चाईबासा: जिले में आपराधिक और नक्सली संगठनों को समाप्त करने को लेकर जिला पुलिस ने रणनीति बनाई है. यह रणनीति पश्चिम सिंहभूम पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने जिले के सभी एसडीपीओ और थाना प्रभारियों के साथ अपराध समीक्षा बैठक में निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ चल और अचल संपत्ति जब्त करने को लेकर रणनीति बनाई गई है. चाहे नक्सलियों ने लेवी के पैसों से चल अचल संपत्ति अर्जित की हो या पैतृक संपत्ति सभी को जब्त किया जाएगा. नक्सलियों ने लेवी और रंगदारी आदि से अगर किसी और के नाम पर जमीन खरीदी है तो भी उसकी पहचान की जा रही है. जिन्हें चिन्हित कर यूएपीए की धारा 24 और 25 के तहत वृहत स्तर पर अभियान चला कर नक्सलियों की चल अचल और पैतृक संपत्ति को जब्त किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि क्षेत्र से नक्सली संगठन पर अंकुश लगाने और उनके मनोबल को तोड़ने का यथासंभव प्रयास किया जाएगा. नामी अपराधी और उग्रवादियों की अवैध चल अचल संपत्ति को जब्त करने के लिए यूएनपीए की धारा के तहत पुलिस उनकी संपत्ति को जब्त कर सकती है, ऐसा नया प्रावधान है. उन्होंने कहा कि आर्थिक और अचल संपत्ति नक्सली और अपराधियों को ज्यादा मजबूत बनाती है. लेवी से बनाई गई संपत्ति जब्त करने का पुलिस को अधिकार है.
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पुलिस अधीक्षक ने बैठक में अपराधों पर रोक लगाने के लिए भी आवश्यक कार्रवाई करते हुए क्षेत्र में गस्ती अभियान, संवेदनशील क्षेत्रों में बढ़ाने और कड़ी चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा अपराधी और उग्रवादी गतिविधियों की टोह लेकर आसपास के थाना प्रभारियों को सूचना की जांच कर ही आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों को क्षेत्र में सक्रिय अपराधियों पर कार्रवाई करने और सूचना तंत्र को मजबूत करते हुए नक्सली गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए रखने को कहा.
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने थाना में दर्ज मामलों की समीक्षा कर लंबित मामलों का जल्द निष्पादन करने और वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्र में छापेमारी अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है. अगस्त महीने में 116 मामले दर्ज किए गए, जिसमें से 62 एसआर केस और 33 नन एसआर केस को निष्पादित किया गया. कुल 242 वारंटी और 11 कुर्की के अलावा लगभग एक सौ अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.