चाईबासा: सिंहभूम बस ओनर एसोसिएशन ने भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष पर एक हजार लीटर डीजल और 50,000 रुपये मांगने का आरोप लगाया है. मंगलवार को सिंहभूम बस ओनर एसोसिएशन के द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक चाईबासा के निजी रेस्टोरेंट में आयोजित की गई. जहां पर बस ओनर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अपनी बातें मीडिया के सामने रखते हुए कहा कि बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष के द्वारा उनसे 1,000 लीटर डीजल और 50,000 रुपये की मांग की गई थी. जो मांग ओनर एसोसिएशन ने नहीं माना.
जिसके बाद जिला अध्यक्ष ने जिला परिवहन पदाधिकारी से सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत यह सवाल किया कि जो बस चाईबासा से चलती है, उनकी वास्तविक स्थिति क्या है, उसका इंश्योरेंस फिटनेस आदि की स्थिति से उन्हें अवगत कराया जाए. उन्होंने अपने लेटर पैड के जरिए ये सवाल पूछा था.
'लेटर पैड में जानकारी मांगना नियम के विरुद्ध': हालांकि उनका यह सवाल जायज है, मगर बस ओनर एसोसिएशन का कहना है कि लेटर पैड में यह जानकारी मांगना नियम के विरुद्ध है और जो जानकारी उन्होंने परिवहन विभाग से मांगी है, परिवहन विभाग ने ये सारी मांगों को बस ओनर से अवगत कराने के लिए कहा है. जो कि कहीं से भी सही नहीं है. बस ओनर एसोसिएशन एक निजी संस्था है. जो सरकार के द्वारा दिए जाने वाले लाभ से आच्छादित नहीं होता है. जिला अध्यक्ष का यह कार्य सही नहीं है. उन्होंने आवेश में आकर ऐसा किया है. साथ ही बस ओनर एसोसिएशन ने यह भी मांग की है कि अगर जिलाध्यक्ष अपने पत्र को वापस नहीं ले लेते हैं तो बस ओनर एसोसिएशन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला जाएगा.
भाजपा जिलाध्यक्ष ने आरोपों को बताया बेबुनियाद: इधर, भाजपा जिलाध्यक्ष सतीश पूरी ने कहा कि मुझ पर लगाये गए आरोप बेबुनियाद हैं और राजनीति से प्रेरित हैं. जो आरोप लगाया जा रहा है, उसका कोई साक्ष्य हो तो प्रस्तुत किया जाए. झारखंड सरकार के भ्रष्टाचार के विरूद्ध भाजपा का कार्यक्रम था. उस दौरान ही बसें ली गई थी और आज तक भाजपा के किसी भी कार्यक्रम में ली गई बसों और अन्य वाहनों का कोई बाकी बकाया नही है.