रांची,चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला में संगठनात्मक बैठक एवं आगामी 7 जनवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा है. इसके निरीक्षण एवं तैयारी को लेकर चाईबासा पहुंचे भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश एवं बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता के निधन पर शोक जताया है. वहीं रांची में प्रेस वार्ता का आयोजन कर जेएमएम केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी की ओर से पीएम की माता के निधन पर संवेदना जताई.
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बीजेपी नेता-कार्यकर्ताओं ने रखा दो मिनट का मौनः बीजेपी के संगठनात्मक बैठक के पहले चाईबासा स्थित पार्टी कार्यालय में उपस्थित सभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबेन मोदी के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक जताया. पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी की माताजी हीराबेन मोदी के निधन से आज पूरा देश मर्माहत है. वह एक ऐसी शख्सियत रहीं, जिन्होंने एक ऐसे पुरुष को जन्म दिया जो आज संपूर्ण विश्व में हिंदुस्तान का लोहा मनवा रहा है. वहीं रांची में पार्टी ऑफिस में प्रेस वार्ता करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रधानमंत्री की माता हीराबेन के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और उनके पूरे परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की.
अमित शाह के दौरे पर जेएमएम का तंजः जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार ने तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा किया है. वहीं दूसरी यह जानकारी मिली है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 07 जनवरी को चाईबासा आने वाले हैं, यह संयोगभर नहीं है. क्योंकि हेमंत सरकार के पिछले 03 वर्षों के काम से भाजपा घबराई हुई है. जिस कोल्हान प्रमंडल में भाजपा का एक भी विधायक नहीं है, जहां उनका सांसद तक नहीं है वहां अमित शाह का कार्यक्रम क्या दर्शाता है? ऐसे में अमित शाह पांचों प्रमंडल की एक एक मीटिंग कर लें तो सभी हकीकत का पता चल जाएगी. अब भारतीय जनता पार्टी को समझ में आ गया है कि अगले लोकसभा चुनाव में उनकी दशा और दिशा क्या होगी.
बीजेपी की प्रेस वार्ता को बताया दिखावाः इसके अलावा सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की गुरुवार की प्रेस कांफ्रेस को नाटकीयता और दिखावा करार दिया. उन्होंने कहा कि यह सामान्य नहीं था, उनकी भावनाएं और व्यवहार एक डरे और थके कप्तान जैसी थी. सुप्रियो ने कहा कि हेमंत सरकार के 03 साल को फ्लॉप बताने वाले दीपक प्रकाश यह नहीं बता सके कि मोमेंटम झारखंड का क्या हुआ, रघुवर शासनकाल में JPSC से नियुक्ति क्यों नहीं हुई.
अपनी प्रेस वार्ता में आगे उन्होंने कहा कि 2022 की समाप्ति और 2023 का आगमन राज्य के नई चुनौतियों लिए आ रहा है. झामुमो ने एक से बढ़कर एक चुनौतियों का सामना करते हुए हर बार ज्यादा निखरकर सामने आई है. हम लोगों के लिए चुनौती का वर्ष 2023 रहेगा जिसमें संकल्प लेने का वक्त है कि झारखंड से भाजपा को बाहर करना है. एक सवाल के जवाब में सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चाहे कितना भी भाजपा के बड़े नेता भटके, उन्हें अब झारखंड में पनाह नहीं मिलने वाली है. सुप्रियो ने कहा कि राज्य की जनता ने मन बना लिया है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबक सीखा देना है.