चाईबासा: आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के एक साल पूरा होने पर चाईबासा टाटा कॉलेज हॉल में प्रमंडल स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि समाज कल्याण महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ लुईस मरांडी उपस्थित रहीं. मंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह योजना गरीबों के लिए भगवान का वरदान बनकर आई है.
5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों के दर्द को देखते हुए आयुष्मान भारत योजना जैसी महत्वपूर्ण योजना लाकर 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज करने की घोषणा की है, जिसका लाभ देश के सभी गरीब परिवारों को मिल रहा हैं. उन्होंने कहा कि किस बीमारी का इलाज कौन से अस्पताल में होना हैं, इसके लिए जिला मुख्यालय के साथ-साथ जिले के प्रत्येक पंचायत भवनों में प्रत्येक बीमारी के अनुसार अस्पतालों के नाम भी अंकित किए जाएंगे, ताकि गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को इलाज के लिए दर-दर भटकना ना पड़ें.
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57 लाख परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ
मरांडी ने कहा कि राज्य भर में 57 लाख परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया हैं, जिसमें अभी तक पश्चिम सिंहभूम जिले में 3 लाख 42 हजार परिवार को इसका लाभ पहुंचाना है. आयुष्मान भारत का यह पहला साल है और इस योजना को धीरे-धीरे आगे भी बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत पश्चिम सिंहभूम जिले में 4 हजार लोगों ने सरकारी और 10 हजार लोगों ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया, जबकि सरायकेला में 23 हजार और जमशेदपुर में 27 हजार परिवारों को आयुष्मान भारत का लाभ मिला है.
गरीबों का मुफ्त में बनेगा गोल्डन कार्ड
मरांडी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से मुफ्त में बनाया जा रहा है. शुरुआती दौर में गोल्डन कार्ड बनाने के लिए प्रज्ञा केंद्र संचालक 30 रुपये लिया करते थे, लेकिन गरीब परिवार के सदस्य 30 रुपए भी देने में सक्षम नहीं थे. इस कारण सरकार ने यह निर्णय लिया कि प्रज्ञा केंद्र में गरीबों का मुफ्त में गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा, जिसके एवज में प्रत्येक व्यक्ति के गोल्डन कार्ड बनाने पर सरकार प्रज्ञा केंद्र को 30 रुपये भुगतान करेगी.