेस नेता के. राजू की पुस्तक 'द दलित ट्रूथ: द बैटल्स फॉर रियलाइजिंग आंबेडकर्स विजन' के विमोचन के मौके पर यह टिप्पणी की. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की. कांग्रेस सिर्फ दो और बसपा एक सीट ही हासिल कर सकी.

राहुल ने दावा किया कि आज सीबीआई, ईडी, और पेगासस के जरिये राजनीतिक व्यवस्था एवं संस्थाओं को नियंत्रित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमने (उत्तर प्रदेश चुनाव में) मायावती को संदेश दिया कि गठबंधन करिये, मुख्यमंत्री बनिए, लेकिन (उन्होंने) बात तक नहीं की.

कांग्रेस नेता ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा, 'कांशीराम ने खून-पसीना देकर दलितों की आवाज को जगाया. हमें उससे नुकसान हुआ, वह अलग बात है. आज मायावती कहती हैं, उस आवाज के लिए नहीं लड़ूंगी. खुला रास्ता दे दिया. इसकी वजह सीबीआई, ईडी और पेगासस है.' उन्होंने जोर देकर कहा, 'अगर मैंने एक रुपया भी लिया होता, तो यहां भाषण नहीं दे पाता.'

  • #WATCH Mayawatiji didn't fight elections, we sent her the message to form an alliance but she didn't respond. Kanshi Ram Ji raised voice of Dalits in UP, though it affected Congress. This time she didn't fight for Dalit voices because there are CBI, ED & Pegasus: Rahul Gandhi pic.twitter.com/Jf7nvHAec0

    — ANI (@ANI) April 9, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आपको बता दें कि यूपी चुनाव में बसपा को 12.88 प्रतिशत वोट मिले, जबकि कांग्रेस को मात्र 2.33 प्रतिशत वोट हासिल हुए. कांग्रेस के 97 फीसदी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी.

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