चाईबासा: राज्य के पेयजल और स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने जिले के स्टेट क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया था. जिसके बाद उठे विवाद में फिर एक नया अध्याय जुड़ गया है. चाईबासा सदर अस्पताल के सिविल सर्जन मंजू दुबे ने कहा कि मंत्री के कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ है और वह स्टेट क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे थे.
सेल्फ क्वॉरेंटाइन रहने का सुझाव
चाईबासा सदर अस्पताल की सिविल सर्जन मंजू दुबे ने कहा कि मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर निरीक्षण के दौरान कई मजदूरों से मुलाकात किए थे और हालचाल जाना था. इसलिए यह स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि मंत्री कोरोना संक्रमित नहीं हुए होंगे. जब तक उनका स्वाब टेस्ट नहीं किया जाता है. तब तक यह कहना जल्दबाजी होगा, लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें 1 सप्ताह के लिए सेल्फ क्वॉरेंटाइन रहने का सुझाव दिया गया है.
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स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी नजरअंदाज
मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने सारी चीजों को सुनने के बाद किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है. गौर करने वाली बात है कि जिले के सिविल सर्जन ने सोमवार को ही उन्हें सेल्फ क्वॉरेंटाइन होने का सलाह दी थी, लेकिन मंत्री जी दौरे कर रहे हैं. उनके दौरे को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी से उनका कोई लेना देना नहीं है. दूसरी बात यह है कि लॉकडाउन के क्रम में वो काफी दिनों तक रांची के रेड जोन बने क्षेत्र में रहे और अचानक दौरा करने के लिए पश्चिम सिंहभूम पहुंच गए, जिसे लेकर चाईबासा के लोगों में एक चर्चा का विषय बना हुआ है.