चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल और पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक आयोजित की गई. बैठक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम, बचाव और रामनवमी को लेकर की गईं तैयारियों की समीक्षा की गई. उपायुक्त ने कहा कि रामनवमी को लेकर सोशल मीडिया पर प्रशासन की सख्त नजर रहेगी. कोरोना संक्रमण को देखते हुए रामनवमी में सामूहिक आयोजन और जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
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उपायुक्त ने कहा कि 21 अप्रैल को रामनवमी है, लेकिन कोरोना संक्रमण की खतरा को देखते हुए सार्वजनिक आयोजन और जुलूस पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया गया है. इसके साथ ही लाउडस्पीकर, डीजे के माध्यम से बजाए जाने वाले गाने और नारे को भी प्रतिबंधित किया गया है. वहीं, रामनवमी के दिन जिले की सभी शराब दुकानें भी बंद रहेंगी.
असामाजिक तत्वों पर रखें नजर
बैठक में उपस्थित अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश देते हुए उपायुक्त ने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करते हुए दंडाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करें. इसके साथ ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से समन्वय बनाकर असामाजिक तत्वों पर विधि-सम्मत कार्रवाई करें. जिले के सभी अखाड़ों और मंडल समूहों के साथ वार्ता कर कोरोना संक्रमण के खतरे से अवगत कराएं.
नियमित रूप से क्षेत्र में करें गश्ती
उपायुक्त ने सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्र में नियमित गश्ती करें. वहीं, सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित होने वाले विवादित तस्वीरों और संवादों पर निगरानी रखें. आपत्तिजनक गतिविधि संचालित करने वालों पर भारतीय दंड संहिता के तहत कड़ी कार्रवाई करें.
बैठक में अपर उपायुक्त एजाज अनवर, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) सुधीर कुमार, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, थाना प्रभारी सदर, मुफ्फसिल, चक्रधरपुर, सार्जेंट मेजर आदि उपस्थित थे.