नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली को संबोधित किया. मोदी ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विमान वाहक पोत आईएनएस विराट और इसके कर्मियों का इस्तेमाल निजी छुट्टियां मनाने के लिए किया था जिस दौरान उनके विदेशी ससुरालवाले उनके साथ थे.
राष्ट्रीय राजधानी में मोदी ने अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित एक चुनावी रैली में यह बात कही. उन्होंने कांग्रेस नेताओं के इन आरोपों के जवाब में यह बात कही कि रक्षा बलों का भाजपा राजनैतिकरण कर रही है.
कांग्रेस नेताओं ने पाकिस्तान के आतंकी कैंप पर एयर स्ट्राइक के बाद भाजपा नेताओं के 'मोदी की सेना' के बयानों के हवाले से यह मुद्दा उठाया है.
मोदी ने कहा, "किसने रक्षा बलों के साथ निजी संपत्ति जैसा व्यवहार किया है? क्या आपने कभी सुना है कि कोई परिवार छुट्टी मनाने के लिए युद्धपोत से गया हो? ऐसा हमारे देश में हुआ है. नामदार परिवार ने आईएनएस विराट का इस्तेमाल निजी संपत्ति की तरह से किया था. उन्होंने इसका अपमान किया."
मोदी ने आरोप लगाया कि आईएनएस विराट को उसकी तैनाती वाली जगह से हटाकर राजीव गांधी के ससुराल के लोगों को लाने के लिए भेजा गया और उन्हें इसी युद्धपोत से एक द्वीप पर भेजा गया. द्वीप पर इनकी आवभगत करने वाला कोई नहीं था, इसलिए सारा इंतजाम युद्धपोत के कर्मियों ने किया.
उन्होंने कहा कि यह छुट्टी कोई एक दिन में नहीं खत्म हुई बल्कि दस दिन तक चली. इस दौरान युद्धपोत वहीं खड़ा रहा.
मोदी ने कहा कि 'क्या युद्धपोत पर विदेशियों की मौजूदगी देश की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं है? या फिर इसकी इजाजत बस इसलिए दे दी गई कि वह राजीव गांधी थे?'
पीएम मोदी ने रैली में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कांग्रेस आजकल अचानक न्याय की बात करने लगी है. कांग्रेस को बताना पड़ेगा, कि 1984 के सिख दंगों में हुए अन्याय का हिसाब कौन देगा? कांग्रेस को बताना पड़ेगा कि सिख दंगों से जुड़ा होने का जिन पर आरोप है, उनको मुख्यमंत्री बनाना कौन सा न्याय है. कांग्रेस ने देश के साथ जो अन्याय किया, हम उसे निरंतर कम करने की कोशिश कर रहे हैं.
मुझे संतोष है कि तीन दशक बाद पहली बार 84 के सिख दंगों के गुनहगारों के गिरेबान तक कानून पहुंचा है. पहली बार वो सलाखों के पीछे पहुंचे हैं, फांसी के फंदे तक पहुंचे हैं. पीएम मोदी ने कहा राष्ट्र ने 4 राजनैतिक संस्कृतियाँ देखीं,
पहला नामपंथी, दूसरा वामपंथी, दाम और दमनपंथी और विकासपंथी. लेकिन दिल्ली ने 5वां मॉडल को दिखाया है वह है नाकामपंथी. मोदी ने दिल्ली की सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नाकामपंथी बताते हुए कहा कि ये लोग देश बदलने चले थे, खुद ही बदल गए.
अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बगैर पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों ने अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए हर बात से यू-टर्न लेने का काम किया.
मोदी ने कहा बीते पांच साल में हमने कई फैसले लिए हैं. मोबाईल दवा, बिल पहले की अपेक्षा सस्ता हुआ है. हमने देश में 14,00 से ज्यादा कानून खत्म किए हैं. मोदी ने कहा कि मध्यम वर्ग के लिए 5,0000 तक की आय को टेक्स मुक्त किया है. हम गंगा की तरह जमुना को भी स्वच्छ बनाने का काम कर चुके हैं.
हम देश को 21वीं सदी का भारत बनाने के लिए हम ईमानदार कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा पहला नामपंथी, दूसरा वामपंथी, तीसरा दाम और दमनपंथी जिनके लिए गुंडा तंत्र ही गणतंत्र की परिभाषा है.
चौथा है विकासपंथी, इसमें सबका साथ सबका विकास सर्वोपरि है. उन्होंने दिल्ली से निकले नाकामपंथी को एक मॉडल बताते हुए कहा कि दिल्ली में नाकामपंथी मॉडल ने ना सिर्फ आरजकता फैलाई है बल्कि इन्होंने लोगों के साथ विश्वासघात करने का भी काम किया है. उन्होंने दिल्ली के सीएम केजरीवाल को नाकामपंथी बताया है.
पीएम मोदी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, दिल्ली की एक बड़ी चुनौती है प्रदूषण. इसके लिए तकनीक में आधुनिकिकरण करने की आवश्यकता है.
खबर के मुताबिक दिल्ली में इस वक्त काफी गर्मी है और इसको देखते हुए रैली स्थल पर पेयजल की व्यवस्था की गई है. साथ-साथ एंबुलेंस और अन्य सेवाओं की भी व्यवस्था की गई है.
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आज ही प्रियंका गांधी ने दिल्ली में रोड शो किया है. उनके रोड शो में समर्थकों की लंबी कतार देखने को मिली. इधर रामलीला मैदान में पीएम मोदी को सुनने के लिए काफी भीड़ जमा हो गई है. इसको देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम भी किए गए हैं. दिल्ली में 12 मई को मत डाले जाएंगे.