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चाईबासा में सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम का आयोजन, डीआईजी ने ग्रामीणों को समझाया सरेंडर पॉलिसी

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Published : Nov 27, 2020, 3:42 PM IST

चाईबासा में सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रमीणों को स्वास्थ्य जांच के बाद दवाई दी गई. इस दौरान डीआईजी राजीव रंजन ने जिले को उग्रवाद मुक्त बनाने में ग्रामीणों से सहयोग की अपील की.

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पुलिसिंग कार्यक्रम का आयोजन

चाईबासा: जिले में पुलिस ने सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के अंतर्गत बड़ा लगिया गांव में स्वास्थ्य जांच शिविर और सामग्री वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें बड़ालगिया पंचायत अंतर्गत सभी गांव के ग्रामीण, जन प्रतिनिधि, मानकी और मुंडा, ग्रामीण युवक और स्कूली बच्चे उपस्थित रहे.

टोंटो थाना अंतर्गत बाईहातू गांव के कैरा लागुरी सहित परिवार के 5 लोगों की सामूहिक नरसंहार से पुलिस की चिंता बढ़ गई, लेकिन इससे कहीं ज्यादा पुलिस उस बात से चिंतित है कि नरसंहार की घटना को अंजाम देने वालों ने 4 महीने तक पुलिस को दिग्भ्रमित किया. इससे अब एक बार फिर लगने लगा कि पुलिस और पब्लिक के बीच का रिश्ते में बड़ी खाई आ गई है. लिहाजा 4 महीने बाद बाईहातू की घटना का पटाक्षेप करने के ठीक दूसरे दिन पुलिस प्रशासन ने नक्सल प्रभावित सुदूर बड़ा लगिया गांव में पुलिस और पब्लिक के बीच पनपे उस खाई को पाटने का प्रयास किया है. सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम को राजीव रंजन सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक, सिंहभूम (कोल्हान क्षेत्र) और अजय लिंडा, पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम ने संबोधित करते हुए सामुदायिक पुलिसिंग के उद्देश्यों को ग्रामीणों के सामने रखा. कार्यक्रम के दौरान डाक्टरों की टीम के ने काफी संख्या में ग्रामीणों का इलाज किया और दवा का वितरण किया.

इसे भी पढ़ें:- चाईबासा में 4 नक्सली गिरफ्तार, वॉकी-टॉकी सहित कई सामग्री बरामद


कार्यक्रम में पुलिस उपमहानिरीक्षक, कोल्हान ने सरकारी कल्याणकारी योजनाओं वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, आयुष्मान भारत जैसे योजनाओं का लाभ आमजन, समाज के पिछड़े और उपेक्षित वर्ग तक पहुंचाने में चाईबासा पुलिस के ओर से सहयोग करने के संकल्प दोहराया. उन्होंने जो ग्रामीण इन योजनाओं के लाभ से वंचित हैं उनकी सूची तैयार कर उन्हें लाभ पहुंचाने का भी निर्देश दिया. वहीं कोल्हान रेंज के डीआईजी राजीव रंजन ने जिले को उग्रवाद मुक्त बनाने में ग्रामीणों से सहयोग की अपील की. पुलिस उपमहानिरीक्षक ने झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी को विस्तारपूर्वक ग्रामीणों को समझाया. वहीं पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने सामुदायिक पुलिसिंग के तहत कार्यक्रम में गांव से डायन बिसाही जैसे कुरीतियों को दूर करने की अपील की. पुलिस अधीक्षक ने समाज को ओझा गुनी जैसे बरगलाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही.

चाईबासा: जिले में पुलिस ने सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के अंतर्गत बड़ा लगिया गांव में स्वास्थ्य जांच शिविर और सामग्री वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें बड़ालगिया पंचायत अंतर्गत सभी गांव के ग्रामीण, जन प्रतिनिधि, मानकी और मुंडा, ग्रामीण युवक और स्कूली बच्चे उपस्थित रहे.

टोंटो थाना अंतर्गत बाईहातू गांव के कैरा लागुरी सहित परिवार के 5 लोगों की सामूहिक नरसंहार से पुलिस की चिंता बढ़ गई, लेकिन इससे कहीं ज्यादा पुलिस उस बात से चिंतित है कि नरसंहार की घटना को अंजाम देने वालों ने 4 महीने तक पुलिस को दिग्भ्रमित किया. इससे अब एक बार फिर लगने लगा कि पुलिस और पब्लिक के बीच का रिश्ते में बड़ी खाई आ गई है. लिहाजा 4 महीने बाद बाईहातू की घटना का पटाक्षेप करने के ठीक दूसरे दिन पुलिस प्रशासन ने नक्सल प्रभावित सुदूर बड़ा लगिया गांव में पुलिस और पब्लिक के बीच पनपे उस खाई को पाटने का प्रयास किया है. सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम को राजीव रंजन सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक, सिंहभूम (कोल्हान क्षेत्र) और अजय लिंडा, पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम ने संबोधित करते हुए सामुदायिक पुलिसिंग के उद्देश्यों को ग्रामीणों के सामने रखा. कार्यक्रम के दौरान डाक्टरों की टीम के ने काफी संख्या में ग्रामीणों का इलाज किया और दवा का वितरण किया.

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कार्यक्रम में पुलिस उपमहानिरीक्षक, कोल्हान ने सरकारी कल्याणकारी योजनाओं वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, आयुष्मान भारत जैसे योजनाओं का लाभ आमजन, समाज के पिछड़े और उपेक्षित वर्ग तक पहुंचाने में चाईबासा पुलिस के ओर से सहयोग करने के संकल्प दोहराया. उन्होंने जो ग्रामीण इन योजनाओं के लाभ से वंचित हैं उनकी सूची तैयार कर उन्हें लाभ पहुंचाने का भी निर्देश दिया. वहीं कोल्हान रेंज के डीआईजी राजीव रंजन ने जिले को उग्रवाद मुक्त बनाने में ग्रामीणों से सहयोग की अपील की. पुलिस उपमहानिरीक्षक ने झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी को विस्तारपूर्वक ग्रामीणों को समझाया. वहीं पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने सामुदायिक पुलिसिंग के तहत कार्यक्रम में गांव से डायन बिसाही जैसे कुरीतियों को दूर करने की अपील की. पुलिस अधीक्षक ने समाज को ओझा गुनी जैसे बरगलाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही.

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