चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय शहर चाईबासा स्थित पिल्लई हॉल में जल जीवन मिशन अंतर्गत जिलास्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि झारखंड राज्य की महिला, बाल-विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री जोबा मांझी उपस्थित रहीं. इस दौरान सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा, जिला उपायुक्त अरवा राजकमल के उपस्थित रहे. कार्यशाला का शुभारंभ मंच पर उपस्थित व्यक्तियों की ओर से संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया.
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कार्यक्रम के दौरान सभी लोगों की ओर से पानी बचाने, उसके विवेकपूर्ण उपयोग, पानी की एक-एक बूंद का संचयन और कैच-द-रेन अभियान को बढ़ावा देने में पूरा सहयोग देने को लेकर चर्चा की. इसके साथ-साथ पानी को एक अनमोल संपदा मानते हुए पानी व्यर्थ नहीं करने के लिए प्रेरित करने की शपथ ली गयी.
हर घर जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य
कार्यशाला के दौरान अपने संबोधन में मंत्री जोबा माझी ने कहा कि जल के बिना मनुष्य ही नहीं धरती भी प्यासी रह जाती है और आज के कार्यशाला में जल जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर परिचर्चा भी किया जा रहा है. जिले की संरचना भौगोलिक दृष्टि से काफी जटिल है. मनोहरपुर, आनंदपुर, गुदरी और बंदगांव प्रखंड के अति सुदूरवर्ती क्षेत्रों में जहां पेयजल की सुविधा का अभाव है. वैसे स्थानों को चिन्हित करते हुए जलमीनार या चापाकल के माध्यम से पेयजल की सुविधा बहाल किए जाने की योजना बनाया जाए. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन अंतर्गत वर्ष 2024 तक हर घर को नल के माध्यम से जल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य सरकार की ओर से निर्धारित किया गया है और हम सभी इसे आपसी सहयोग एवं समन्वय के साथ पूरा करें, ताकि जिला अंतर्गत दूषित पानी पीने के कारण रोग ग्रस्त हो रहे लोगों को नई जिंदगी मिल सके.
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आमजनों को जागरूक करना एक बेहतर कदम
वहीं संबोधन में सिंहभूम की सांसद ने कहा कि जल जीवन मिशन का मुख्य उद्देश्य जल को सुरक्षित करने के साथ-साथ आने वाले समय के लिए इसका बचाव करना भी है. क्योंकि जल हम सभी के जीवन के लिए आवश्यक है और इसमें किसी प्रकार का कोई भी दो मत नहीं है कि इस जिले में पेयजल आपूर्ति को लेकर बहुत सारे कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जलापूर्ति को लेकर जिले में संचालित कार्यों के लिए जिला उपायुक्त बधाई के पात्र हैं और जल के विवेकपूर्ण उपयोग के लिए आमजनों को भी जागरूक करना एक बेहतर कदम है.
पाइप लाइन के माध्यम से सभी घरों में पहुंचेगा शुद्ध जल
जिला उपायुक्त ने कहा कि जल के बिना आदमी जीवित नहीं रह सकता है. जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक व्यक्ति को 55 लीटर शुद्ध पानी उपलब्ध करवाना एक मानवाधिकार के रूप में ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन एक महत्वपूर्ण योजना है. इसके तहत जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में जहां लोग लाल पानी का सेवन करने को विवश हैं. उन सभी घरों में पाइप लाइन के माध्यम से शुद्ध जल पहुंचाना ही जिला प्रशासन की प्राथमिकता है.
ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के अधीक्षण अभियंता प्रभात कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता संजय शर्मा, चक्रधरपुर कार्यपालक अभियंता प्रभु दयाल मंडल, जिला पंचायती राज पदाधिकारी विपिन कुमार सिंह सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे.