चाईबासा: उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में जिला समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में अपर उप समाहर्ता जावेद हुसैन (भा.प्र.से), जिला परिवहन पदाधिकारी अजय कुमार तिर्की, सदर अनुमंडल पदाधिकारी शशींद्र कुमार बड़ाईक, जगन्नाथपुर अनुमंडल पदाधिकारी शंकर एक्का, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमर कुमार पांडे, सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे.
कई मामलों में कार्रवाई का निर्देश
बैठक के दौरान उपायुक्त ने अनुमंडल पदाधिकारियों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर अनावश्यक भारी वाहनों को खड़े किए जाने पर जुर्माना लगाने, नगर परिषद क्षेत्र में अवैध रूप से फ्लैक्स और होर्डिंग लगाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उपायुक्त ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिले में सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी देखने को मिली थी, लेकिन अनलॉक के दौरान फिर इसमें वृद्धि देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए भौतिक आधारभूत संरचना में बदलाव करने की आवश्यकता है. तीखा मोड़ पर कॉन्वेक्स मिरर लगाने, जर्जर सड़क की मरम्मती कराने और शहर में प्रवेश करने के रास्तों पर पूर्व से अधिष्ठापित लाइटों को भी व्यवस्थित करने के संबंध में निर्णय लिया गया है.
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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन सिलेंडर की वयवस्था
उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया कि पूर्व की बैठक में क्षेत्र में कार्यरत सामाजिक और व्यावसायिक संगठन का भी दायित्व तय किया गया था. जैसे कई स्थानों पर स्लाइडिंग बैरिकेड्स और कई स्थानों पर पुलिस चौकी बनाने थे. इसमें से कुछ स्थानों पर इनकी पूर्ति की गई है. अभी भी कुछ स्थान शेष हैं. उपायुक्त ने कहा कि शहर में आईसीयू की व्यवस्था नहीं होने के कारण दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को बाहर रेफर किया जाता था. जिससे जाने के क्रम में भी कई व्यक्तियों की मृत्यु भी हो जाती थी. इसे ध्यान में रखते हुए अगले सप्ताह तक यहां के अस्पताल में आईसीयू को पूर्ण रूप से क्रियान्वित होना संभावित है, साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता रखने का भी निर्णय लिया गया है.
बैठक में सड़क सुरक्षा समिति के सदस्यों की ओर से सदर अस्पताल में डेंटल एक्सरे का संचालन सुचारू रूप से करने की मांग की गई, ताकि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों के जख्मों का आंकलन किया जा सके. इस परिपेक्ष में उपायुक्त ने सिविल सर्जन और उनके टीम को सड़कों पर अवैध रूप से निर्मित गतिरोधक को हटाने, सिंहपोखरिया-मोंगरा मार्ग पर सतर्कता साइनेज लगाने का निर्देश दिया गया.