Holi 2023 : गीत-संगीत के साथ नेताओं पर व्यंग्य, आप भी लीजिए काशी की होली का आनंद
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वाराणसी : होली का पर्व बेहद नजदीक आ चुका है. त्याेहार की खुमारी लाेगाें के सिर चढ़कर बाेलने लगी है. टोलियों की गीत-संगीत की महफिल भी सजने लगी है. होली के मौके पर अगर पूर्वांचल के लोकगीताें के साथ व्यंग्य के बाण न चले ताे त्याेहार का मजा ही किरकिरा हाे जाता है. काशी में कई टाेलियां रंग और गुलाल से सराबाेर हाेकर लाेकगीताें के साथ व्यंग्य की फुलझड़ियां छाेड़ रहीं हैं.
होली के पहले वाराणसी में लोकगीताें का खुशनुमा अंदाज गंगा के घाटों पर देखने को मिल रहा है. सिलबट्टे पर भांग पीसते हुए ठंडाई बनाकर रंगों के साथ प्रख्यात गीतकार कन्हैया दुबे केडी और उनके सहयोगी गायक अमलेश शुक्ल टीम के साथ लोकगीत गा रहे हैं. बीच-बीच में राजनेताओं पर व्यंग्य के बाण भी चला रहे हैं. इसे देखकर घाटाें पर मौजूद लाेग हंसी के ठहाके लगाने काे मजबूर हाे जा रहे हैं. इसे सुनकर आप भी होली की मस्ती में डूब जाएंगे. आइए चलते हैं काशी के गंगा घाटों पर, आप भी लीजिए होली के मस्ती भरे गीताें का आनंद...
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