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चाईबासा के जंगल में तस्करों ने करंट लगाकर हाथी को मारा, हाथी का दांत काटकर ले गए - smugglers killed the elephant in west singhbhoom

पश्चिमी सिंहभूम में तस्करों ने दांत के लिए एक हाथी को मार डाला. इसके लिए अपराधियों ने दुबिला गांव के पास जंगल में बिजली का तार लगाकर करंट फैला दिया था, जिसकी चपेट में आकर हाथी की जान चली गई. वारदात शुक्रवार देर रात की है.

smugglers killed the elephant in chaibasa
चाईबासा के जंगल में तस्करों ने करंट लगाकर हाथी को मारा
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Published : Sep 19, 2020, 6:38 PM IST

चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम में तस्करों ने दांत के लिए एक हाथी को मार डाला. इसके लिए अपराधियों ने बिजली का तार लगाकर करंट फैला दिया था, जिसकी चपेट में आकर हाथी की जान चली गई. बाद में तस्कर हाथी का बेशकीमती दांत काटकर भाग निकले. घटना शुक्रवार मध्य रात्रि की बताई जा रही है. वनकर्मियों को अगले दिन मामले की जानकारी मिली. वहीं चतरा में हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से एक हाथी की मौत होने की बात सामने आई है.

दरअसल, जिला मुख्यालय चाईबासा से करीब 30 किलोमीटर दूर मंझारी थाना क्षेत्र के दुबिला गांव के पास जंगल क्षेत्र है. यहां हाथी मरे होने की खबर पर वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची. चाईबासा से डीएफओ सत्यम कुमार खुद छानबीन के लिए घटनास्थल पर आए और मामले की पड़ताल की.

ओडिशा सीमा पर दुबिला क्षेत्र में वारदात

बता दें कि दुबिला क्षेत्र ओडिशा की सीमा से सटा हुआ है. डीएफओ सत्यम कुमार ने कहा कि पश्चिमी सिंहभूम में हाथियों की लगातार मौत चिंता का विषय है. तीन दिन पहले ही मनोहरपुर क्षेत्र में ट्रेन से कटकर एक हाथी की मौत हो गई थी और अब तस्करों ने करंट लगाकर एक हाथी को मार डाला.

ये भी पढ़ें-लोहरदगा में हाथी मचा रहे उत्पात, घर और फसलों को कर रहे बर्बाद

डीएफओ बोले- हाथियों की सुरक्षा के लिए स्पेशल फोर्स की जरूरत

डीएफओ ने कहा कि हाथियों की सुरक्षा और तस्करों को काबू में करने के लिए स्पेशल फोर्स की जरूरत है, जिस तरह नक्सलियों पर अंकुश लगाने के लिए जंगल में सीआरपीफ, पुलिस मिलकर काम कर रहे हैं. उसी तरह वन्य जीवों को बचाने के लिए एक स्पेशल फोर्स की तैनाती की जरूरत है. संसाधनों की कमी के कारण वन विभाग की टीम तस्करों को पकड़ने में बहुत सफल नहीं हो पा रही है. वन विभाग की कमियों का फायदा उठाकर तस्कर बड़ी वारदात को अंजाम देने में सफल हो जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें-असम : हाथी के दांतों की तस्करी करने वाला व्यक्ति गिरफ्तार

चतरा में हाई वोल्टेज करंट से गर्भवती हथिनी की मौत, टंडवा पिपरवार क्षेत्र में हुआ हादसा

चतरा जिले के टंडवा में पिछले 15 दिनों से टंडवा, सिमरिया, केरेडारी और पिपरवार थाने की सीमाओं में घूम रहे हाथियों के झुंड में शामिल एक गर्भवती हथिनी की हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से मौत हो गई. यह दुर्घटना टंडवा की सीमा से निकलने के दौरान खलारी थाने के भेलवाटाड़ जंगल में घटी. इसी दौरान हथिनी करंट की चपेट में आ गई.

टंडवा रेंजर छोटेलाल ने बताया कि हाथियों के दो झुड ने टंडवा पिपरवार क्षेत्र में प्रवेश किया था. एक में 18 और दूसरे मे 22 हाथी हैं. इधर 22 हाथियों के समूह की एक हथिनी हाईवोल्टेज करंट की चपेट में आ गई.

चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम में तस्करों ने दांत के लिए एक हाथी को मार डाला. इसके लिए अपराधियों ने बिजली का तार लगाकर करंट फैला दिया था, जिसकी चपेट में आकर हाथी की जान चली गई. बाद में तस्कर हाथी का बेशकीमती दांत काटकर भाग निकले. घटना शुक्रवार मध्य रात्रि की बताई जा रही है. वनकर्मियों को अगले दिन मामले की जानकारी मिली. वहीं चतरा में हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से एक हाथी की मौत होने की बात सामने आई है.

दरअसल, जिला मुख्यालय चाईबासा से करीब 30 किलोमीटर दूर मंझारी थाना क्षेत्र के दुबिला गांव के पास जंगल क्षेत्र है. यहां हाथी मरे होने की खबर पर वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची. चाईबासा से डीएफओ सत्यम कुमार खुद छानबीन के लिए घटनास्थल पर आए और मामले की पड़ताल की.

ओडिशा सीमा पर दुबिला क्षेत्र में वारदात

बता दें कि दुबिला क्षेत्र ओडिशा की सीमा से सटा हुआ है. डीएफओ सत्यम कुमार ने कहा कि पश्चिमी सिंहभूम में हाथियों की लगातार मौत चिंता का विषय है. तीन दिन पहले ही मनोहरपुर क्षेत्र में ट्रेन से कटकर एक हाथी की मौत हो गई थी और अब तस्करों ने करंट लगाकर एक हाथी को मार डाला.

ये भी पढ़ें-लोहरदगा में हाथी मचा रहे उत्पात, घर और फसलों को कर रहे बर्बाद

डीएफओ बोले- हाथियों की सुरक्षा के लिए स्पेशल फोर्स की जरूरत

डीएफओ ने कहा कि हाथियों की सुरक्षा और तस्करों को काबू में करने के लिए स्पेशल फोर्स की जरूरत है, जिस तरह नक्सलियों पर अंकुश लगाने के लिए जंगल में सीआरपीफ, पुलिस मिलकर काम कर रहे हैं. उसी तरह वन्य जीवों को बचाने के लिए एक स्पेशल फोर्स की तैनाती की जरूरत है. संसाधनों की कमी के कारण वन विभाग की टीम तस्करों को पकड़ने में बहुत सफल नहीं हो पा रही है. वन विभाग की कमियों का फायदा उठाकर तस्कर बड़ी वारदात को अंजाम देने में सफल हो जा रहे हैं.

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चतरा में हाई वोल्टेज करंट से गर्भवती हथिनी की मौत, टंडवा पिपरवार क्षेत्र में हुआ हादसा

चतरा जिले के टंडवा में पिछले 15 दिनों से टंडवा, सिमरिया, केरेडारी और पिपरवार थाने की सीमाओं में घूम रहे हाथियों के झुंड में शामिल एक गर्भवती हथिनी की हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से मौत हो गई. यह दुर्घटना टंडवा की सीमा से निकलने के दौरान खलारी थाने के भेलवाटाड़ जंगल में घटी. इसी दौरान हथिनी करंट की चपेट में आ गई.

टंडवा रेंजर छोटेलाल ने बताया कि हाथियों के दो झुड ने टंडवा पिपरवार क्षेत्र में प्रवेश किया था. एक में 18 और दूसरे मे 22 हाथी हैं. इधर 22 हाथियों के समूह की एक हथिनी हाईवोल्टेज करंट की चपेट में आ गई.

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