चाईबासा: भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष किसलय तिवारी ने पार्टी कार्यालय में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर प्रदेश सरकार पर करारे प्रहार किए. तिवारी ने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए चुनाव से पहले झामुमो की ओर से किए गए वादे याद दिलाए. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हर साल ढाई लाख युवाओं को रोजगार देने के हसीन सपने दिखाए थे पर राज्य सरकार गठन के 11 माह बीत जाने के बाद भी एक भी युवा को नौकरी नहीं मिली. उन्होंने कहा कि हालात ऐसे हैं कि संविदा पर काम करने वाले भी बेरोजगार हो रहे हैं.
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क्या हुआ बेरोजगारी भत्ते का वादा
किसलय तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने कहा था कि सरकार में आने के बाद ढाई लाख लोगों को प्रत्येक वर्ष नौकरी दी जाएगी, 2 साल में 500000 लोगों को रोजगार से जोड़ने का वादा किया था, यह भी कहा था कि जिसको नौकरी नहीं दे पाएंगे उसे 5000 हजार बेरोजगारी भत्ता देंगे. वहीं पोस्ट ग्रेजुएट को 7000 हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था. 11 माह पूरे हो चुके हैं बेरोजगारों ने अपने निबंधन कार्यालय में जाकर अपना निबंधन भी करवा लिया है लेकिन आज तक झारखंड के युवाओं को 1 रुपये का भी बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला.
तुष्टिकरण का लगाया आरोप
किसलय तिवारी ने हेमंत सोरेन सरकार पर तुष्टिकरण करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब से हेमंत सोरेन सरकार बनी हे, तब से प्रदेश में तुष्टिकरण की राजनीति तेज हो गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि बहुसंख्यकों के आस्था के मामलों में सरकार तमाम प्रतिबंध लगा रही है, जबकि कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं जब अंतिम संस्कारों में भी हजारों लोगों को जुटने दिया गया.