बगोदर, गिरिडीह: पेट के लिए तो अक्सर खतरों से खेलते हुए लोगों को देखा जाता है, मगर शौक के लिए खतरों से खेलते हुए बहुत कम लोग हीं देखने को मिलते हैं. आप जो यह दृश्य देख रहे हैं यह पेट को लेकर खतरों से खेलने का नजारा नहीं है, बल्कि शौक है. पुल के बीचों-बीच जो लटका हुआ शख्स है, उसे शौक है तोता पालने की और यही शौक इसे खतरों से खेलने को मजबूर कर दिया.
शौक में खतरा से खेलता है ये शख्स
पुल के बीचों-बीच एक मात्र रस्सी के सहारे वह लटका हुआ है और पुल में बने इन छेदों से तोता निकालने का प्रयास कर रहा है. एक घंटे से भी अधिक समय तक इस तकनीक से यह शख्स तोता निकालने की कोशिश करता रहा. इस दौरान उसे एक तोता हाथ लगा. हालांकि इस कार्य में युवक को उसके तीन अन्य साथियों का भी सहयोग मिल रहा था.
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शौक आगे बाकी सब पीछे
खतरों से खेलकर तोता निकालने का यह नजारा बगोदर कोनार नहर प्रमंडल के हेठली बोदरा के आगे बने मुखर्जी पुल का है. यह पुल इलाके के लिए अपनी बनावट के लिए वैसे भी मशहूर है. खतरे से खेलते हुए तोता निकालने वाले शख्स और उनके अन्य साथियों से जब जानकारी ली गई कि वो तोता का क्या करेंगे तो बस इतना हीं बताया कि वह उसे पालेंगे. युवक और उसके साथी दस किमी की दूरी बिष्णुगढ़ के चानों से दो बाइक पर चलकर यहां पहुंचे थे. हालांकि जान की बाजी लगाकर इस तरह का शौक रखना कहीं से सही नहीं है.