भोपाल : भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने के एक दिन बाद गृह राज्य पहुंचे पूर्व कांग्रेस दिग्गज ज्योतिरादित्य सिंधिया राजधानी भोपाल में अपने भव्य स्वागत से अभिभूत दिखे. प्रदेश भाजपा कार्यालय में गुरुवार की शाम आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'यह मेरे लिए भावुक क्षण है. मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि भाजपा ने मेरे लिए दरवाजे खोले. मुझे पीएम मोदी, जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह का आशीर्वाद भी मिला.'
सिंधिया ने इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए कहा, 'अगर प्रदेश में कोई नेता है, जो अपनी कार में एसी नहीं चलाता तो वे शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं. मेरी मानना है कि आप एक हैं और हम एक हैं और जब एक और एक मिल जाएं तो दो नहीं ग्यारह होना चाहिए.'
ज्योतिरादित्य ने कहा, 'जिस संगठन में, जिस परिवार में मैंने 20 साल बिताए हैं, मेरी मेहनत, मेरी लगन, मेरे संकल्प के साथ एक-एक पसीने की बूंद मैंने वहां छिटका है. उन सबको छोड़कर मैं अपने आप को आपके हवाले करता हूं.'
उन्होंने कहा कि वह अपने साथ केवल एक चीज लाए हैं और वह है उनकी कड़ी मेहनत.
सिंधिया ने कहा, 'मैं गर्व से कहता हूं कि अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी, सिंधिया परिवार की मेरी दादी राजमाता विजयराजे सिंधिया हों या मेरे पूज्य पिताजी, और वर्तमान में सिंधिया परिवार का मुखिया होने के नाते हमारा लक्ष्य राजनीति नहीं. हमारा लक्ष्य जनसेवा है.'
वहीं इस दौरान शिवराज ने मुख्यमंत्री कमलाथ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'आज हम ये संकल्प लेते हैं कि कमलनाथ, जब तक तुम्हारे पाप, अत्याचार, अन्याय, भ्रष्टाचार और आतंक की लंका को जलाकर राख नहीं कर देते, हम चुप नहीं बैठेंगे.'
भाजपा कार्यालय में स्वागत समारोह के बाद शिवराज सिंह और सिंधिया ने रात्रि भोज साथ किया.
इससे पहले भाजपा में शामिल होने के बाद सिंधिया पहली बार भोपाल पहुंचे. उन्होंने शहर में रोड शो किया. शाम पांच बजे एयरपोर्ट से शुरू हुआ 20 किलोमीटर लंबा रोड शो छह बजकर 30 मिनट पर भाजपा कार्यालय पहुंचा. यहां उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय, कुशाभाऊ ठाकरे, राजमाता सिंधिया और माधवराव सिंधिया की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया.
प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार, सिंधिया शुक्रवार 13 मार्च को एक बार फिर मध्याह्न 12 बजे भाजपा कार्यालय जाएंगे. यहां से वह राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए विधानसभा परिसर के लिए रवाना होंगे.
गौरतलब है कि 18 साल तक कांग्रेस में शामिल रहे सिंधिया ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया था, जिसके कुछ घंटों के भीतर ही उन्हें पार्टी से राज्यसभा का टिकट भी मिल गया था. सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने सिंधिया को भाजपा की ओर से राज्यसभा का उम्मीदवार चुने जाने पर बधाई दी थी.
भाजपा में शामिल होते ही सिंधिया को मिला राज्यसभा का टिकट
सिंधिया की बगावत के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार मुश्किल में आ गई है. सिंधिया खेमे के 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है. सिंधिया के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'वह अकेले ऐसे कांग्रेस के नेता थे, जो बेधड़क मेरे घर में आ-जा सकते थे.'