कोलकाता : समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि विपक्षी दलों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के 'दुरुपयोग' के कारण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी दिनों में 'कांग्रेस की तरह' राजनीतिक रूप से खत्म हो जाएगी. अखिलेश ने जाति जनगणना पर भी जोर देते हुए कहा कि यह 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बड़ा मुद्दा होगा. उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'पहले कांग्रेस केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करती थी और अब भाजपा ऐसा कर रही है. कांग्रेस अब खत्म हो चुकी है. भाजपा का भी यही हश्र होगा. वह (भाजपा) इन एजेंसियों को बस उन दलों के पीछे भेज रही है जो उसका (भाजपा का) मुकाबला कर रहे हैं.'
जब सपा नेता से पूछा गया कि 2024 के लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, तो क्या केंद्रीय एजेंसियों का 'दुरुपयोग' बढ़ेगा. इसके जवाब में यादव ने कहा , 'ऐसा हो सकता है, लेकिन इससे भगवा शिविर (भाजपा) को कोई मदद नहीं मिलेगी, क्योंकि लोकसभा चुनाव की तैयारी अगले कुछ महीनों में शुरू हो जाएगी.' शनिवार से यहां हो रही सपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारी बैठक में पारित किये गये राजनीतिक प्रस्ताव की चर्चा करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी कि अगले साल चुनाव में उत्तर प्रदेश एवं देश में भाजपा पराजित हो.
उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है जो भाजपा को रोक सकता है, क्योंकि वहां सबसे अधिक सीट है. पूरा देश समाजवादी पार्टी की ओर देख रहा है. चाहे डीजल के दाम हों या पेट्रोल के या गैस के, या महंगाई हो, भाजपा ने कई झूठ बोले हैं.' उन्होंने कहा कि भाजपा बड़े औद्योगिक घरानों के लिए काम कर रही है. शनिवार को वरिष्ठ सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि उनकी पार्टी ने 2024 के चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट में से कम से कम 50 सीट जीतने का लक्ष्य तय किया है.
जब अखिलेश यादव से पूछा गया कि आम चुनाव से पहले प्रस्तावित विपक्षी मोर्चा की क्या योजना होगी, तब उन्होंने कहा कि इसका खुलासा नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, 'लक्ष्य भाजपा को हराना है. फिलहाल एक विपक्षी मोर्चा बनाने की कोशिश चल रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (अपनी-अपनी ओर से) प्रयास कर रहे हैं.'
जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस को ऐसे प्रस्तावित राजनीतिक मोर्चा से दूर रखा जाएगा, तब उन्होंने कहा, 'कांग्रेस एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल है, इसलिए उसे अपनी भूमिका तय करनी है.' राहुल गांधी के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर अखिलेश यादव ने उलटे सवाल कर दिया कि क्या भाजपा ने कांग्रेस को मदद पहुंचाने के लिए यह किया है. उन्होंने कहा, 'कोई नहीं जानता कि भाजपा किसे निशाना बना रही है. वह किसी के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है, लेकिन उसका निशाना कोई अन्य हो सकता है.'
उन्होंने दावा किया कि कई राजनीतिक दल देश में जातीय जनगणना कराने के पक्ष में हैं, क्योंकि इससे विभिन्न जातियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी. सपा नेता ने दावा किया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन-2 (संप्रग-2) सरकार के दौरान कांग्रेस ने जातीय जनगणना कराने का वादा किया था, लेकिन बाद में 'पीछे हट गई.' अखिलेश ने कहा, 'हम चाहते हैं कि भाजपा नीत केंद्र सरकार जाति आधारित जनगणना कराए. कई नेता इसकी मांग कर रहे हैं. लेकिन, कांग्रेस की तरह भाजपा भी जाति आधारित जनगणना कराने की इच्छुक नहीं है.' जब अखिलेश यादव से पूछा गया कि क्या सपा उत्तर प्रदेश के बाहर चुनाव लड़ेगी, तब उन्होंने कहा, 'जहां कहीं हमारा संगठन है, हम चुनाव लड़ेंगे.'
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(पीटीआई-भाषा)