दिल्ली : गर्मी का सितम जारी है, हालांकि बुधवार को हुई बारिश ने थोड़ी राहत दी है. मगर अभी मई और जून का महीना काटना बाकी है. इन महीनों में चिलचिलाती धूप के बीच उत्तर भारत का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है. इस गर्मी से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय आजमाते हैं. दिल्ली के एक ऑटो ड्राइवर ने भी खुद को और अपने पैसेंजर को गर्मी से बचाने के लिए नायाब तरीका ढूंढ निकाला है.
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#WATCH Delhi | Beat the heat! An auto-rickshaw driver planted varieties of plants on the roof of his auto-rickshaw as a measure to tackle the searing heat amid the summers
— ANI (@ANI) May 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
There're 25 varieties of plants that are planted on the auto-rickshaw's roof, says Mahendra Kumar, Driver pic.twitter.com/VS5nOxCIHL
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— ANI (@ANI) May 4, 2022
There're 25 varieties of plants that are planted on the auto-rickshaw's roof, says Mahendra Kumar, Driver pic.twitter.com/VS5nOxCIHL#WATCH Delhi | Beat the heat! An auto-rickshaw driver planted varieties of plants on the roof of his auto-rickshaw as a measure to tackle the searing heat amid the summers
— ANI (@ANI) May 4, 2022
There're 25 varieties of plants that are planted on the auto-rickshaw's roof, says Mahendra Kumar, Driver pic.twitter.com/VS5nOxCIHL
दिल्ली में ऑटो चलाने वाले महेंद्र कुमार ने अपने ऑटो की छत पर पेड़-पौधे लगा रखे हैं. महेंद्र का कहना है कि इससे गाड़ी की छत कूल रहती है और यात्री भी राहत महसूस करते हैं. महेंद्र दिल्ली में पिछले 25-30 से ऑटो रिक्शा चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि ऑटो की छत पर 25 वैरायटी के पौधे लगा रखे हैं. इसका दोतरफा फायदा मिलता है. पहले तो गर्मी से राहत मिल जाती है और दूसरा लोग उनके ऑटो में बैठना पसंद करते हैं. उन्हें कभी पैसेंजर की कमी नहीं होती. पैसेंजर उनके ऑटो के साथ सेल्फी भी लेते हैं. कई पैसेंजर ऐसे हैं, जो यात्रा के बाद खुश होकर 10-20 रुपये एक्स्ट्रा भी दे देते हैं. महेंद्र अपने ऑटो पर लगाए गए पौधों का काफी ख्याल रखते हैं. उसे नियमित तौर से पानी देना और सफर के दौरान पौधे को होने वाले नुकसान को ठीक करना उनकी दिनचर्या में शामिल है. कई बार तो वह रास्ते में अपने पौधों को संवारने लगते हैं.
बता दें कि इस साल भारत में अप्रैल के महीने में ही गर्मी ने ऐसा रौद्र रूप दिखा दिया कि 122 साल का रिकॉर्ड टूट गया. अप्रैल महीने में उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में 1990 के बाद इस साल सर्वाधिक औसत अधिकतम तापमान दर्ज किया गया. इन इलाकों में मई में भी गर्मी से राहत नहीं मिलने की संभावना जताई जा रही है. भारतीय मौसम विभाग भी इस साल उत्तर भारत में पारा 50 डिग्री से ऊपर पहुंचने का अनुमान लगा चुका है. ऐसे में कूल रहने की छोटी-छोटी कोशिश सुर्खियां बन रही हैं.
(एएऩआई )
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