चाईबासा: बकरी चोरी के मामले में ग्रामसभा ने आरोपियों पर जुर्माना लगाया तो आरोपियों ने शिकायतकर्ता मां-बेटे की हत्या कर शव जलाकर पहाड़ी की तलहटी में फेंक दिया. बाद में पुलिस ने चाईबासा के गुदड़ी थाना क्षेत्र के रोवाउली गांव की रहने वाली शिकायतकर्ता बुधनी भेंगरा और उसके 16 वर्षीय बेटे दौड़ेया भेंगरा का शव बरामद किया है. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजवा दिया है. पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने अपना अपराध कुबूल कर लिया है. साथ ही मां-बेटे की लोहे के दाउली से हत्या फिर साक्ष्य छुपाने की नीयत से शव को अधजली स्थिति में पहाड़ी के तलहटी के पीछे फेंकने का गुनाह स्वीकार कर लिया है. पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त औजार भी बरामद कर लिया है.
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दरअसल, रोवाउली गांव की रहने वाली 45 वर्षीय बुधनी भेंगरा और उसके 16 वर्षीय बेटे दौड़ेया भेंगरा की हत्या कर शव को जंगल में छुपाने को लेकर 9 मार्च को गुदड़ी थाने में चार अभियुक्तों के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. इसके बाद पुलिस अधीक्षक अजय लिण्डा ने अभियुक्तों कि गिरफ्तारी के लिए सोनुवा पुलिस निरिक्षक के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया था. इसी के आलोक में पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है. सभी अभियुक्तों को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया. हत्या में प्रयोग किए गए लोहे की दाउली को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक
इस कांड में चांदी करम सिंह गंझु के लिखित आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. शिकायकर्ता ने अभियुक्त नवराय बरजो, रामराय बरजो, बगा बरजो व मंगल बरजो के खिलाफ आरोप लगाया था.
ये थे शामिल
इधर, 9 मार्च को सीआरपीएफ 60 बटालियन और झारखंड जगुआर और जिला बल के सहयोग से पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया थी. इसी दौरान पहाड़ियों की तलहटी में दो अधजले शव बरामद हुए और शवों का पोस्टमार्टम कराया गया. कांड के उद्भेदन एवं अभियुक्तों के गिरफ्तारी के लिए पश्चिमी सिंहभूम जिले के पुलिस अधीक्षक ने पुलिस निरीक्षक सोनुवा अंचल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. अभियान के दौरान दिनांक 11 मार्च को छापामारी कर रही पुलिस टीम ने एक अभियुक्त बराय बरजो को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद उसने पूरा राज फाश कर दिया. उसने अपराध स्वीकार कर लिया. उसने बताया कि इस कांड में रामराय बरजो, बगा बरजो, मंगल बरजो घटना में शामिल नही थे. बल्कि इस घटना को अंजाम देने में उसके साथ सुखराम बरजो, सुखराम चाम्पिया, काण्डेय हेम्बम शामिल थे. बराय बरजो की स्वीकारोक्ति बाद पुलिस ने अभियुक्त काण्डेय हेम्ब्रम और सुखराम वरजो को भी गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अभियुक्तों ने भी आरोप स्वीकार कर लिए और उनकी निशानदेही पर अभियुक्त काण्डेय हेम्ब्रम के घर से हत्या में प्रयुक्त किए गए खून लगे लोहे के दाउली को भी बरामद कर लिया है.
इसलिए कर दी हत्या
पुलिस ने बताया कि चारों अभियुक्तों ने बुधनी की बकरी चुरा ली थी. इस घटना के बाद बुधनी भेंगरा ने ग्रामसभा की बैठक में मामला उठाया था. ग्रामसभा में उन चारों अभियुक्तों पर 15 हजार रुपये और एक काला बकरा बुधनी को देने का फैसला हुआ था. बरजो एवं सुखराम का बुधनी के साथ पूर्व से ही जमीन विवाद चल रहा था. इस बात को लेकर बराय बरजो ने अपने तीन साथियों सुखरान बरजो, सुखराम चाम्पिया, काण्डेय हेम्ब्रम के साथ मिलकर हत्या करने की ठान ली. बाद में दोनों की हत्या कर शव को आधा जलाकर पहाड़ी की तलहटी में फेंक दिया था.
इनकी बनी थी टीम
छापेमारी टीम में इंसपेक्टर शंकर प्रसाद, एसआई नीरज कुमार गुप्ता, अविनाश कुमार, एएसआई बुधराम देवगम, सोमाय टुडू के अलावा सैट 2 और सशस्त्र बल लोढ़ाई ओपी की टीम शामिल थी.