जमशेदपुर: कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचू शनिवार को बिस्टुपुर स्थित पार्टी कार्यालय में अपने समर्थकों के साथ मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला.
थम नहीं रहा प्रदेश कांग्रेस का विवाद, अब प्रदीप बलमुचू ने भी प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ खोला मोर्चा - झारखंड समाचार
झारखंड में विधानसभा चुनाव सर पर है लेकिन प्रदेश कांग्रेस में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है. अब इस मोर्चे में पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचू का नाम भी जुड़ गया है.
प्रदीप बालमुचू, पूर्व राज्यसभा सांसद
जमशेदपुर: कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचू शनिवार को बिस्टुपुर स्थित पार्टी कार्यालय में अपने समर्थकों के साथ मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला.
Intro:जमशेदपुर।
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है।पूर्व राज्यसभा कांग्रेस सांसद प्रदीप बालमुचू ने कहा है कि विधानसभा में बेहतर परिणाम के लिए प्रदेश नेतृत्व बदलने की जरूरत है ।गठबंधन हो या ना हो वो घाटशिला विधान सभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
Body:जमशेदपुर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व राज्य सभा सांसद प्रदीप बालमुचू ने बिस्टुपुर स्थित पार्टी कार्यालय तिलक पुस्तकालय में अपने समर्थकों के साथ बैठक कर मीडिया से रूबरू हुए ।
प्रदीप बालमुचू ने राज्य सरकार और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार के खिलाफ जमकर आग उगला है।
इस दौरान जिला अध्यक्ष और कमिटी का कोई भी पदाधिकारी मौजूद नही थे।
पूर्व राज्य सभा सांसद प्रदीप बालमुचू ने कहा है कि राज्य में भ्र्ष्टाचार के मुद्दे को लेकर वो विधान सभा चुनाव में जनता के बीच जाएंगे।लोकसभा में पार्टी की हार पर कहा है कि प्रदेश नेतृत्व ने अब तक कोई समीक्षा बैठक नही की है जिससे अगले चुनाव की रणनीति बनाई जा सके ।उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा है कि विधान सभा चुनाव में बेहतर परिणाम के लिए पार्टी को नेतृत्व परिवर्तन करने की जरूरत है।अजय कुमार हरियाणा में एक कंपनी में पदस्थापित है ऐसे में कंपनी और प्रदेश नेतृत्व दोनों काम एक साथ नही हो सकता राजनीति कोई पार्ट टाइम का काम नही है ।इस बात की जानकारी राष्ट्रीय नेतृत्व को दे दिया गया है जल्द ही फेरबदल होगा।प्रदीप बालमुचू ने स्पष्ट कर दिया है कि विधान सभा मे महागठबंधन हो या ना हो वो घाटशिला विधान सभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
बाईट प्रदीप बालमुचू पूर्व राज्य सभा सांसद कांग्रेस।
Conclusion:बहरहाल प्रदीप बालमुचू के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस में घमासान जारी है ऐसे में विधान सभा चुनाव में पार्टी का रंग कैसे खिलेगा पार्टी के लिए चिंता का विषय है अब फैसला वरीय नेताओं को करना है।
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है।पूर्व राज्यसभा कांग्रेस सांसद प्रदीप बालमुचू ने कहा है कि विधानसभा में बेहतर परिणाम के लिए प्रदेश नेतृत्व बदलने की जरूरत है ।गठबंधन हो या ना हो वो घाटशिला विधान सभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
Body:जमशेदपुर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व राज्य सभा सांसद प्रदीप बालमुचू ने बिस्टुपुर स्थित पार्टी कार्यालय तिलक पुस्तकालय में अपने समर्थकों के साथ बैठक कर मीडिया से रूबरू हुए ।
प्रदीप बालमुचू ने राज्य सरकार और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार के खिलाफ जमकर आग उगला है।
इस दौरान जिला अध्यक्ष और कमिटी का कोई भी पदाधिकारी मौजूद नही थे।
पूर्व राज्य सभा सांसद प्रदीप बालमुचू ने कहा है कि राज्य में भ्र्ष्टाचार के मुद्दे को लेकर वो विधान सभा चुनाव में जनता के बीच जाएंगे।लोकसभा में पार्टी की हार पर कहा है कि प्रदेश नेतृत्व ने अब तक कोई समीक्षा बैठक नही की है जिससे अगले चुनाव की रणनीति बनाई जा सके ।उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा है कि विधान सभा चुनाव में बेहतर परिणाम के लिए पार्टी को नेतृत्व परिवर्तन करने की जरूरत है।अजय कुमार हरियाणा में एक कंपनी में पदस्थापित है ऐसे में कंपनी और प्रदेश नेतृत्व दोनों काम एक साथ नही हो सकता राजनीति कोई पार्ट टाइम का काम नही है ।इस बात की जानकारी राष्ट्रीय नेतृत्व को दे दिया गया है जल्द ही फेरबदल होगा।प्रदीप बालमुचू ने स्पष्ट कर दिया है कि विधान सभा मे महागठबंधन हो या ना हो वो घाटशिला विधान सभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
बाईट प्रदीप बालमुचू पूर्व राज्य सभा सांसद कांग्रेस।
Conclusion:बहरहाल प्रदीप बालमुचू के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस में घमासान जारी है ऐसे में विधान सभा चुनाव में पार्टी का रंग कैसे खिलेगा पार्टी के लिए चिंता का विषय है अब फैसला वरीय नेताओं को करना है।