सिमडेगा: झारखंड के नक्सल प्रभावित जिलों में सुमार सिमडेगा में पुलिस की तत्परता और लगातार दबिश ने धीरे धीरे यहां नक्सल के प्रभाव को कम किया है. जंगलों और पहाड़ों से भरे सिमडेगा जिले में कभी नक्सलियों की तूती बोलती थी.
नक्सलियों ने समेटे पांव
दिन का उजाला हो या रात का अंधेरा, यहां ग्रामीण क्षेत्रों में नक्सलियों की धमक सुनाई देती रहती थी. शाम ढलते ग्रामीण घरों में दुबक जाते थे. लेकिन हाल के दिनों में पुलिस नक्सलियों के खिलाफ अपनी दबिश बढ़ाते हुए जंगलों-पहाड़ों पर लगातार सर्च अभियान बढ़ा दी है.
ये भी पढ़ें- नए कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस का किसान सम्मेलन, कहा- किसान मालिक से मजदूर और मजबूर हो जाएंगे
शांति सुकून बढ़ता गया
पुलिस की दबिश ने नक्सलियों को अपने पांव समेटने को मजबूर कर दिया. क्षेत्र में धीरे-धीरे नक्सलियों की हलचल घटती गई और शांति सुकून बढ़ता गया. डीआईजी अखिलेश झा ने बताया कि पुलिस क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासरत रहेगी. पुलिस के प्रयास ने आज सिमडेगा को लाल आतंक से राहत तो जरूर दे दी है, लेकिन यह शांति आगे भी बनी रहे इसके लिए प्रयास होता रहना चाहिए.